धनबाद BJP में बवाल: सांसद ढुलू व विधायक रागिनी के कई करीबी सक्रिय सदस्य नहीं

धनबाद महानगर भाजपा की सक्रिय सदस्यता सूची जारी होते ही सियासत गर्मा गई है। सांसद ढुलू महतो और विधायक रागिनी सिंह के कई करीबी सक्रिय सदस्य नहीं बन सके। 1377 में से 967 नाम स्वीकृत, कई दिग्गज बाहर। Threesocieties.com पर पढ़ें पूरी खबर।

धनबाद BJP में बवाल: सांसद ढुलू व विधायक रागिनी के कई करीबी सक्रिय सदस्य नहीं
कई दिग्गज नेता सूची से बाहर।
  • धनबाद महानगर भाजपा की सक्रिय सदस्यता सूची जारी 
  • 1377 में से 967 को मंजूरी 

धनबाद (Threesocieties.com Desk)। झारखंड प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर धनबाद महानगर भाजपा की सक्रिय सदस्यों की सूची बुधवार को जारी कर दी गई। जैसे ही सूची सार्वजनिक हुई, संगठन में हलचल मच गई। खास बात यह रही कि सांसद ढुलू महतो और झरिया विधायक रागिनी सिंह के कई करीबी कार्यकर्ताओं को सक्रिय सदस्यता नहीं मिल पाई। इसके बाद से ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है और पार्टी के अंदर गुटबाजी की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।

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भारी असंतोष: कई पुराने पदाधिकारी भी बाहर

सूची में कई ऐसे नाम शामिल नहीं हो सके, जो पूर्व में जिला कमेटी के महत्वपूर्ण पदों पर रहे थे। पूर्व महानगर महामंत्री नितिन भट्ट, पूर्व उपाध्यक्ष संजय झा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रियंका पाल,मुकेश पांडेय, जयंत चौधरी, बच्चू राय, बॉबी पांडेय, अशोक सिन्हा, उमेश यादव, पूर्व विधायक संजीव सिंह के विधायक प्रतिनिधि रह चुके अखिलेश सिंह, अभिषेक पांडेय, संतोष शर्मा, प्रीतपाल सिंह आज़मानी सहित कई कार्यकर्ताओं को सक्रिय सदस्यता नहीं दी गई है। इस पर नाराजगी जताते हुए ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष बिरजू रवानी ने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह को शिकायत भी भेजी है। उन्होंने रेफरल कोड की प्रति भी प्रदेश नेतृत्व को उपलब्ध कराई है।

धनबाद रहा नंबर-1, 1377 में से 967 सदस्य स्वीकृत

महानगर अध्यक्ष श्रवण राय ने बताया कि झारखंड में सक्रिय सदस्यता के मामले में धनबाद नंबर-1 रहा है। कुल 1377 आवेदन में से 967 सदस्यताओं को प्रदेश स्तर से स्वीकृति दी गई है। सक्रिय सदस्यों की सूची जिला कार्यालय में उपलब्ध है, जिसे कोई भी भाजपा सदस्य जाकर देख सकता है।सूची जारी होने के बाद धनबाद महानगर के सभी 17 मंडल अब चुनाव योग्य हो गए हैं। इससे संकेत मिल रहा है कि जल्द ही मंडल अध्यक्षों की नई सूची भी जारी कर दी जायेगी।

मंडलों में सदस्य संख्या इस प्रकार

जोरापोखर: 112

धनबाद सदर: 93

बाघमारा: 85

केंदुआ: 69

महुदा: 65

सिनीडीह: 60

भागा: 55

भूली: 54

झरिया नगर: 54

मनईटांड़: 53

बरटांड़: 48

धनबाद प्रखंड: 31

कतरास: 52

लोयाबाद: 34

बैंक मोड़: 39

लोदना: 39

बस्ताकोला: 34

20 साल से सक्रिय और जिला कमेटी में पदाधिकारी रहे नेताओं के नाम भी नहीं

20 साल या इससे अधिक समय से सक्रिय रहे और जिला कमेटी में पदाधिकारी रहे नेताओं के नाम भी नयी सूची से गायब हैं। जो सक्रिय सदस्य नहीं बने हैं वे पार्टी में तो रहेंगे लेकिन संगठन में पद नहीं ले पायेंगे। इन पर जिलाध्यक्ष श्रवण राय के खिलाफ मोर्चाबंदी करने और उनका पुतला जलाने का भी आरोप लगा था। इनकी जिलाध्यक्ष ने प्रदेश कमेटी से लिखित शिकायत की थी। संभवतः इसी वजह से ये सक्रिय सदस्यों की सूची से बाहर हैं। अब ये लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉमों आक्रोश जता रहे हैं। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष, महामंत्री, प्रभारी से करेंगे शिकायत

सूची में नाम नहीं होने से नाराज भाजपा नेताओं का एक गुट बुधवार को दिल्ली रवाना हो गया।  है। ये नेता वहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री, प्रदेश प्रभारी व अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने इन सबके पीछे पार्टी के ही एक जनप्रतिनिधि का हाथ होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सांसद समर्थकों के साथ-साथ झरिया, बाघमारा के सक्रिय कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है।

प्रदेश के एक जूनियर पदाधिकारी ने किया खेला

आरोप है कि कोयलांचल के रहने वाले झारखंड बीजेपी के एक जूनियर पदाधिकारी ने जिले के अपने स्वजातीय नेताओं के साथ मिलकर सक्रिय सदस्यता की सूची में खेला किया है। इस पदाधिकारी ने ढुलू महतो को धनबााद से लोकसभा का टिकट मिलते ही विरोध शुरु कर दिया था। जिले में अपने स्वजातीय नेताओं के साथ कई बैठकें की। विरोधी दल के उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग कराने की रणनीति बनायी। ढुलू के चुनाव जीतने के बाद उनके विरोध करने वाले नेताओं को पद दिलवाने की मुहिम चला रहे हैं। लोकसभा चुनाव में ढुलू महतो का विरोध कर रहे नेताओं को ग्रामीण क्षेत्र में सक्रिय सदस्यता व मंडल अध्यक्ष में तरजीह दी गयी है। आरोप है कि प्रदेश का जूनिियर पदाधिकारी धनबाद में अपने स्वजातीय एक नेता को महानगर जिला अध्यक्ष बनाये जाने का पहले से ही एलान कर रखा है। प्रदेश का यह नेता खुद को एमएलए व एमपी का टिकट दावेदार बता प्रदेश के सीनीयर नेताओं का करीबी होने का दावा कर रहा है।