Bihar : प्रशांत किशोर ने मंगल पांडेय व दिलीप जायसवाल पर लगाये सनसनीखेज आरोप 

बिहार की राजनीति में गरमी, प्रशांत किशोर ने हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय और बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल पर लगाये गंभीर आरोप। महंगी एंबुलेंस खरीद और दिल्ली में फ्लैट खरीदने को लेकर जमकर साधा निशाना।

Bihar : प्रशांत किशोर ने मंगल पांडेय व दिलीप जायसवाल पर लगाये सनसनीखेज आरोप 
पीके, मंगल व दिलीप (फाइल फोटो)।
  • महंगी एंबुलेंस और दिल्ली में फ्लैट खरीदने पर हेल्थ मिनिस्टर पर बोला हमला
  • मंगल पांडेय पर पीके ने लगाये भ्रष्टाचार के आरोप
  • ओडिशा ने जिस एम्बुलेंस को 16 लाख में खरीदा, उसे बिहार ने 27.5 लाख में खरीदा
  • दिलीप जायसवाल ने अपने बैंक अकाउंट से 25 लाख रुपये मंगल पांडेय के पिता अवधेश पांडेय के अकाउंट में भेजा

पटना। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर गंभीर आरोप लगाये हैं। प्रशांत किशोर ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंगल पांडेय पर  मार्केट मूल्य से लगभग अधिक मूल्य पर एंबुलेंस और दिल्ली में वाइफ उर्मिला पांडेय के नाम फ्लैट की खरीदारी पर सवाल उठाया है।
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प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय और दिलीप जायसवाल एक तरह से भाई ही हैं। 2020 में कोविड में लोग परेशान थे तो उस समय मंगल पांडेय ने दिलीप जायसवाल की मदद से दिल्ली के द्वारका में 86 लाख रुपये में फ्लैट खरीदा था। उन्होंने कहा कि दिलीप जायसवाल ने मंगल पांडेय के पिता अवधेश पांडेय के बैंक अकाउंट में छह अगत 2019 को 25 लाख रुपये भेजे। वहां से वे रुपये मंगल की वाइफ उर्मिला के अकाउंट में गये। वहां से फ्लैट के लिए पेमेंट हुआ। उसके बाद किशनगंज स्थित दिलीप के मेडिकल कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिला। 
डॉक्टर-वेंडर से पैसा तो लेते हैं मंगल पांडेय 
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2020 के मंगल पांडेय के एफिडेविट में कोई घोषणा नहीं है कि उन्होंने लोन लिया है। हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय डॉक्टर-वेंडर से पैसा तो लेते ही हैं, मंगल पांडेय अब अपने दल के नेता दिलीप जायसवाल से भी घूस लेने लगे हैं। मंगल पांडेय हेल्थ मिनिस्टर हैं और दिलीप जायसवाल मेडिकल कॉलेज चलाते हैं। पैसा लेते ही मंगल पांडेय ने दिलीप जायसवाल के कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी बना दिया। उससे पहले 2019 तक इसकी डिग्रियां मधेपुरा स्थित बीपी मंडल यूनिवर्सिटी द्वारा निर्गत होती थीं। अब यह स्वयं डिग्री देने लगा है। अगर वह लोन था, जो 2020 के चुनावी शपथ-पत्र में मंगल को इसका उल्लेख करना चाहिए था। 
एंबुलेंस खरीद में भारी गड़बड़ी
प्रशांत किशोर ने कहा- साल 2022 फरवरी में बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने 200 करोड़ रुपये से 1250 एंबुलेंस खरीदने के लिए टेंडर जारी किया था। उसमें टाइप-सी की 466 एंबुलेंस की खरीद 1958257 रुपये की रेट से फोर्स मोटर्स से हुई। फोर्स मोटर्स से अप्रैल 2025 में उसी तरह की 250 एंबुलेंस 2747580 रुपये की दर से खरीदी गयी। इससे पहले टाटा मोटर्स का बिड यह कहकर हटा दिया गया कि एंबुलेंस के ड्राइवर वाले हिस्से में एसी नहीं चाहिए। टाटा मोटर्स 19 लाख में ही पूर्णतया एसी एंबुलेंस दे रहा था। फोर्स की एंबुलेंस में मात्र मरीज वाले हिस्से में एसी है। यही एंबुलेंस ओडिशा में 16 लाख और यूपी में 12 लाख में खरीदी गयी। फोर्स की साइट पर भी इसकी कीमत 21 लाख है। 
पीके ने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को भी कठघरे में खड़ा किया
