धनबाद: नक्सलियों ने बैंक मोड़ के चार कंप्यूटर व्यवसायियों से मांगी दो करोड़ की लेबी
प्रति नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के नाम पर बैंकमोड़ के चार बड़े कंप्यूटर व्यवसायियों से दो करोड़ रुपये लेबी मांगी गयी है। लेवी मांगने जिस व्हाट्सएप नंबर का इस्तेमाल किया गया है उसकी पुलिस छानबीन कर रही है।
- प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम पर शरारती तत्वों की हो सकती है हरकत
- व्हाट्सएप नंबर से मांगी गयी है लेबी, पुलिस छानबीन में जुटी
धनबाद। प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के नाम पर बैंकमोड़ के चार बड़े कंप्यूटर व्यवसायियों से दो करोड़ रुपये लेबी मांगी गयी है। लेवी मांगने जिस व्हाट्सएप नंबर का इस्तेमाल किया गया है उसकी पुलिस छानबीन कर रही है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि लेबी मांगने के बाद अब उस व्हाट्सएप नंबर ही बंद कर दिए गए हैं। हालांकि पुलिस लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश में जुटी है। एएसपी मनोज स्वर्गीयार का कहना है कि फस्ट फेज में यह मामला अपराधिक कुकृत्य लग रहा है। रांची में भी इसी तरह के मामले अभी हाल के दिनों में आये थे। मोबाइल व्हाट्सएप के जरिए दोषियों को मैसेज दिया गया वह मोबाइल व्हाट्सएप नंबर भी बंद कर लिया गया है।
उल्लेखनीय कि पीएलएफआई के नाम से कंप्यूटर के मालिक विशाल कुमार, झांझरिया, कंप्यूटर के प्रोपराइटर विकास अग्रवाल, अग्रवाल कंप्यूटर के टिंकू अग्रवाल तथा उनके बड़े भाई गोविंद अग्रवाल को व्हाट्सएप पर मैसज भेजकर 50 50 लाख रुपए की मांग की गई है।
रविवार की सुबह से सोमवार तक 24 घंटे के अंतराल में कंप्यूटर के चार बड़े व्यवसायियों को धमकी मिली थी। रकम नहीं देने पर फौजी कार्रवाई की धमकी भी दी गई है। मैसेज में लिखा गया है कि संगठन विस्तार के लिए 50 लाख रुपए देना होगा। अन्यथा संगठन फौजी कार्रवाई करेगी और इससे जान का खतरा हो सकता है। इसके बाद व्यवसाइयों ने बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन में लखित कंपलेन की है। व्हाट्सएप पर मैसेज पीएलएफआई का पैड इस्तेमाल किया गया है। सभी को अलग-अलग पत्रांक नंबर के साथ धमकी दी गई है।