धनबाद: इंस्पेक्टर उमेश सिंह बने गोविंदपुर पुलिस स्टेशन के नये ऑफिसर इंचार्ज, सुरेंद्र सिंह लाइन क्लोज
इंस्पेक्टर सह गोविंदपुर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सुरेंद्र कुमार सिंह को रविवार को लाइन क्लोज कर दिया गया है। एसएसपी संजीव कुमार ने संबंधित आदेश जारी कर दिया है। जोड़ापोखर सर्किल इंस्पेक्टर उमेश सिंह गोविंदपुर पुलिस स्टेशन के नये ऑफिसर इंचार्ज बनाये गये हैं।
- लिंकेज का कोयला पकड़े जाने पर एफआइआर से पहले तोलमोल का आरोप
- बदले जा सकते हैं जिले के दर्जन भर इंस्पेक्टर व थानेदार
धनबाद। इंस्पेक्टर सह गोविंदपुर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सुरेंद्र कुमार सिंह को रविवार को लाइन क्लोज कर दिया गया है। एसएसपी संजीव कुमार ने संबंधित आदेश जारी कर दिया है। जोड़ापोखर सर्किल इंस्पेक्टर उमेश सिंह गोविंदपुर पुलिस स्टेशन के नये ऑफिसर इंचार्ज बनाये गये हैं।
बताया जाता है कि माइनिंग अफसर द्वारा कोयला लदे ट्रक को पकड़ कर गोविंदपुर को पुलिस को दिया था। लिंकेज का कोल का कोयला जंगलपुर भट्ठा में गिर रहा था। आरोप है कि दो दिन मामले में केस दर्ज नहीं कर तोलमोल किया जा रहा था। मामले की जानकारी मिलने पर एसएसपी संजीव कुमार ने डीएसपी अमर कुमार पांडेय को जांच का आदेश दिया था। जांच में आरोप सही पाया गया। एसएसपी की रिपोर्ट पर थानेदार सुरेंद्र सिंह को लाइन क्लोज कर दिया गया है।
उमेश सिंह ने गोविंदपुर ओसी का चार्ज संभाल लिया है। हालांकि अभी जोड़ापोखर सर्किल में किसी इंस्पेक्टर की पोस्टिंग नहीं हुई है। जिले में पुलिस कप्तान का पदभार संभालने के बाद संजीव कुमार ने पहले बरोरा ऑफिसर इंचार्ज बंधन तिर्की को लाइन क्लोज किया था। एसआइ बंधन तिर्की पर क्राइम कंट्रोल में विफल रहने, इलिगल कारोबार को बढ़ावा देने व क्राइम की सूचना समय पर सीनीयर अफसरों को नहीं देने का आरोप था। गोविंदपुर से लाइन क्लोज किये गये इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह डेढ साल से ज्यादा समय से पोस्टेड थे।
संजीव कुमार ने धनबाद एसएसपी का पदभार संभालने के बाद से क्राइम कंट्रोल व इलिगल कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए जिला पुलिस महकमा में फेरबदल शुरु किया है। थानेदारों के कार्यों की रिव्यू की जा रही है। इलाके का क्राइम ग्राफ व उद्भेदन देखा जा रहा है। इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टरों का ट्रैक रिकार्ड भी देखा जा रहा है। एसएसपी के कड़े तेवर से जिले में शिथिल पड़े पुलिस अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।पुलिस अफसर अपनी कुर्सी बचाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। क्राइम केस का खुलासे कर मार्केटिंग करने में लगे हैं।
कई थानेदार व इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर की चर्चा
बताया जाता है कि जिले के दर्जन भर से अधिक ऑफिसर इंचार्ज व इंस्पेक्टरों को बदलने जाने की चर्चा है। निरसा, कतरास, मैथन, बाघमारा बलियापुर, राजगंज, केंदुआडीह, लोयाबाद, ईस्ट बसुरिया, सोनारडीह, तोपचांची, तिसरा आदि अ़ॉफिसर इंचार्ज के बदले जाने की चर्चा है। कतरास थानेदार क्राइम कंट्रोल में विफल साबित हो रहे हैं। तोपचांची थानेदार का कार्यकाल पूरा हो चुका है। मैथन, बाघमारा, पंचेत निरसा इलाके में इलिगल कारोबार की सूचना है। सटिंग में पड़े अफसरों को मौका मिल सकता है। पुलिस लाइन में वेटिंग फॉर पोस्टिंग कर रहे इंस्पेक्टरों को जगह मिल सकती है।