बिहार: बोधगया शेल्टर होम में लड़की से यौन शोषण, कोर्ट में दिया शपथ पत्र
बिहार के गया जिले के बोधगया बालिका गृह में रह रही एक किशोरी ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने नवादा में ACJM-2 की कोर्ट में शपथ पत्र दिया है। बालिका गृह की मैडम और कर्मचारियों पर शोषण करने का आरोप लगाया है।
- पीड़िता बोली-रात में खिलाते थे नशीली चीज
- सुबह शरीर में दर्द के साथ अस्त-व्यस्त रहते थे कपड़े
पटना। बोधगया बालिका गृह में रह रही एक किशोरी ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने नवादा में ACJM-2 की कोर्ट में शपथ पत्र दिया है। बालिका गृह की मैडम और कर्मचारियों पर शोषण करने का आरोप लगाया है।
कोर्ट ने सिविल सर्जन को किशोरी की मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया है। पीड़िता नवादा की रहने वाली है। व्यवहार न्यायालय के पूर्व पीपी शिवनंदन शर्मा ने बताया- 'बच्ची के परिजनों ने पूरे मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है। मामले में महिला आयोग, पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, बिहार के चीफ सेकरटेरी, मगध के कमिश्नर और नवादा डीएम को लेटर भेजा गया है। मेडिकल जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई होगी।
नाबालिग शोरी 13 जुलाई से 10 अगस्त तक बालिका गृह में रही है। आरोप है कि यहीं रहने के दौरान बालिका गृह के कर्मियों ने उसका यौन शोषण किया। रात उसे दूध में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया जाता था। इसके बाद वह बेहोश हो जाती थी। सुबह शरीर में दर्द होता था। कपड़े अस्त-व्यस्त रहते थे। बालिका गृह की मैडम से करने पर उसे धमकाया गया और डांट-फटकार कर चुप करा दिया जाता था।हालांकि इस मामले में जिला बाल संरक्षण इकाई के निदेशक दिवेश कुमार का कहना है- 'बोधगया बालिका गृह में सभी तरफ CCTV कैमरे लगे हैं। पांच-पांच महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं। यहां किसी को जाने की इजाजत नहीं है। ऐसे में बालिका गृह में किसी प्रकार की गड़बड़ी की बात पूरी तरह गलत है। अभी तक हमें इस बात की जानकारी भी नहीं है कि किसी किशोरी ने यौन शोषण को लेकर कंपलेन की है।
यह है पूरा मामला
पीड़िता नवादा की 9वीं की छात्रा है। उसने घर से भागकर अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली थी। पुलिस ने बाद में उसे बरामद किया था। पिता ने उसे अपने साथ रखने से मना कर दिया था। इसके बाद नवादा सिविल कोर्ट ने 12 जुलाई को उसे बोधगया बालिका गृह में रखने का आदेश दिया था। पिता ने बच्ची को साथ रखने के लिए कोर्ट में चार अगस्त को आवेदन दिया। इसके बाद कोर्ट के निर्देश पर जब अधिकारी बालिका गृह में जाकर बच्ची से मिले तो उसने अपनी आपबीती बताई। इसके बाद पूरा मामला खुला।
मामले की जांच शुरू
बोधगया मामले की जांच शुरू हो गई है। बोधगया एसडीओ व डीएसपी के नेतृत्व में महिला पुलिस स्टेशन की टीम ने दोपहर से लेकर देर शाम तक बालिका गृह के सदस्यों से पूछताछ की है। अफसरों का कहना है कि फिलहाल आरोपों से संबंधित ठोस लिंक नहीं जुड़ रहे हैं। अभी जांच चल रही है।