Bihar Double Murder: Ara में एक साथ उठी प्रोफेसर दंपती की अर्थी, बेटियों ने दिया माता-पिता को कंधा
बिहार के भोजपुर जिले के आरा नवादा पुलिस स्टेशन के कतीरा मोहल्ला में मारे गये रिटायर प्रोफेसर डॉ. महेन्द्र प्रसाद सिंह और उनकी वाइफ पुष्पा सिंह की तीसरे दिन बुधवार को दाह संस्कार हो गया। बड़हरा ब्लॉक के मौजपुर-महुली गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ दंपती की चिता उठी। भतीजे ने दंपत्ति को मुखाग्नि दी। इस दौरान मौजूद सबकी आंखें नम थी।
आरा। बिहार के भोजपुर जिले के आरा नवादा पुलिस स्टेशन के कतीरा मोहल्ला में मारे गये रिटायर प्रोफेसर डॉ. महेन्द्र प्रसाद सिंह और उनकी वाइफ पुष्पा सिंह की तीसरे दिन बुधवार को दाह संस्कार हो गया। बड़हरा ब्लॉक के मौजपुर-महुली गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ दंपती की चिता उठी। भतीजे ने दंपत्ति को मुखाग्नि दी। इस दौरान मौजूद सबकी आंखें नम थी।
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मृतक दंपती की अर्थियों को तीन बेटियों ने दिया कंधा
प्रोफेसर महेंद्र सिंह बीजेपी लीडर भी थे। दंपत्ति की मर्डर को अंजाम देने वाले क्रिमिनल पुलिस गिरफ्त से दूर है। तीन बेटियों ने अपने माता-पिता की अर्थी को कंधा दिया। इस मार्मिक दृश्य को देखकर वहां उपस्थित सभी लोग मर्माहत दिखे। दोनों वाइफ-हसबैंड घर में अकेले रहते थे। दंपती की तीन बेटियां रक्षिता सिंह, अर्शिता सिंह, अंकिता सिंह है। तीनों की शादी हो गई है। इनमें से दो बेटियां महाराष्ट्र के पुणे और एक बेटी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहती है। बेटी समेत परिवार के अन्य सदस्य सोमवार को दंपती को फोन लगा रहे थे, तो मोबाइल बंद बता रहा था। इसके बाद सोमवार रात लगभग 10 बजे उन्होंने इसकी सूचना पड़ोसियों को दी। जब पड़ोसी घर पर पहुंचे तो अंदर दंपती की बॉडी अलग-अलग जगहों पर पड़े थे। वहीं, फर्श पर खून बिखरा था। पड़ोसी ने मामले की सूचना नवादा पुलिस स्टेशन व सीनीयर अफसरों को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंच गये।
29 जनवरी को हुई थी दंपत्ति की मर्डर
बीजेपी लीडर और रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती महेन्द्र प्रसाद सिंह और उनकी वाइफ पुष्पा सिंह की क्रिमिनलों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से 29 जनवरी की रात मर्डर कर दी थी। वाइफ का गला रेता गया था, जबकि हसबैंड के बॉडी पर 10 जगह जख्म के निशान पाये गये थे। दोनों की बॉडी का पोस्टमार्टम होने के बाद बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। बेटियों के इंतजार में बॉडी का दाह संस्कार रुका हुआ था। मृत प्रोफेसर और उनकी वाइफ का बड़हरा प्रखंड के महुली गंगा घाट पर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। मृत प्रोफेसर की तीनों विवाहित बेटी रक्षिता सिंह, हर्षिता सिंह और अंकिता सिंह ने बेटे का फर्ज निभाते हुए उनकी अर्थी को कंधा दिया। इस दौरान तीनों के हसबैंड यानी दामादों ने भी माता-पिता समान सास-ससुर की अर्थी को कंधा दिया।
एक साथ घर से निकली दंपती की अर्थी
कतीरा स्थित घर से एक साथ निकली वाइफ-हसबैंड की अर्थी को देखकर पूरा माहौल गमगीन था। मौके पर पहुंचे बीजेपी नेताओं ने पार्टी के सदस्य रहे रिटायर्ड प्रोफेसर महेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर पर बीजेपी का झंडा ओढ़कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सैकड़ों लोगों ने इस शव यात्रा में शामिल होकर रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
प्रोफेसर दंपती की मर्डर के बाद दो लाख कैश व ज्वेलरी लूटकर ले गया संदिग्ध
