धनबाद: BCCL कुसुंडा का फरजी लाइजनर एक्टिव, मिठाई डब्बा ले पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ खिंचाई फोटो
बीसीसीएल कुसुंडा एरिया का फरजी लाइजनर ने अपनी एक्टिविटी बढ़ा दी है। यह लाइजनर झारखंड स्थापना दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मिठाई का डब्बा लेकर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के आगे-पीछे चक्कर काटते देखा गया।
धनबाद। बीसीसीएल कुसुंडा एरिया का फरजी लाइजनर ने अपनी एक्टिविटी बढ़ा दी है। एक डीएसपी के खास रहे इस लाइजनर की छह माह से सीनीयर पुलिस अफसरों के पास इंट्री बंद है। यह लाइजनर झारखंड स्थापना दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मिठाई का डब्बा लेकर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के आगे-पीछे चक्कर काटते देखा गया। हलांकि अफसरों की ओर से उसे कोई अहमियत नहीं मिली।
कार्यक्रम में फोटो खींचवाकर वह कुसुंडा एरिया व कारोबारियों को दिखाकर अपनी पहुंच का डंका बजाने लगा है। बीसीसीएल कुसुंडा एरिया का यह स्टाफ एक आउटसोर्सिंग कंपनी के लिए जूनियर पुलिस अफसरों का लेन-देन करता है। डीएसपी साहब के ट्रांसफर के बाद यह लाइजनर बेचरा बन गया है। उपर तक पहुंचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है। बीसीसीएल की नौकरी कर पुलिस की दलाली के नाम पर पहले लाखों रुपये कमा चुका है। पुलिस अफसरों के घर व ऑफिस के बाहर गाड़ी खड़ी कर लोगों को दिखाकर भयादोहन का आरोप इस बीसीसीएल स्टाफ पर लगता रहा है।
आरोप है कि पुलिस अफसरों के पास पहुंचकर कुसुंडा का यह बीसीसीएल स्टाफ खुद को कंपनी का लाइजनर बताता है। जबकि बीसीसीएल में ऐसा कोई पद व काम नहीं है। अफसरों के साथ फोटो खींचवाकर लोगों को झांसा में लेकर ठगी का काम करना ही इनका मुख्य उद्देश्य है। अभी हाल में ही फरजी लाइजनर ने एक माइनिंग सरदार का ट्रांसफर के लिए जीएम से एनओसी के कराने के नाम पर 70 हजार रुपये ठगी की है।
पुलिस के जूनियर अफसरों के घर आउटसोर्सिंग कंपनी से पैसा लेकर मिठाई व लड्डू पहुंचाकर करीबी बनने की कोशिश करने वाले इस लाइजनर को कई बार फटकार भी लग चुकी है। बावजूद यह सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। एक डीएसपी ने अपने घर से गेट से लौटा दिया था। बाद में लाइजनर ने गेट पर दरवान को प्रसाद के नाम पर लड्डू देकर बैंरग वापस लौटना मुनासिब समझा था।