भागलपुर से पटना तक महिला के साथ हॉस्पीटल में छेड़खानी होती रही,शादी की सालगिरह से 10 दिन पहले हसबैंड की मौत

कल हॉस्पिटल व जेएलएनएमसीएच में लापरवाही के का्रण शादी की सालगिरह से 10 दिन पहले रुचि रोशन के हसबैंड रोशन चंद्र दास की जान चली गयी। भागलपुर से पटना तक रोशन के इलाज में लापरवाही बरती गयी। डॉक्टर्स की एक लापरवाही ने रूची व रोशन के सारे को एक झटके में धराशाई कर दिया।भागलपुर से पटना तक महिला के साथ हॉस्पीटल में छेड़खानी होती रही।

भागलपुर से पटना तक महिला के साथ हॉस्पीटल में छेड़खानी होती रही,शादी की सालगिरह से 10 दिन पहले हसबैंड की मौत
  • पत्नी बोली-मेरा पति बीमारी से नहीं मरा, डॉक्टर्स की लापरवाही ने ले ली उनकी जान
  • एमएलए अजीत शर्मा ने सीएम व हेल्थ मिनिस्टर से कार्रवाई की मांग की
  • ग्लोकल हॉस्पिटल व एलएनएमसीएच पर कई गंभीर आरोप
  • भागलपुर के ग्लोकल हॉस्पिटल में पेसेंट के वाइफ कंपाउंडर ने की छेड़खानी 

भागलपुर। ग्लोकल हॉस्पिटल व जेएलएनएमसीएच में लापरवाही के का्रण शादी की सालगिरह से 10 दिन पहले रुचि रोशन के हसबैंड रोशन चंद्र दास की जान चली गयी। भागलपुर से पटना तक रोशन के इलाज में लापरवाही बरती गयी। डॉक्टर्स की एक लापरवाही ने रूची व रोशन के सारे को एक झटके में धराशाई कर दिया।भागलपुर से पटना तक महिला के साथ हॉस्पीटल में छेड़खानी होती रही।

