धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस के दोनों आरोपियों का ब्रेन मैपिंग करायेगी पुलिस,का रिमांड अवधि पूरा, गये जेल
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे-8) उत्तम आनंद मौत मामले में अरेस्ट ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को सोमवार की शाम पुलिस ने जेल भेज दिया। दोनों की पांच दिनों की रिमांड अवधि पूरी हो गयी थी। अब पुलिस ने इन दोनों का ब्रेन मैपिंग करायेगी।
- कोर्ट से मांगी गयी अनुमति
- मामले की बारीकी से इन्विस्टीगेशन, साइंटिफिक टेकनीक का भी उपयोग
धनबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे-8) उत्तम आनंद मौत मामले में अरेस्ट ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को सोमवार की शाम पुलिस ने जेल भेज दिया। दोनों की पांच दिनों की रिमांड अवधि पूरी हो गयी थी। अब पुलिस ने इन दोनों के ब्रेन मैपिंग करायेगी।
पुलिस ने ऑटो ड्राइवर राहुल वर्मा एवं लखन वर्मा का ब्रेन मैपिंग, नार्को टेस्ट और साइकोलॉजिकल टेस्ट के लिए सीजेएम कोर्ट में आवेदन देकर इजाजत मांगी। कोर्ट ने पुलिस को कहा कि वह जांच करने वाले इंस्टीच्युट, डेट व टाइम लेकर आयें। इसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि गुजरात के गांधीनगर लैब से ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया जायेगा। दोनों आरोपियों भी कहा कि उन्होंने नशे की हालत में घटना की है. वे किसी भी जांच को तैयार हैं।
छह दिनों में मर्डर मिस्ट्री नहीं सुलझा पाई पुलिस
दोनों आरोपियों को पुलिस 29 जुलाई की देर शाम कोर्ट पेश किया था। दोनों पूछताछ के लिए पांच दिनों के पुलिस रिमांड पर ले गई थी।जज मर्डर मामले में पुलिस लखन वर्मा और राहुल वर्मा के अलावा ऑटो मालिक रामदेव विश्वकर्मा को अरेस्टर कर चुकी है। मामले में लगभग 243 लोगों से पूछताछ की गयी है। 17 लोग अरेस्ट किये गये लेकिन मर्डर मिस्ट्री नहीं सुलझा पाई है।इससे पूर्व इन दोनों आरोपितों से एडीजी संजय आनंद लाठकर की अगुवाई में बने एसआईटी ने अलग-अलग कई तरीकों से पूछताछ की। बावजूद इसके एसआईटी को जज मर्डर मामले में अब तक कुछ खास हाथ नहीं लगा है।
मामले की बारीकी से इन्विस्टीगेशन, साइंटिफिक टेकनीक का भी उपयोग:लाठकर
एसआइटी चीफ सह एडीजी (ऑपरेशन) संजय आनंद लाठकर ने कहा है कि पुलिस इन्विस्टीगेशन सही दिशा में चल रहा है।सर्किट हाउस में SIT की बैठक बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत में एडीजी संजय आनंद लाठकर ने इन्विस्टीगेशन में प्रोग्रेस की समीक्षा करते हुए इसे कैसे आगे बढ़ाये जाये इसको लेकर लगातार दिशा-निर्देश जारी किया जा रहा है। इसके लिए कई टीमें बनायी गयी है। मामले में जो भी नयी बातें सामने आ रही है उसके अनुसार इन्विस्टीगेशन को बढ़ाया जा रहा है।
एक-एक पहलुओं पर नजर,सभी बिंदुओं पर बारीकी से काम
