बिहार: पटना में नदी के बीच नाव पर फटा गैस सिलेंडर, बालू के माइनिंग में लगे चार मजदूर जिंदा जले

बिहार की राजधानी पटना के मनेर में सोन नदी में नाव पर खाना पकाते वक्त गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से चार मजदूरों की जलकर मौत हो गई। मृतकों की पहचान रंजन पासवान (32) पिता श्रीराम पासवान, दशरथ पासवान (32) पिता स्वर्गीय प्रभु पासवान, ओमप्रकाश राय (34) पिता रविन्द्र राय सभी हल्दी छपरा मनेर एवं कन्हाई बिंद (40) साहेबगंज शोभनपुर, झारखंड के रूप में हुई है। 

बिहार: पटना में नदी के बीच नाव पर फटा गैस सिलेंडर, बालू के माइनिंग में लगे चार मजदूर जिंदा जले
  • नाव पर खाना बना रहे थे मजदूर

पटना। बिहार की राजधानी पटना के मनेर में सोन नदी में नाव पर खाना पकाते वक्त गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से चार मजदूरों की जलकर मौत हो गई। मृतकों की पहचान रंजन पासवान (32) पिता श्रीराम पासवान, दशरथ पासवान (32) पिता स्वर्गीय प्रभु पासवान, ओमप्रकाश राय (34) पिता रविन्द्र राय सभी हल्दी छपरा मनेर एवं कन्हाई बिंद (40) साहेबगंज शोभनपुर, झारखंड के रूप में हुई है। 

यह भी पढ़ें:झारखंड: सात DIG व SP रैंक के IPS ऑफिसर्स को मिला एडीशनल चार्ज

यह हादसा भोजपुर और पटना जिले की बोर्डर पर घटना शनिवार को मनेर के रामपुर दियारा में हुआ है। वहां से थोड़ी ही दूरी पर गंगा और सोन नदियों का मिलन होता है। मजदूरों से नाव द्वारा इलिगल बालू माइनिंग करवाया जा रहा था। यह नाव बालू के अवैध खनन में इस्तेमाल हो रही थी। एलपीजी सिलेंडर में आग लगने के बाद विस्फोट हुई है। हादसे में जले मजदूरों के बॉडी को पहचानना मुश्किल हो रहा था। हालांकि घटनास्थल पर मौजूद अन्य नावों में तैनात मजदूरों की सहायता से मृतकों की पहचान हो गई है। मरने वालों में एक झारखंड का जबकि शेष स्थानीय निवासी हैं।इस हादसे में कई अन्य मजदूरों के घायल होने की आशंका भी जताई जा रही है।

घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर सोन नदी गंगा से मिलती है। यह हुई। इस हादसे में कई अन्य मजदूरों के घायल होने की आशंका भी जताई जा रही है।बालू माफयिा द्वारा इलिगल बालू माइनिंग में लगी बड़ी-बड़ी नावों पर मजदूरों के रहने-खाने का भी इंतजाम किया जाता है। मजदूर नावों पर गैस चूल्हा इस्तेमाल कर खाना बनाकर खाते हैं। ऐसी ही एक नाव पर खाना बनाने के क्रम में आग लग गई। इसके बाद सिलेंडर फट गया। इस हादसे में नाव पर मौजूद मजदूर जिंदा जल गये। 
इलिगल बालू माइनिंग का खेल
इलिगल बालू माइनिंग में लगे मजदूर अक्सर अपनी जान गंवाते रहते हैं। कभी नाव टकराने के बाद तो कभी डूबकर। बालू माफयाओं द्वारा कईपरि स्वजनों को कुछ रुपए ले-देकर मामला रफा-दफा कर देते हैं।