बिहार: तेजस्वी यादव ने मिनिस्टर अशोक चौधरी की पत्नी पर लगाया करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप, कहा- बीवी का भ्रष्टाचार Not a big deal
तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर अब जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष व मिनिस्टर अशोक चौधरी पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने रविवार को ट्वीट करके अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के मामले में पलटवार करते हुप कहा कि उनकी पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है।
पटना। तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर अब जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष व मिनिस्टर अशोक चौधरी पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने रविवार को ट्वीट करके अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के मामले में पलटवार करते हुप कहा कि उनकी पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है। इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल हो गया है। सीबीआई जांच चल रही है। कोर्ट में केस है। फिर भी निष्कपटता देखिए। पूछने पर कहते हैं कि कोई बड़ी बात नहीं ।
तेजस्वी ने अपने आधिकारिक एकाउंट से ट्वीट करके पूछा कि नीतीश कुमार के नवरत्नों में सभी अपराधी और भ्रष्टाचारी ही क्यों है? आरोपित मंत्रियों से जब भ्रष्टाचार के बारे में पूछा जाता है तो उनका जवाब होता है कि ' नॉट अ बिग डील' । साहित्यिक चोरी के दोषी मुख्यमंत्री माननीय नीतीश जी के मुकुट मणि,JDU के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री श्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है,CBI जाँच कर रही है, कोर्ट में केस है। तेजस्वी ने रविवार की सुबह अशोक चौधरी पर हमला करते हुए एक खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि - साहित्यिक चोरी के दोषी मुख्यमंत्री माननीय नीतीश जी के मुकुट मणि, JDU के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री श्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है, CBI जाँच कर रही है, कोर्ट में केस है। इनकी निष्कपटता देखिए। कहते हैं बीवी का भ्रष्टाचार Not a big deal
उल्लेखनीय है कि बिहार भ्रष्टाचार पर राजनीति को लेकर उबाल है। पक्ष -विपक्ष का भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। नीतीश कैबिनेट में मिनिस्टर पद की शपथ लेने के बाद शिक्षा मंत्री बने मेवालाल पर भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर विपक्ष ने कड़ा प्रहार किया। इस कारण मेवालाल को पदभार ग्रहण करने के चंद घंटे बाद ही इस्तीफा देना पड़ा। बिहार चुनाव 2020 रिजल्ट में बेइमानी का आरोप लगाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर गठन के बाद से ही हमलावर हो गए हैं। नियुक्ति घोटाले के आरोपी कुछ घंटों के लिए शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद अब तेजस्वी के निशाने पर नीतीश कुमार के एक और मंत्री अशोक चौधरी आ गये हैं।
अशोक चौधरी ने कहा था
भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने एक निजी चैनल से बातचीत में सीएम नीतीश कुमार पर 2009 में लगे मर्डर के आरोप के एक सवाल के जवाब में कहा था कि सिर्फ आरोप लगाने से कुछ नहीं होता है। जब तक चार्जशीटेड नहीं होता उसका कोई मतलब नहीं है। ऐसे में कोई भी किसी पर आरोप लगा सकता है। वहीं बैंक से धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई की ओर से पत्नी के चार्जशीटेड और मामला अंडर ट्रायल होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हमलोगों को सुने बिना ही फैसला दे दिया इसलिए फिर से सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ेंगे। कहा कि- व्हाट्स ए बिग डील अबॉट इट। हमारा पक्ष सुना ही नहीं गया है, जब तारीख आयेगी तो हमलोग अपनी बात सुप्रीम कोर्ट में रखेंगे। हाई कोर्ट से हमारा केस खारिज है तो आगे लड़ेंगे सो व्हाट्स ए बिग डील।
मेवालाल के इस्तीफे के बाद जेडीयू ने भी तेजस्वी पर पलटवार किया
मेवालाल के इस्तीफे के बाद जेडीयू ने भी तेजस्वी पर पलटवार किया। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष व मिनिस्टर अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव पर मेवालाल चौधरी के सभी सेक्शन लगे हुए हैं लेकिन उन्होंने राजनीतिक शुचिता का पालन नहीं किया। अभियोजना की स्वीकृति भी बिहार सरकार की ही पुलिस ने मांगी है, कोई दूसरी पुलिस ने नहीं। उन्होंने तेजस्वी यादव से भी सार्वजनिक जीवन में इसका निर्वहन करने की मांग की।मेवालाल के इस्तीफे के बाद शिक्षा मंत्री का प्रभार भी अशोक चौधरी को दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा था कि- मैंने कहा था ना आप थक चुके हैं इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है। जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया, थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया। असली गुनाहगार आप हैं। आपने मंत्री क्यों बनाया? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा कि नीतीश कुमार के 14 में से आठ मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। ख़बरदार अगर कोई नैतिकता, सुशासन और लोकलाज की बात करेगा। बदलाव के जनादेश के विपरीत अनैतिक सरकार बनाते ही नीतीश जी ने रोजी-रोटी जैसे सकारात्मक मुद्दों को छोड़ नकारात्मकता को गले लगा लिया है।