एडीजी ने बताया कि ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा व उसके सहयोगी हुल वर्मा की पांच दिनों का रिमांड अवधि पूरा होने के बाद वापस जेल भेज दिया गया है। ऑटो मालिक रामदेव लोहार को पुलिस कस्टडी में लेकर लेकर पूछताछ कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जितने भी साइंटिफिक टेकनीक की जरूरत पड़ेगी उसका प्रयोग किया जायेगा।SIT पेशेवर तरीके से काम कर रही है। एक-एक पहलुओं पर नजर है। सभी बिंदुओं पर बारीकी से काम किया जा रहा है। सही निष्कर्ष पर पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही सही निष्कर्ष पर पहुंच जायेंगे। सभी टीम को अलग अलग जिम्मा सौंपा गया है। उसी को लेकर काम किया जा रहा है।
एडीजीव पुलिस अफसर पहुंचे ऑटो मालकिन के घर
एडीजी संजय आनंद लाठकर सिटी एसपी आर रामकुमार, सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार समेत अन्य पुलिस अफसर देर शाम ऑटो मालकिन सुगनी देवी के घर पहुंचे। पुलिस परिजनों सहित आस पड़ोस के लोगो से ऑटो चोरी की घटना की जानकारी ली। रामदेव के बारे में जानकारी ली गयी। एडीजी लखन व राहुल के घर पहुच परजिनों से पूछताछ की। क्राइम हिस्ट्री से लेकर उसके दोस्तो की जानकारी ली गयी।उन लोगों का मुहल्ला में आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार था उसकी भी जानकारी ली गयी।
रामदेव लोहार समेत पांच को पीआर बांड पर छोड़ा गया
एडीजी के पूछताछ के बाद पाथरडीह कामिनी कल्याण के समीप भोरिक खटाल निवासी ऑटो मालिक रामदेव लोहार, उसकी दोनों पत्नियां सुगनी देवी व नीलम देवी, पिता छतरधारी विश्वकर्मा व ऑटो ड्राइवर गोपाल सोनार को सुदामडीह पुलिस स्टेशन में पीआर बॉन्ड भरवाकर छोड़ दिया गया। पांचों को कहा गया है कि जब भी पुलिस स्टेशन बुलाया जाये उन्हें आना होगा। अभी धनबाद छोड़ कर बाहर नहीं जाना होगा।
लखन व राहुल ने कहा-शराब के नशे में ऑटो से धक्का लग गया, नहीं जानते थे जज को
एसआइटी व पुलिस की पूछताछ में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और राहुल वर्मा ने लगातार कहता रहा कि नशे की हालत में उसने टक्कर मारी थी। वह नहीं जानता था कि ऑटो से जिसे टक्कर लगा वह जज हैं। हम लोग सभी प्रकार की जांच कराने को तैयार हैं। दोनों ने कहा ऑटो लेकर जाने के क्रम में रणधीर वर्मा चौक के पास जज को टक्कर लग गयी।वह गिर गये। इसके बाद हम लोग डर से ऑटो लेकर सीधे गोविंदपुर की तरफ भाग गये। इससे पहले पाथरडीह से ऑटो लेकर आने के बाद स्टेशन रोड में एक शराब दुकान शराब पी। इसके बाद लिट्टी दुकान में लिट्टी खायी। दोनों ऑटर लेकर जा रहे थे। रास्ते में ऑटो से धक्का लग गया।
सीबीआइ जांच के लिए सेंट्रल को भेजी गयी अनुशंसा
सीएम हेमंत सोरेन ने धनबाद सिविल कोर्ट के जज उत्तम आनंद के मौत की सीबीआइ जांच की अनुशंसा 31 जुलाई (शनिवार) को की थी। होम डिपार्टमेंट रजिस्टर्ड डाक से सीबीआइ जांच का अनुशंसा संबंधी पत्र, धनबाद में दर्ज एफआइआर की कॉपी और जांच की प्रगति संबंधी रिपोर्ट सेंट्सरलरकार को भेजी है। अब सेंट्रल गवर्नमेंट को निर्णय लेना है कि केस को सीबीआइ जांच के लिए दिया जाये या नहीं। फिलहाल झारखंड पुलिस की जज मर्डर केस की जांच कर रही है।