धनबाद: एना आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट में दिखा झरिया इंस्पेक्टर का अमानवीय चेहरा, पीड़ित परिजनों के साथ मारपीट व गाली-गलौज

बीसीसीएल की ऐना प्रोजेक्ट में काम कर रही है आउटसोर्सिंग कंपनी आर के ट्रांसपोर्ट के स्टाफ मोहित कुमार की बॉडी रखकर मुआवजा की मांग कर रहे लोगों पर झरिया पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई। झरिया इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह पीड़ित परिजनों पर क्रिमिनल की तरह लाठियां बरसाते हुए भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे। 

धनबाद: एना आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट में दिखा झरिया इंस्पेक्टर का अमानवीय चेहरा, पीड़ित परिजनों के साथ मारपीट व गाली-गलौज
  • मुआवजा मांगने पहुंचे पीड़ित परिजनों पुलिस ने बरसाई लाठियां
  • पुलिस की बर्बरता से बैरंग लौटे परिजन

धनबाद।बीसीसीएल की ऐना प्रोजेक्ट में काम कर रही है आउटसोर्सिंग कंपनी आर के ट्रांसपोर्ट के स्टाफ मोहित कुमार की बॉडी रखकर मुआवजा की मांग कर रहे लोगों पर झरिया पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई। झरिया इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह पीड़ित परिजनों पर क्रिमिनल की तरह लाठियां बरसाते हुए भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे। 

पुलिस लाठी चार्ज के बाद मोहित की बॉडी के साथ के साथ प्रदर्शन कर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी। पुलिस पिटाई से मृतक के भाई संजय श्रीवास्तव, रोहित श्रीवास्तव, पवन विश्वकर्मा, विक्की, दीप, सुरेश, रवि सिंह व छोटू सहित अन्य लोग घायल हो गये हैं। पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के बाद पीड़ित परिजन बॉडी लेकर अपने घर ईस्ट बसुरिया लौट गये।

संजय श्रीवास्तव का कहना है कि वे लोग अपने बाई मोहित की मर्डर की जांच व मुआवजा की शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे। लिस ने बेहजह लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई से पता चलता है कि मोहित की मर्डर को आउटसोर्सिंग प्रबंधक दबाना चाह रहा है। 

यह है मामला 
एना प्रोजेक्ट में काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी आरके ट्रांसपोर्ट के हाजिरी बाबू मोहित (26) मर्डर कर दी गयी है। मोहित की बॉडी मंगलवार गिरिडीह के निमियाघाट में मिला था। परिजनों ने न्याय व मुआवजा की मांग को लेकर बुधवार की दोपहर मोहित कुमार की बॉडी एंबुलेंस में लेकर एना आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट पहुंचे। मृतक के आश्रित को मुआवजा देने और मोहित की मर्डर की जांच की मांग को लेकर प्रोजेक्ट में प्रोडक्शन बाधित कर दिया। इसके बाद आउटसोर्सिंग कंपनी, अभिषेक सिंह, बोर्रागढ़ ओपी प्रभारी सौरभ चौबे के बीच मामले  परकैंप में वार्ता होने लगी। इंस्पेक्टर सह झरिया पुलिस स्टेशन ओसी पीके सिंह अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों जबरन हटाना चाहा। नोकझोंक होने लगे। 

इंस्पेक्टर पीके सिंह ने लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया। आरोप है कि इंस्पेक्टर परिजनों को गाली गलौज करते हुए मारपीट व धक्का देकर आउटसोर्सिंग से बाहर करने लगे। परिजनों व लोगों को पकड़-पकड़कर लाठियों से पीटा जाने लगा। अफरातफरी मच गयी। लोग इधर से उधर भागने लगे। पुलिसकर्मी प्रोजेक्ट कैंपस में स्टाफ के लिए बने अस्थायी कमरे में घुस घुसकर मृतक के परिजनों के साथ आये लोगों को ढूंढने लगे। पकड़े जाने पर उनलोगों की जमकर पिटाई की। 

नियमानुसार मिलेगा मुआवजा
आउटसोर्सिंग मैनेजर रवि अग्रवाल का कहना है कि कंपनी के इंचार्ज राकेश रंजन से मोहित कुमार ने छुट्टी लेकर गया था। दो घंटे बाद भी उसके ड्यूटी पर नहीं आने पर राकेश रंजन ने कई बार मोहित को फोन किया, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया। रात को वह ड्यूटी पर नहीं लौटा। कंपनी के नियमानुसार मृतक के परिजन को मुआवजा दिया जायेगा।

लॉ एंड ऑर्डर ड्यूटी में बिना वर्दी के थे इंस्पेक्टर

एना आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट में पुलिस बल के साथ पहुंचे झरिया इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह बिना वर्टी के लाठी चला रहे हैं। गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे। उनके एक्शन से लग रहा था कि वह पुलिस नहीं कंपनी के सिक्युरिटी अफसर हैं। झरिया में क्रिमिनल व दागियों पर पीके सिंह का  रौब नहीं है। आरोप है कि जिला बल में पहुंच के बल पर आये इंस्पेक्चर पीके सिंह का तगड़ा जुगाड़ है। कहीं भी कंपलेन हो लेकिन उनका कुछ नहीं होता है। उनका पुलिस रिकार्ड गड़बड़ है। यही कारण है कि चुनाव के समय पर थानेदार से हटा दिये गये थे लेकिन जुगाड़ के बल पर फिर झरिया में पोस्टिंग करवा लिये।