हसबैंड को बचाने के लिए हॉस्पीटल में छेड़खानी सहती रही वाइफ 
रूची रौशन ने भागलपुर टाउन ग्लोकल हॉस्पिटल पर कंपाउंडर ज्योति कुमार पर छेड़खानी का आरोप लगाई है। रूची ने बताया कि ग्लोकल हॉस्पिटल में हसबैंड के बेड के बगल में मां भी एडमिट थी। हॉस्पिटल की ओर से मनमाना चार्ज ले रहा था। इसके बाद भी हसबैंड की देखरेख सही तरीके से नहीं हो रही थी। आइसीयू में एडमिट हसबैंड को पानी देने वाला भी कोई नहीं था। तबीयत खराब हो जाने के कारण हसबैंड बोल नहीं पा रहे थे। कुछ जरूरत होती थी तो मोबाइल पर मिस कॉल मारते थे। मिस कॉल आते थे तो आइसीयू जाकर हसबैंड को पानी पिलाती थी। वह आइसीयू हसबैंड के पास बैठी हुई थी तो कंपाउंडर ने जैसे दुपट्टा खींच ली और अश्लील हरकत करने लगा।
कंपलेन करने पर हॉस्पीटल से कर दिया रेफर
जब छेड़खानी की कंपलेन की तो उसके हसबैंड को जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया। दो दिनों तक महिला मेडिकल अस्पताल में हसबैंड को लेकर रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। हालत गंभीर देख महिला अपने बीमार हसबैंड को एंबुलेंस से लेकर पटना के एक पारस हॉस्पीटल पहुंची जहां हसबैंड ने दम तोड़ दिया। रूचि रौशन के हसबैंड रौशन चंद्र दास नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। रूची का मायका भागलपुर में ही है। होली में सभी लोग भागलपुर आये थे। हसबैंड रौशन की नौ अप्रैल को तबीयत खराब हो गई। कोरोना के सभी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। सिटी स्कैन में फेफड़े में संक्रमण निकला। इसके बाद महिला ने हसबैंड को ग्लोकल हॉस्पिटल में एडमिट कराया।
रेमडीसिविर का आधा वायल गिराने पर पूछा तो लगाई डांट
रूची के हसबैंड को भी रेमडीसिविर इंजेक्शन लगना था। वह किसी तरह इंजेक्शन का एक वाइल उपलब्ध कराया। कंपाउंडर ने इंजेक्शन का आधा वाइल जमीन पर गिरा दिया। इस पर जब महिला ने पूछा तो फटकार लगा दी।
भागलपुर से पटना तक अश्लील हरकतें
रुचि रोशन के साथ पहले भागलपुर के ग्लोकल हॉस्पिटल के कंपाउंडर ने अश्लील हरकत की। महिला चुप रही। मेडिकल अस्पताल गई। यहां सही तरीके से इलाज नहीं हुआ। थक हार कर एंबुलेंस से पटना गई। पटना के राजेश्वर हॉस्पिटल में भी डॉक्टर ने भी अश्लील हरकत की।
पटना में भी डॉक्टर की थी गलत नजर, हसबैंड थे आइसीयू में एडमिट
रूची बिलख -बिलख कर बार-बार कह रही थी मेरा बाबू (हसबैंड) बीमारी से नहीं मारा है। हॉस्पीटल की मनमानी से जान गई है। हसबैंड को बेहतर इलाज के लिए पटना राजेश्वर हॉस्पिटल में एडमिट कराया। आइसीयू वार्ड में हसबैंड एडमिट था। कोई देखने वाला नहीं था। रुचि ने कहा कि हॉस्पिटल के सीनियर डॉ. अखिलेश भी गलत नजर से देखता था। आइसीयू में आने जाने के क्रम में डॉक्टर शरीर को टच करता था। ऐसे में काफी गुस्सा आता था। चप्पल खोल कर मारने का मन करता था, लेकिन हसबैंड के गंभीर हालत में आइसीयू में एडमिट होने के कारण वह चुप रही।
घंटे- घंटे बंद रहता था ऑक्सीजन
रूीची ने आरोप लगाया कि कि राजेश्वर हॉस्पिटल में ऑक्सीजन को लेकर काफी लापरवाही बरती गई। डेढ़-डेढ़ घंटे तक ऑक्सीजन बंद रहता था। वह मार्केट से ज्यादा दर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करती थी। डॉक्टर्स की लापरवाही इस कदर की ऑक्सीजन मास्क नाक में लगाने के बाद पाइप जोड़ना भी भूल गया। जब हसबैंड ने मिस कॉल किया तो अंदर जाकर देखें तो हम भी दंग रह गये।
नोयडा के डॉक्टर की सलाह पर हुई सिटी स्कैन
रुचि रोशन ने कहा कि कोरोना की जांच एंटीजन किट और आरटीपीसीआर से कराई थी। दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद, नोएडा की परिचित डॉक्टर कॉलआप पर पति का सिटी स्कैन कराया था। सिटी स्कैन में फेफड़े में संक्रमण निकला था, जो इलाज के बाद ठीक हो जाता।
एमएलए अजीत शर्मा ने सीएम और हेल्थ मिनिस्टर को लिखा पत्र, कार्रवाई की मांग

कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता व भागलपुर एमएलए अजीत शर्मा ने सीएम व हेल्थ मिनिस्टर को पत्र लिखकर इस घटना की जांच कराकर कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा इस तरह की घटना बिहार को शर्मसार करने वाली है। महिला के साथ ज्योति नाम के कंपाउंडर ने उसका दुपट्टा खींचा। जब महिला ने विरोध किया तो उसके हसबैंड को जेएलएनएमसीएच भागलपुर रेफर कर दिया गया।जेएलएनएमसीएच भागलपुर में भी सीनियर या जूनियर किसी डॉक्टर या नर्स के केयर नहीं किया। निराश होकर वह एंबुलेंस से पटना स्थित राजेश्वर हॉस्पिटल में अपने पति को ले गई, लेकिन वहां भी कोई देखने वाला नहीं था। बेड पर पड़े उसके पति ऑक्सीजन के लिए तड़पते रहे लेकिन किसी ने उनको नहीं देखा। नतीजतन, उनकी मौत हो गई। किसी के इलाज के लिए एक महिला को इतना जूझना पड़े यह क्रूरता की हद है। महिला के वीडियो के आधार पर मामले की जांच कराकर अविलंब कार्रवाई की जाए। ताकि महिला के साथ न्याय हो सके।

ग्लोकल हॉस्पिटल में महिला के साथ छेड़खानी की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर घटनास्थल पर जाकर जांच की है। एसएसपी निताशा गुड़िया ने बताया कि सहायक सदर एसडीएमअनु कुमारी, सिटी एएसपी पूरन झा और महिला थानाध्यक्ष रीता कुमारी को टीम में शामिल करते हए मौके पर भेजा गया था। पीड़ित महिला से एसएसपी ने बात की और मामला दर्ज कराने को कहा है। पीड़िता ने कहा कि वह घटनाक्रम की लिखित आवेदन देगी। एसएसपी ने कहा कि महिला के आवेदन पर केस दर्ज किया जायेगा।