Dhanbad: स्टेशन रोड में अतिक्रमण हटाने के दौरान जमकर हंगामा, जाम, लाठीचार्ज, आत्मदाह का प्रयास
रेलवे द्वारा शनिवार को धनबाद के स्टेशन रोड से डीआरएम चौक तक अतिक्रमण हटाओं अभियान के दौरान फुटपाथ दुकानदारों ने जमकर हंगामा किया गया। फुटपाथ दुकानदारों द्वारा ने आगजनी कर स्टेशन रोड को जाम कर दिया गया। कुछ दुकानदारों ने अपने ऊपर तेल छिड़कर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया। धनबाद रेल पुलिस को लाठीचार्ज कर स्थिति को कंट्रोल किया।
धनबाद। रेलवे द्वारा शनिवार को धनबाद के स्टेशन रोड से डीआरएम चौक तक अतिक्रमण हटाओं अभियान के दौरान फुटपाथ दुकानदारों ने जमकर हंगामा किया गया। फुटपाथ दुकानदारों द्वारा ने आगजनी कर स्टेशन रोड को जाम कर दिया गया। कुछ दुकानदारों ने अपने ऊपर तेल छिड़कर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया। धनबाद रेल पुलिस को लाठीचार्ज कर स्थिति को कंट्रोल किया।
यह भी पढ़ें:Jharkhand: सेंट्रल डिपेुटेशन के लिए रिलीव हुए रांची DIG अनीश गुप्ता, CBI में देंगे योगदान
धनबाद रेल डिवीजन द्वारा शुक्रवार को लाउडस्पीकर के माध्यम से स्टेश रोड से डीआरएम चौक तक की जमीन पर अपनी दुकान लगा कर जीविकोपार्जन कर रहे दुकानदारों को अपनी दुकान हटा लेने के लिए मुनादी करवाई गई थी। रेलवे की टीम शनिवार को डोजर और सुरक्षा बलों के साथ स्टेशन रोड से अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरु होते ही विरोध में फुटपाथ दुकानदार एकजुट होकर आगजनी कर स्टेशन रोड को जाम कर दिया। इसके बावजूद रेल प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहा। यह देख कुछ दुकानदारों ने अपने ऊपर तेल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास करने लगे। रेल पुलिस ने आत्मदाह का प्रयास विफल कर दिया। इसके बाद दुकानदारों ने दुकान तोड़ रहे डोजर को रोकने के लिए सड़क पर लेट गए। साथ ही कुछ दुकनदार डोजर के सामने खड़े हो गये। इसके बाद डोजर को पीछे हटना पड़ा। भारी विरोध के कारण कुछ समय के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। इसके बाद रेल प्रशासन ने दुकानदारों को मौके से हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। इसके बाद दुकनदार मौके से हटे।
फुटपाथ दुकानदार समिति के अध्यक्ष राम नारायण सिंह ने बताया कि करीब तीन पीढ़ियों से लगभग ढाई सौ दुकनदार स्टेशन रोड के किनारे अपनी दुकान लगा कर अपना और अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते आ रहे है। रेलवे की ओर से आज अचानक बिना किसी नोटिस के उनके दुकानों को उजाड़ा जा रहा है। यह जमीन रेल प्रशासन की भी नही है, यह जमीन धनबाद जिला प्रशासन के अधीन है। बावजूद बिना पुनर्वास के दुकानदारों को यहां से उजाड़ देना असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी धनबाद के एमपी पशुपतिनाथ सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बिना पुनर्वास के उन्हें यहां से उजाड़ा नही जायेगा।
धनबाद रेल प्रशासन का कहना है कि बीते शुक्रवार को मुनादी के जरिए यहां अतिक्रमण कर दुकान चला रहे दुकादरो को दुकानों को से हटा लेने की सूचना दे दी गई थी।। अतिक्रमण हटाने पहुंचे धनबाद अंचल निरीक्षक श्यामलाल मांझी ने कहा कि दुकानदार यहां से हटने को तैयार नही थे।उन्होंने हंगमा भी किया।