गुजरात: हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, लीडरशीप पर  लगाये आरोप, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल

गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की है। हार्दिक ने ट्वीट कर कहा कि आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।

गुजरात: हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, लीडरशीप पर  लगाये आरोप, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल

अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की है। हार्दिक ने ट्वीट कर कहा कि आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।

राजीव गांधी मर्डर केस के आरोपी पेरारिवलन को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया, मिली थी उम्र कैद की सजा

गुजरात में छह बाद होने हैं विधानसभा चुनाव

हार्दिक ने कहा कि मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊंगा।गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल बीते कुछ समय से नाराज चल रहे थे। उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश नेताओं के सामने अपनी नाराजगी की बात को खुलकर रखा था। इतना ही नहीं, उन्होंने आलाकमान को इससे अवगत भी कराया था। लेकिन उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। इस दौरान हार्दिक ने अपने ट्विटर हैंडल से कांग्रेस व कार्यकारी अध्यक्ष का पद नाम हटा दिया था। इसके बाद से ही उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी।अब कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक के लिए भाजपा व आम आदमी पार्टी (आप) में जाने का विकल्प खुला है, लेकिन प्रदेश भाजपा ने हार्दिक को लेकर कोई उत्सुकता नहीं दिखाई, जबकि आप उनके स्वागत को तैयार है। गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हार्दिक पटेल का विधानसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

सोनिया गांधी को लिखे पत्र में लगाये गंभीर आरोप

हार्दिक ने इस्‍तीफे की सबसे बड़ी वजह पार्टी का गलत तरह से काम करना बताया है। उन्‍होंने पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में कहा है कि उनकी कई कोशिशों के बावजूद पार्टी देश हित और समाज हित के विपरीत काम कर रही है। उन्‍होंने लिखा है कि देश के युवा एक मजबूत नेतृत्‍व चाहता है। लेकिन बीते तीन वर्षों में पार्टी केवल विरोध की ही राजनीति कर रही है, जो कि गलत है। उन्‍होंने कहा है कि देशवासियों को विरोध की राजनीति नहीं बल्कि एक विकल्‍प की दरकार है जो देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो। उन्‍होंने केंद्र की भाजपा सरकार के समर्थन में भी काफी कुछ इस पत्र में कहा है। उन्‍होंने लिखा है कि देशी लंबे समय से अयोध्‍या, एनआरसी सीएए और जम्‍मू कश्‍मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने समेत जीएसटी लागू करने जैसे अहम मुद्दों का समाधान चाहता था। लेकिन कांग्रेस ने इनको सुलझाने की बजाए हमेशा इसमें रोड़े अटकाने का ही काम किया है। कांग्रेस पार्टी केवल केंद्र का विरोध करने तक ही सीमित रही है। यही वजह है कि पार्टी को हर राज्‍य से मतदाता खारिज कर रहा है। इसकी एक बड़ी वजह है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्‍व एक बेसिक रोड़मैप तक सामने रख पाने में नाकाम साबित हुआ है।

गुजरात को लेकर संजीदा नहीं पार्टी

हार्दिक पटेल ने पार्टी पर आरोप लगाया है कि वो कभी भी किसी भी बड़े मुद्दे पर संजीदा नहीं रही है। गुजरात के लोगों और उनकी समस्‍याओं पर ध्‍यान देने की पार्टी ने कभी कोशिश भी नहीं की। हर बार संकट के समय में पार्टी के बड़े नेता विदेश में रहे। गुजरात और यहां की जनता की हमेशा अवहेलना की गई। उन्‍होंने शीर्ष नेतृत्‍व पर सवाल उठाते हुए कहा है गुजरात का दौरा करने वाले नेताओं को यहां की समस्‍या से कोई लेना देना नहीं होता था। वो केवल अपने खाने की चिंता करते थे कि वो समय पर है या नहीं। गुजरात की आम जनता से ये बातें छिपी नहीं रही हैं। उन्‍होंने लिखा है कि कई बार कार्यकर्ताओं ने इस बारे में उनसे सवाल किए हैं। यही वजह हे कि गुजरात के लोग कांग्रेस से खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं।बिके हुए हैं पार्टी नेता

 हार्दिक ने पार्टी के बड़े नेताओं पर भी सवाल उठाया है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि बड़े नेताओं ने जानबूझकर यहां के मुद्दों को कमजोर किया है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि ये नेता बिके हुए हैं और ऐसा करके आर्थिक फायदा उठा रहे हैं। ये जनता के साथ धोखा है। कांग्रेस पार्टी गुजरात और यहां के लोगों के लिए कुछ नहीं करना चाहती है। उन्‍होंने यहां तक कहा है कि कई बार उनका भी तिरस्‍कार किया गया है। इसलिए अब वो पार्टी के लिए कुछ नहीं करना चाहते हैं।