हावड़ा में कैश के साथ अरेस्ट झारखंड के कांग्रेस MLA के खिलाफ दर्ज FIR को ED ने किया टेकओवर
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में में कैश के साथ अरेस्ट झारखंड कांग्रेस के तीनों MLA के खिलाफ दर्ज जीरो FIR को ED ने ईडी ने टेकओवर कर लिया है। ED ने रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में कांग्रेस के बेरमो एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर दर्ज FIR को आधार बनाते हुए मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर लिया है।
- हेमंत गवर्नमेंट को अस्थिर करने के मामले में कोतवाली और धुर्वा पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की भी जांच करेगा ईडी
रांची। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में में कैश के साथ अरेस्ट झारखंड कांग्रेस के तीनों MLA के खिलाफ दर्ज जीरो FIR को ED ने ईडी ने टेकओवर कर लिया है। ED ने रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में कांग्रेस के बेरमो एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर दर्ज FIR को आधार बनाते हुए मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर लिया है।
यह भी पढ़ें:Jharkhand Congress MLA Cash Scandal : कैश कांड में अरेस्ट कांग्रेस MLA इरफान, नमन विक्सल, राजेश को रेगुलर बेल
अब इस मामले में ईडी मनी लांड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन करेगी। तीनों एमएलए पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत केस दर्ज हुआ है।पश्चिम बंगाल पुलिस ने हावड़ा में 30 जुलाई को 49 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार झारखंड कांग्रेस के तीन एमएलए डा. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कच्छप को अरेस्ट किया गया है। इन तीनों एमएलए के विरुद्ध अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में 31 जुलाई को जीरो एफआइआर दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने के लिए तीनों एमएलए ने साजिश रची थी। इसी आधार पर बंगाल पुलिस ने मामला दजर् किया था।
अनूप सिंह को मिनिस्टर पोस्ट का दिया था ऑफर
कांग्रेस के बेरमो एमएलए अनूप सिंह का आरोप था कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने हर एमएलए को 10-10 करोड़ रुपये का अफर दिया गया था। अनूप सिंह ने एफआइआर में पश्चिम बंगाल में पकड़े गये कांग्रेस के तीनों एमएलए पर र गंभीर आरोप लगाया था। आरोप लगाया था कि आरोपितों ने उन्हें भी फोन पर कोलकाता आने के लिए कहा था। यह भी आफर किया था कि अगर वे अपने साथ अन्य एमएलए को भी लेकर कोलकाता जाते हैं तो प्रत्येक एमएलए को 10-10 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। अनूप सिंह को नई सरकार में मिनिस्ट पोस्ट का भी ऑफर दिया गया था।
तीनों ही एमएलए के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का किया था आग्रह
अनूप सिंह ने दर्ज एफआइआर में तीनों ही आरोपित एमएलए के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि वे उनकी असंवैधानिक, अवैध व आपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहते थे, इसलिए वे एफआइआर दर्ज करा रहे हैं। उन्हें कोलकाता बुलाकर टोकन मनी देने का प्रलोभन मिला था और गुवाहाटी ले जाना चाहते थे ताकि झारखंड की सरकार को अस्थिर किया जा सके।
बंगाल से असम ले जाने व वहां के सीएम से मिलाने की थी योजना
अनूप सिंह ने दर्ज एफआइआर में बताया था कि एमएलए राजेश कच्छप व डा. इरफान अंसारी ने उन्हें भी कोलकाता बुलाया था। यह भी कहा था कि कोलकाता से वे उन्हें लेकर गुवाहाटी जायेंगे जहां सभी एमएलए की मुलाकात असम के सीएम हिमंत विश्वा सरमा से कराएंगे। शिकायत में अनूप सिंह ने बताया है कि एमएलए डा. इरफान अंसारी ने उन्हें नई सरकार में 10 करोड़ रुपये के अलावा स्वास्थ्य मंत्री का पद दिलाने का प्रलोभन दिया था। यह भी कहा था कि कई एमएलए के अकाउंट में पहले ही पैसे ट्रांसफर हो चुके हैं। अनूप सिंह के अनुसार असम के सीएम हिमंत विश्वा शर्मा बीजेपी के दिल्ली में बैठे शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं, उन्हें इसके लिए हरी झंडी भी मिल चुकी है।
एमएलए अनूप सिंह के ठिकानों पर आईटी की हो चुकी है रेड
एमएलए अनूप सिंह के ठिकानों पर पिछले दिनों इनकम टैक्स की रेड हो चुकी है। आयकर विभाग को उनके ठिकानों से भी कर चोरी से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसके संबंध में पूछताछ के लिए अनूप सिंह को 21 नवंबर को आईटी ऑफिस में बुलाया गया है। वहीं अनूप सिंह का दावा है कि उन्होंने कोई टैक्स चोरी नहीं की है। वे आयकर के हर सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। वे आईटी की जांच में पूरा सहयोग करने के लिए भी तैयार हैं।
हेमंत गवर्नमेंट को अस्थिर करने के मामले में कोतवाली और धुर्वा पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की भी जांच करेगा ईडी
ईडी ने हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के उद्देश्य से एमएलए के की खरीद फरोख्त के मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच के लिए FIR दर्ज कर ली है। मामले में कांग्रेस के तीन एमएलए डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया है।सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी इस मामले के साथ रांची के कोतवाली पुलिस स्टेशन में एमएलए अनूप सिंह और रामदास सोरेन द्वारा धुर्वा पुलिस स्टेशन में सरकार को अस्थिर करने के मामले में दर्ज करायी गयी एफआइआर को अटैच कर जांच करेगा।
तीन लोगों को दो लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था
रांची पुलिस ने जुलाई 2021 में सरकार गिराने की साजिश के आरोप में राजधानी के एक होटल से तीन लोगों को दो लाख रुपये के साथ अरेस्ट किया था। झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस एमएलए कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने 22 जुलाई को झारखंड के कुछ पावर ब्रोकर्स पर सरकार को गिराने की साजिश रचने और कुछ एमएलए को खरीदारी की कोशिश का आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करायी थी। इसके आधार पर पुलिस ने रांची के एक होटल से तीन लोगों को ब्रजेश कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण महतो को अरेस्ट किया था। पुलिस ने उनके पास से दो लाख रुपये बरामद किये थे। पुलिस ने इन तीनों लोगों को जेल तो भेज दिया, लेकिन तीन महीने बाद भी जांच का न तो कोई निष्कर्ष सामने आया और न ही चार्जशीट फाइल की गयी। इसके चलते तीनों आरोपी जेल से बाहर आ गये।
MLA रामदास ने अक्टूबर 2021 में धुर्वा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी FIR
झारखंड मुक्ति मोर्चा के MLA रामदास सोरेन ने सरकार गिराने की साजिश के आरोप में अक्टूबर 2021 में रांची के धुर्वा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी।इसमें जेएमएम से निष्कासित एक्सकोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल एवं अशोक अग्रवाल पर झारखंड सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।