कतीरा मोहल्ला निवासी रिटायर प्रोफेसर दंपती डा महेन्द्र प्रसाद सिंह और उनकी वाइफपुष्पा सिंह की हत्या मामले में पुलिस को 29 जनवरी का एक सीसीटीवी फुटेज मिला है। यह फुटेज प्रवेश द्वार पर लगे एक प्राइवेट हॉस्पिटल से लिया गया है, जो तीन मंजिले मकान के नीचले तल्ले पर संचालित है। आश्चर्य की बात यह भी है कि कतीरा स्थित जिस मकान में प्रोफेसर दंपती की हत्या हुई है, उसमें खनन विभाग के इंस्पेक्टर व जिले के एक ओपी के प्रभारी अभयशंकर समेत चार लोग बतौर रेंटर रहते हैं। बावजूद इसके, दिन के उजाले में हुई इस घटना की भनक किसी को नहीं लगी। किसी भी किराएदार ने चिल्लाने की आवाज तक नहीं सुई।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस ने पाया कि वारदात के दिन संदिग्ध युवक सुबह 9.15 बजे के आसपास हाफ टी-शर्ट में आवास पर आया था। घर के बाहर ही परिचित अंदाज में डा महेन्द्र सिंह से उसकी बात भी हुई थी। इसके बाद अपराह्न सवा तीने बजे यानी छह घंटे बाद उक्त संदिग्ध ब्लू रंग के फुल टी शर्ट में जाते हुए देखा जा रहा है। मृतक के भाई डा हीरा प्रसाद सिंह ने नवादा थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है, जिसमें उन्होंने घर से दो लाख रुपये कैश, गोदरेज से सोने का गहना, दंपती का मोबाइल चुराकर ले जाने का आरोप लगाया है। मृतक के भाई के अनुसार, उनकी भाभी पुष्पा सिंह ने गले में सोने की चेन और कान में बाली भी पहनी थी, जिसे मर्डर करने के बाद लेकर फरार हो गया है। चोरी और लूट की नीयत से हत्या किए जाने का आरोप लगाया गया है।
संदिग्ध ने दंपती के घर पर बनाया था खाना
सीसीटीवी के फुटेज में एक संदिग्ध हाथ में बैग लेकर भी जाता दिख रहा है। क्रिमिनल जाते समय उसके एक हाथ में एक बैग भी नजर आ रहा है, जिसे वह लेकर जा रहा है। इस दौरान उसने दंपती के घर में खाना भी बनाया है। सीसीटीवी में वह पॉलिथीन में रसोई का कचरा फेंकते भी दिख रहा है। शुरुआती जांच में युवक का नाम दीपक बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि युवक पहले पटना के डाकबंगला चौराहे के पास एक होटल में काम करता था। बाद में वह आरा के एक होटल से जुड़ गया। प्रोफेसर महेंद्र ने कई बार उससे खाना भी मंगवाया था। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर घर में अक्सर कैश रखते थे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि खाना लाने के क्रम में संदिग्ध युवक को इसकी भनक लग गई हो। पुलिस ने जांच के क्रम में पटना से दीपक नामक के एक युवक को उठाया, लेकिन, फुटेज से मिलान पर वह दूसरा दीपक निकला। इधर, प्रतिदिन सफाई करने वाली नौकरानी ललीता देवी से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि 29 जनवरी को वह साढ़े 10 बजे आई थी। दोपहर में चली गई थी। हालांकि, वह संदिग्ध उन्हें घर में नहीं दिखा। फिर शाम में आई थी तो गेट बंद था। इसके बाद वह लौट गई।
26 जनवरी को हुई थी छोटे भाई से बात
बताया जाता है कि मृतक प्रोफेसर अपने तीन भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। मृतक के छोटे भाई प्रोफेसर हीरा सिंह ने बताया कि उन्हें उनकी अंतिम बार 26 जनवरी को भाई से बात हुई थी और वह उनके घर पर भी आये थे। इसके बाद उनसे कोई बात नहीं हुई। रविवार की रात दंपती की बेटी और महेंद्र सिंह के बड़े भाई, जो जमशेदपुर में रहते हैं, उन्होंने फोन कर उन्हें सूचना दी। इसके बाद हीरा सिंह भाई के घर पहुंचे तो देखा कि यहां पुलिस पहुंची हुई है। तब जाकर उन्हें घटना का पता चला। मृतक के छोटे भाई हीरा सिंह ने बताया कि पूरे आरा शहर में किसी भी आदमी से उनके भाई और भाभी की किसी से भी विवाद या दुश्मनी नहीं है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मृतक रिटायर प्रोफेसर डा महेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार की दोपहर करीब एक बजे अपने आवास के नीचे स्थित मेडिकल स्टोर पर फोन कर दवा के लिए आर्डर भी दिया था।