दुमका: पुलिस की बड़ी सफलता, कुख्यात विवेक मंडल व मुकेश मंडल समेत आठ साइबर क्रिमिनल अरेस्ट
दुमका मुफस्सिल पुलिस स्टेशन की पुलिस को साइबर क्रिमिनलों के खिलाफ कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है। जामताड़ा के कुख्यात साइबर क्रिमिनल विवेक मंडल व व मुकेश मंडल समेत आठ क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। इनके पास से 34 सिमकार्ड, 29 एटीएम कार्ड, 10 एंड्रॉयड मोबाइल, 5 बैंक पासबुक तथा 1.47 लाख रूपये बरामद किये गये हैं।
- 34 सिमकार्ड, 29 एटीएम कार्ड, 10 एंड्रॉयड मोबाइल, 5 बैंक पासबुक तथा 1.47 लाख रूपये बरामद
- मुफ्फसिल पुलिस स्टेशन की पुलिस ने कैश निकासी करते दबोचा
दुमका। मुफस्सिल पुलिस स्टेशन की पुलिस को साइबर क्रिमिनलों के खिलाफ कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है। जामताड़ा के कुख्यात साइबर क्रिमिनल विवेक मंडल व व मुकेश मंडल समेत आठ क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। 34 सिमकार्ड, 29 एटीएम कार्ड, 10 एंड्रॉयड मोबाइल, 5 बैंक पासबुक तथा 1.47 लाख रूपये बरामद किये गये हैं। एसपी अंबर लकड़ा ने पुलिस ऑफिस में शनिनावर को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह, एसआइ राजेश कुमार, श्यामल मंडल, अरविद राय, मिथुन किस्कू व अशोक मिश्रा समेत अन्य उपस्थित थे।
एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि गुरुवार को मुफ्फसिल पुलिस ने दुमका में एटीएम से निकासी करने आये जामताड़ा जिले के फतेहपुर के विवेक मंडल, कौशल मंडल व नारायणपुर के मुकेश मंडल को रंगेहाथ दबोचा। सभी एटीएम कार्ड लेकर यहां के एटीएम से पैसा निकाल रहे थे। पुलिस पूछताछ में तीनों अपने पांच अन्य साथियों का नाम बताया। पुलिस टीम शुक्रवार की रात मसलिया के निजाम अंसारी, शिकारीपाड़ा के ढाका के जियाउल अंसारी, सलाम अंसारी, नेमुल अंसारी व जामा के छैलापाथर के ही जियाउल अंसारी को अरेस्ट किया। विवेक मंडल व मुकेश को पहले रांची व बंगाल के आसनसोल की पुलिस जेल भी चुकी है।
एसपी ने बताया कि साइबर क्रिमिनल कई तरह के ऐप का प्रयोग करते थे। खुद को बैंक का अफसर बनकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनके अकाउंट से पैसा निकाल लिया करते थे। एटीएम से पैसा निकासी के लिए मेट से मिलकर मजदूरों का एटीएम कार्ड अधिक पैसा देकर हासिल कर लेते थे। ठगी के पैसे की ज्यादातर निकासी आइसीआइसीआइ बैंकों से करते थे। इस बैंक में पर डे 1.50 लाख की निकासी की लिमिट है। इसमें ओटीपी नहीं मांगा जाता है।
रांची में डाक्टर का निकाला था 25 लाख
पुलिस गिरफ्त में आये विवेक मंडल ने बताया कि रांची में उसने एक डाक्टर के बैंक अकाउंट से 25 लाख रुपया निकाला था। भीम मंडल नामक साइबर क्रिमिनल के साथ मिलकर इस ठगी को अंजाम दिया था। पुलिस भीम को भी दबोची है। उन्होंने कहा कि साइबर क्रिमिनलों के पास से मिले एटीएम कार्ड की जांच की जायेगी। यह पता लगाया जायेगा कि इन बैंक अकाउंट का कौन उपयोग कर रहा था। आइसीआइसीआइ बैंक के एक खाते को फ्रीज कर दिया गया है।
10 से 15 हजार रुपये देकर खरीदते हैं मजदूरों के एटीएम
एसपी ने बताया कि ये साइबर क्रिमिनल जम्मू-कश्मीर व अन्य स्थानों पर काम के लिए जाने वाले मजदूरों के एटीएम कार्ड को मजदूरों के मेट से संपर्क कर ऊंची दाम पर खरीदते हैं। साइबर ठगी में लोगों के बैंक अकाउंट निकासी की गयी राशि से इन मजदूरों अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं।फिर इन मजदूरों के एटीम से राशि की निकासी कर लेते हैं।
आइसीआइसीआई बैंक साइबर आसान निशाना
आइसीआइसीआइ बैंक होता है। क्योंकि इसमें डेढ़ लाख रुपये की निकासी करने पर कोई ओटीपी की मांग नहीं की जाती है। इसके एटीएम से पर डे निकासी की लिमिट 1.50 लाख रुपये है। ऐसे में ये ठगी की ट्रांसफर की गयी डेढ़ लाख तक की राशि एक दिन में आसानी से निकाल लेते हैं।