एंबुलेंस प्रकरण में पीके ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को भी कठघरे में खड़ा किया है। एंबुलेंस की खरीदारी के समय प्रत्यय अमृत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव थे। उन्हें जबाव देना चाहिए, क्योंकि अब वे चीफ सेकरेटरी बनने वाले हैं। दिलीप के मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान कार्ड निकासी में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। आश्चर्यजनक यह बिहार में आयुष्मान कार्ड योजना के प्रमुख पहले मंगल पांडेय के निजी सचिव हुआ करते थे।
आईएएस व आईपीएस अफसरों की काली कमाई का निवेश अमेरिका, दुबई और यूके में
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने प्रेस कांफ्रेस में "बात बिहार की" फेसबुक पेज को अपना बताते हुए कहा कि इसे हमलोग 2018 से चला रहे। अगर कोई गलती है तो सरकार कार्रवाई करे। पीके ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में लालू प्रसाद यादव को तो सजा हो गयी, लेकिन बीजेपी के लीडर कंबल ओढ़कर घी पी रहे। पीके के अनुसार, बिहार में लगभग दो दर्जन आईएएस व आईपीएस अफसर ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी काली कमाई का निवेश अमेरिका, दुबई और यूके तक में कर रखा है। राजस्थान के न्यायालय ने नकली दवा प्रकरण में मंत्री जिबेश मिश्रा को दोषी ठहराया है। इसके बावजूद वे मंत्रिमंडल में बने हुए हैं।
मंगल पांडे के पिता ने पूरा कर्ज दिलीप जायसवाल को लौटा दिया था
प्रशांत किशोर के आरोपों को बीजेपी लीडर नीरज कुमार ने बेबुनियाद और सनसनी फैलानेवाला बताया है। एक बयान जारी कर बीजेपी लीडर ने कहा कि मंगल पांडे के पिता ने पूरा कर्ज दिलीप जायसवाल को लौटा दिया था। नीरज कुमार  नेकहा कि उनके सारे आरोप झूठे और तथ्य परे हैं। 25 लाख रुपये दिलीप जायसवाल से मंगल पांडे के पिता ने कर्ज लिया, जो कि उनके इनकम टैक्स रिटर्न में भी दिखाया गया है। पांच चेक के माध्यम से उसे कर्ज की वापसी भी की गयी। समझिए जरा मंगल पांडे जी को मंत्री रहते हुए पिता से और मित्रों से कर्ज लेना पड़ा, ऐसे में उन पर भ्ष्टाचार का आरोप कितना शर्मनाक है। भाजपा नेता ने कहा कि एंबुलेंस का मामला हाई कोर्ट में लंबित है। एंबुलेंस कंपनी को एक रुपये का भी भुगतान विभाग की ओर से अभी तक नहीं किया गया है। पैसे लेकर डीड यूनिवर्सिटी बनानेकी बात कर रहे हैं, किसी भी तरह का यूनिवर्सिटी बनाने में हेल्थ डिपार्टमेंट का कोई रोल नहीं होता है। ऐसे में प्रशांत किशोर का सारा आरोप झूठा बेबुनियाद और सनसनी फैलाने के लिए है।
प्रशांत किशोर ने मंगल पांडेय से पूछा फ्लैट खरीदने के लिए बाकी का 61 लाख कहां से लाये?
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से बिहार के हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडे से कोरोना काल में दिल्ली में खरीदे गये फ्लैट का हिसाब मांगा है। नांलंदा में मीडिया से बातचीत में पीके ने कहा कि पहली बात ये कि मंत्री मंगल पांडेय ने ये स्वीकारा है, कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें चेक के माध्यम से आरटीजीएस के जरिए 25 लाख रुपये दिये थे। वो पैसा जायसवाल ने मंगल पांडे के पिता के अकाउंट में दिया था। फ्लैट की कीमत है 81 लाख। हमने सिर्फ 25 लाख की जानकारी दी है। मंगल पांडे कह रहे है कि उन्होने जो 25 लाख कर्ज के तौर पर लिए थे, जो वापस कर दिये हैं। लेकिन बाकी के 61 लाख रुपये कहां से
आये ये बतायें। 
प्रशांत किशोर ने कहा कि मंगल बतायें कि 61 लाख कहां से आये, नहीं तो हम वो भी जारी करेंगे, उनको लग रहा हैकि हमको पता नहीं है। अब मंगल पांडे फंस गये हैं, उन्होने ये स्वीकार किया, कि उहोने 25 लाख लिए थे, लेकिन अपने अकाउंट में लेने के बजाय पिता जी के अकाउंट में क्यों लिए, फिर वहां से छिपाकर कंपनी के अकाउंट में क्यों दिये। सब बातें मान भी लें, तो ये बताइए कि बाकी का 61 लाख कहां से आया। नहीं तो सात दिन के अंदर हम बता देंगे।