धनबाद: BCCL की विश्वकर्मा प्रोजेक्ट लोडिंग प्वाइंट पर झड़प, हवाई फायरिंग, लाठी चार्ज, नहीं शुरु हो सकी ट्रक लोडिंग
बीसीसीएल कुसुंडा एरिया के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट लोडिंग पॉइंट पर कोयला लोडिंग को लेकर गुरुवार को मजदूरों के बीच झड़प हो गयी। इस दौरान हवाई फायरिंग किये जाने की भी सूचना है। डीओ का कोयला लोडिंग करने के लिए एलॉटमेंट हुआ है। दो ट्रक लोडिंग के लिए चेक पोस्ट पर आये थे लेकिन वापस लौट गये।
धनबाद। बीसीसीएल कुसुंडा एरिया के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट लोडिंग पॉइंट पर कोयला लोडिंग को लेकर गुरुवार को मजदूरों के बीच झड़प हो गयी। इस दौरान हवाई फायरिंग किये जाने की भी सूचना है। डीओ का कोयला लोडिंग करने के लिए एलॉटमेंट हुआ है। दो ट्रक लोडिंग के लिए चेक पोस्ट पर आये थे लेकिन वापस लौट गये।
अब जिला प्रशासन से वार्ता के बाद ही लोडंग शुरु हो सकेगी। सीनीयर प्रशासनिक व पुलिस अफसरों ने वार्ता के बाद लोडिंग करने की बात कही है। दोनों पक्ष को आधा कार्ड के आधार पर लोडिंग दिये जाने पर वार्ता हो सकती है। मासस व जनता मजदूर संघ वाला गुट आज हर हाल में लोडिंग शुरु कराना चाह रहा था। बीजेपी समर्थित युवा बेरोजगार मंच के सामने विरोधी गुट को मुंह की खानी पड़ी।
करने के लिए दोनों गुट आमने-सामने हो गये हैं। स्थिति तनावपूर्ण है। दोनों तरफ से नारेबाजी की जा रही है। भारी संख्या में पुलिस बल दोनों गुटों के बीच खड़ी है। परंपरागत हथियार तीर, धनुष लाठी, डंडा आदि लेकर के मजदूर पहुंचे हुए हैं। एक तरफ मासस, झामुमो और जमस कुंती गुट के असंगठित मजदूर तो दूसरी तरफ भाजपा समर्थक असंगठित बेरोजगार मंच के असंगठित मजदूर और बीच में पुलिस बैरियर के रूप में खड़ी है। मासस, झामुमो, और जमसंघ समर्थकों ने मिलकर भाजपा समर्थक मजदूरों को खदेड़ा दिया है। स्थिति तनावपूर्ण है।
ट्रक के आते ही दोनों गुट के मजदूर हुए आमने सामने
ट्रक लोडिंग के लिए गुरुवार की सुबह से ही यहां दोनों गुट के मजदूर जुटे हुए थे। एक तरफ भाजपा समर्थित युवा बेरोजगार मंच के मजदूर थे। वहीं दूसरी ओर मासस, झामुमो और जमसं कुंती गुट के मजदूर थे। मासस और झामुमो के समर्थक डुगडुगी बजाकर विरोधी संगठन को चुनौती दे रहे थे। वहीं मंच के समर्थक मजदूर नारेबाजी कर रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक और एक हाइवा कोयला लोडिंग को लेकर प्रोजेक्ट में पहुंचे। इसके बाद दोनों गुटों के मजदूर कोयला लोडिंग को लेकर आमने -सामने आ गये। दोनों तरफ से नोकझोंक के बाद मारपीट होने लगी। पत्थरबाजी भी हुई। इसी दौरान मजदूरों की ओर से तीन राउंड हवाई फायरिंग की गई। झरिया व धनसार पुलिस व सीआइएसएफ जवानों ने लिए लाठीचार्ज कर मजदूरों को खदेड़ा। आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर जख्मी होकर भाग गये।
तीन साल से बंद है लोडिंग
एक ग्रुप कह रहा है कि लोडिंग पॉइंट पर उनका हक है क्योंकि वे स्थानीय आदिवासी हैं। उनकी जमीन विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में गई है। 2008 से यानी जब से विश्वकर्मा में लोडिंग शुरू हुई है तब से लेकर 2018 तक लोडिंग की। उनकी संख्या करीब 650 बताई जा रही है। जबकि असंगठित बेरोजगार मोर्चा का कहना है कि वे लोग भी लोकल हैं। धनसार कोलियरी लोडिंग पॉइंट पर 40 साल से लोडिंग कर रहे हैं। वहां कोयला विश्वकर्मा का ही जाता था। अब धनसार लोडिंग पॉइंट बंद हो गया है। उन्हें भी वहां पर काम मिलना चाहिए। उनकी संख्या लगभग पंद्रह सौ बताई जा रही है। 16 जनवरी 2018 से दोनों गुटों के बीच लोडिंग पर वर्चस्व को लेकर तनाव होने के कारण कई बार डीओ रद्द हो चुका है।