- जमुई छोड़कर हाजीपुर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी!
पटना। लोजपा (रामविलास) के चीफ चिराग पासवान लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए में वापसी के आसार नहीं है। जमुई एमपी चिराग पासवान ने सोमवार को साफ कर दिया कि जिस गठबंधन में उनके चाचा और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया पशुपति पारस होंगे, उसमें वे नहीं रहेंगे। पशुपति पारस अभी नरेंद्र मोदी सरकार में मिनिस्टर हैं।
चिराग ने हाजीपुर में सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा, 'किसी भी ऐसे गठबंधन में शामिल होना मेरे लिए असंभव होगा जिसमें चाचा पशुपति कुमार पारस होंगे। बिहार में अब गठबंधन की विश्वसनीयता नहीं रही है। हर दल अपनी व्यक्तिगत महात्वाकांक्षा के कारण जिसका विरोध करता है, आखिर में उसी दल के साथ चला जाता है। इसलिए मैं अभी किसी गठबंधन में शामिल होने के बारे में विचार नहीं कर रहा हूं। जब चुनाव का समय आयेगा तो इसके बारे में तय करेंगे कि किसके साथ गठबंधन करना है।'
नीतीश के विरोध से एनडीए में जाने की अटकलें
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद चिराग पासवान लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोल रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए गए कि चिराग फिर से बीजेपी नीत एनडीए में वापसी कर सकते हैं। हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में भी उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया था। डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने खुद उन्हें फोन कर कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि चिराग मुर्मू को सपोर्ट करें।
जमुई छोड़कर हाजीपुर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की कर रहे हैं तैयारी
चिराग पासवान ने हाजीपुर में उन्होंने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। वे लोकल नेताओं से नजदीकियां बनाने में जुटे हैं। पूर्व मंत्री भोला राय उर्फ उदय नारायण के निधन पर शुक्रवार को उनके परिजन से मिलने हाजीपुर पहुंचे। भोला राय के रामविलास पासवान से अच्छे संबंध रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की। ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि वे हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
महिलाओं संग डांडिया खेलते दिखे चिराग
लोजपा रामविलास ने चिराग पासवान का एक वीडियो भी जारी किया। इसमें वे हाजीपुर में महिलाओं के साथ डांडिया खेलते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान चिराग ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे उन्हें कंस मामा समझते हैं, जो अपनी कुर्सी बचाने के लिए तमाम सियासी वध करते रहते हैं।
चिराग अभी जमुई से एमपी हैं। हाजीपुर उनके पिता रामबिलास पासवान का परंपरागत सीट है। चिराग पासवान के पिता और सेंट्रल मिनिस्टर रामविलास पासवान के निधन के बाद पशुपति पारस ने एलजेपी के पांच एमपी को अपनी तरफ कर लिया था। वहीं, चिराग पासवान अलग-थलग पड़ गये थे। एलजेपी के दो धड़ों में बंट गई। चुनाव आयोग ने चिराग को लोजपा (रामविलास) व पशपुति पारस की पार्टी को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी नाम दिया पशुपति पारस की लोजपा तो एनडीए में बनी रही, लेकिन चिराग गठबंधन से अलग हो गये थे।