धनबाद: इंटरनेशनल फुटबॉलर संगीता कुमारी को मिलेगी मदद, सेंट्रल खेल मिनिस्टर किरण रिजीजू ट्वीट कर दी जानकारी
बाघमारा रेगुनी पंचायत के बांसमुड़ी गांव निवासी इंटरनेशनल फुटबॉल प्लेटर संगीता सोरेन की मदद के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट आगे आयी है। ईंट भट्ठे में मजदूरी करके घर परिवार का हाथ बंटा रही संगीता के बारे में सेंट्रल खेल मंत्री किरण रिजीजू ने संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्विटर पर उसे आर्थिक औऱ अन्य मदद दी जायेगी।
- ईंट भट्ठे पर काम रही है फुटबॉलर
धनबाद। बाघमारा रेगुनी पंचायत के बांसमुड़ी गांव निवासी इंटरनेशनल फुटबॉल प्लेटर संगीता सोरेन की मदद के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट आगे आयी है। ईंट भट्ठे में मजदूरी करके घर परिवार का हाथ बंटा रही संगीता के बारे में सेंट्रल खेल मंत्री किरण रिजीजू ने संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्विटर पर उसे आर्थिक औऱ अन्य मदद दी जायेगी।
खेल मंत्री रिजजू ने ट्वीट कर कहा है-फुटबॉलर संगीता सोरेन के बारे में सूचित किया गया है, जिन्होंने इंटरनेशनल चैंपियनशीप में इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है, और इस महामारी में वित्तीय संकट में है। मेरे ऑफिस ने उनसे संपर्क किया है।और जल्द ही वित्तीय मदद दी जाएगी। एथलीटों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है।
महिला आयोग ने भी लिया संज्ञान
इंटरनेशनल फुटबॉलर संगीता सोरेन के ईंट भट्ठे में काम करने को राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने झारखंड सरकार से कहा है कि वह उस अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर को मदद मुहैया कराए, जो वित्तीय संकट के कारण ईंट के भट्टे में मजदूरी करने पर मजबूर है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है।
डीसी के आदेश पर संगीता के घर पहुंचे सीओ-बीडीओ
डीसी के आदेश पर बाघमारा के बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति व अंचलाधिकारी केके सिंह रविवार को रेंगुनी पंचायत के बांसमुड़ी गांव अंतरराष्ट्रीय फूटबॉलर संगीता कुमारी के घर पहूंचे। बीपीओ लक्ष्मी प्रसाद सिन्हा भी साथ में थे। अफसर संगीता से उसके घर की स्थिति से अवगत हुए। खेल व शिक्षा से संबंधित जानकारियां भी हासिल की। अधिकारियों ने संगीता को आर्थिक सहयोग किया व खाद्य सामग्री दिया। संगीता ने दोनों अफसरों से सरकारी नौकरी दिलाने की गुहार लगाई। संगीता ने कहा कि उसे अगर सरकारी नौकरी मिल जाय तो घर का खर्चा भी चलेगा और उसका खेल भी जारी रहेगा। बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति ने कहा कि डीसी के आदेश पर संगीता के घर आये हैं। बीडीओ ने कहा कि संगीता से संबंधित जानकारियों की रिपोर्ट डीसी को सौंपेंगे।
आर्थिक तंगी से बदहाल संगीता
बाघमारा की रेंगनी पंचायत के बांसमुड़ी गांव की संगीता 2018-19 में अंडर 17 में भूटान और थाईलैंड में हुए इंटरनेशनल पर फुटबॉल चैंपियन में खेली थी। संगीता ने जीत के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर झारखंड का मान बढ़ाया था। प्रैक्टिस के लिए एक जूते की जरूरत पूरी करने के लिए उन्होंने पिछले दिनों ईंट भट्ठा में काम किया। माड़-भात और चोखा-भात खाकर फुटबॉल की प्रैक्टिस करती है।
संगीता के पिता दृष्टिबाधित हैं।आर्थिक तंगहाली के कारण संगीता घर-परिवार को चलाने के बकरी चराने और ईंट भट्ठा में मजदूरी करने के लिए मजबूर है। इंटर पास इंटरनेशनल फुटबॉल संगीता कुमारी आर्थिक तंगी के कारण घर परिवार चलाने के लिए बकरी चराने और ईंट भट्ठा में मजदूरी करने के लिए विवश है। संगीता के भाई दैनिक मजदूर है। लॉकडाउन और कोरोना के कारण उसे भी रोज कोई काम नहीं मिल पाता है। संगीता की मां भी कभी-कभी दैनिक मजदूरी करने जाती थी लेकिन उसे भी अभी मजदूरी का काम नही मिल रहा है। उसके घर की स्थिति दयनीय है। घर में कुल सात बालिग व दो नाबालिग सदस्य हैं। संगीता के पिता का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि उसकी बेटी फुटबॉल की अच्छी प्लेटर हैं। सरकार कोई नौकरी देगी। लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला है।
एमएलए ढुल्लू महतो ने पहुंचाई आर्थिक सहायता
एमएलए ढुल्लू महतो संगीता के घर पहुंचकर आर्थिक मदद की। ढुल्लू महतो ने भी संगीता से मिलकर आर्थिक मदद की है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां खेल के क्षेत्र में बहुत ही अच्छा प्रयास कर रही हैं। लेकिन झारखंड सरकार का ध्यान हमारी बेटियों पर नहीं है। सरकार को संगीता जैसी सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संगीता की नौकरी के लिए बीसीसीएल सीएमडी से बातचीत हुई है। सीएमडी की ओर से संगीता को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया गया है।