धनबाद: जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह अपनी संपत्ति की देखरेख के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी देंगे
जेल में बंद झरिया के एक्स बीजेपी एमएलए संजीव सिंह ने अपनी संपत्ति की देखभाल करने के लिए अपने रिश्तेदार को पावर ऑफ अटॉर्नी देने का फैसला किया है। संजीव अभी अपने चचेरे भाई एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह की मर्डर के षडयंत्र के आरोप में पिछले 40 माह से जेल में हैं।
- जेल में बंद रहने के कारण नहीं संभाल पा रहे हैं अपनी संपत्ति
धनबाद। जेल में बंद झरिया के एक्स बीजेपी एमएलए संजीव सिंह ने अपनी संपत्ति की देखभाल करने के लिए अपने रिश्तेदार को पावर ऑफ अटॉर्नी देने का फैसला किया है। संजीव अभी अपने चचेरे भाई एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह की मर्डर के षडयंत्र के आरोप में पिछले 40 माह से जेल में हैं।
संजीव सिंह की ओर से सोमवार को कोर्ट में आवेदन दाखिल कर पावर ऑफ अटॉर्नी प्रदान करने के लिए धनबाद के सब रजिस्टार के समक्ष उपस्थित कराने का आदेश देने के लिए कोर्ट से प्रार्थना की है। कोर्ट में बहस करते हुए अधिवक्ता मो. जावेद ने कहा कि संजीव सिंह पिछले 40 माह से जेल में बंद हैं। वह अपनी अपनी संपत्ति की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें अपनी संपत्ति की देखभाल करने के लिए अपने रिश्तेदार को पावर ऑफ अटॉर्नी देना आवश्यक है।
एमएलए की दलील का विरोध करते हुए पीपी बी डी पांडे ने कहा कि संजीव की ओर से यह नहीं बताया गया है कि वह किस संपत्ति का पावर अपने किस रिश्तेदार को देना चाहते हैं। उसकी कॉपी भी उन्हें नहीं दी गई है।जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे की कोर्ट ने संजीव को आदेश दिया है कि वह इस आशय का शपथ पत्र दाखिल करें कि वह केवल अपने नाम की संपत्ति का ही पावर ऑफ अटॉर्नी अपने रिश्तेदार को करेंगे। संजीव के ए़वोकेट ने बताया कि कोर्ट के निर्देश पर शपथ पत्र अदालत में दायर कर दिया गया है। इस मामले पर अब मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई होगी।