बोकारो: रामदास बाबा को मानपुर में दी गयी भू-समाधि, लोगों ने दी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
चंदनकियारी ब्लॉक के मानपुर झरना गांव स्थित नीलांचल आश्रम के संस्थापक अखिल ब्रह्ममंडलीय महात्यागी महामंडलेश्वर 1008 महंत बाबा रामदास को शुक्रवार संन्यासी परंपरा के अनुसार भू-समाधि दी गयी।
- महात्माओं की देखरेख में संन्यासी परंपरा से हुआ कार्यक्रम
बोकारो। चंदनकियारी ब्लॉक के मानपुर झरना गांव स्थित नीलांचल आश्रम के संस्थापक अखिल ब्रह्ममंडलीय महात्यागी महामंडलेश्वर 1008 महंत बाबा रामदास को शुक्रवार संन्यासी परंपरा के अनुसार भू-समाधि दी गयी। अस्थायी रूप से महासमाधि स्थल पर उनकी स्मृति में उनके चित्र को स्थापित किया गया।अश्रूपूरित श्रद्धांजलि के साथ वैदिक मंत्रोच्चार से बाबा को आश्रम स्थित बाबा की तपोस्थली के गर्भगृह में समाधि दी गयी।
संतों द्वारा मिट्टी दान के बाद उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों ने समाधि पर मिट्टी दी। बाबा रामदास जी की पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में लोगों का जुटान होने लगा था। शिष्य बाबा का अंतिम दर्शन कर पुष्प अर्पित कर रहे थे। विदाई के बाद आये श्रद्धालुओं के लिए भंडारा का आयोजन किया।एमुी पीएन सिंह ने समाधि स्थल पर पहुंचकर मिट्टी और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।
श्रद्धांजलि देने विभिन्न प्रदेशों से भक्त व संत पहुंचे
बाबा रामदास को श्रद्धांजलि देने के लिए हरिद्वार से नागा बाबा दिगंबर रघुवीर पूरी, अयोध्या सीताकुंड लाल दास, अवधूत पिशाचनंद, मध्यप्रदेश से ब्रह्मऋषि छवि रामदास महात्यागी, अयोध्या से नारायण दास महात्यागी पहुंचे थे। ड़िश से भागवत दास की अगुआई में बाबा को भू-समाधि दी गयी। इस दौरान संतों के कहा कि बाबा की 13वीं को कर्मकांड व 16वीं को क्षमता के अनुसार भंडारा का आयोजन किया जायेगा।