पांच महीने बाद दुमका से धनबाद जेल में शिफ्ट हुए झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह
झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह को शनिवार को दुमका से धनबाद जेल में शिफ्ट कर दिया गया। हाईकोर्ट ने दो सप्ताह पहले संजीव को धनबाद जेल में रखने का आदेश जारी किया था। इसके बाद जेल आइजी ने शुक्रवार को शिफ्ट करने का निर्देश जारी किया था।
- सिंह मैंशन समर्थकों में हर्ष
धनबाद। झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह को शनिवार को दुमका से धनबाद जेल में शिफ्ट कर दिया गया। हाईकोर्ट ने दो सप्ताह पहले संजीव को धनबाद जेल में रखने का आदेश जारी किया था। इसके बाद जेल आइजी ने शुक्रवार को शिफ्ट करने का निर्देश जारी किया था।
दुमका जेल से कड़ी सुरक्षा में संजीव को धनबाद लाया गया। लगभग बजे संजीव दुमका सेंट्रल जेल से धनबाद के लिए रवाना हुए। तीन घंटे के सफर के बाद देर शाम लगभग सात बजे यहां पहुंच गये। उनके काफिले में सिंह मैंशन और बीजेपी समर्थक दर्जनों गाड़ियों के साथ थे। संजीव को धनबाद लाने के बाद उनके समर्थक में जोश और हर्ष का आलम है।
हाई कोर्ट ने दो सप्ताह के अंदर धनबाद लाने का दिया था आदेश
झारखंड हाईकोर्ट में जस्टिस एसके द्विवेदी की कोर्ट ने दो सप्ताह में लोअर कोर्ट का आदेश के अनुपालन करने का आदेश राज्य सरकार को दिया था। इस मामले में कोर्ट ने दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी होने के बाद पांच जुलाई को फैसला सुरक्षित रख लिया। बाद में कोर्ट ने संजीव सिंह को दुमका जेल से धनबाद जेल वापस लाने का निर्देश दिया। कोर्ट आदेश के तहत दो सप्ताह पूरे होने से पहले शनिवार को जेल शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी की गई।
धनबाद लाने के बाद लिए बड़ी संख्या में दुमका गये थे समर्थक
जेल आइजी ने संजीव सिंह को धनबाद लाने की जिम्मेदारी दुमका के जेल सुपरिटेंडेंट को दी थी। दुमका जेल से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को धनबाद लाया गया। उन्हें यहां लाने के लिए समर्थक भी दुमका गये थे। संजीव को जिस सरकारी वाहन से धनबाद लाया जा रहा था उसके साथ-साथ समर्थकों का बड़ा काफिला भी चल रहे थे।
रणधीर वर्मा चौक पर फूटे पटाखे
बीजेपी एमएलए संजीव सिंह देर शाम सात धनबाद जेल गेट पहुंचे। जब वे जेल के अंदर प्रवेश कर रहे थे उस समय उनके कुछ समर्थकों ने शहर के रणधीर वर्मा चौक पर खड़े होकर पटाखे फोड़े।
पॉलिटिकल प्रेशर में धनबाद से दुमका किया गया था शिफ्ट
झरिया के एक्स बीजेपी एमएलए संजीव सिंह धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर अपने चचेरे भाई नीरज सिंह समेत चार लोगों की मर्डर में आरोपित हैं। सरायढेला स्टील गेट के पास 21 मार्च, 2017 को नीरज और उनके सहयोगियों को गोलियों से भून दिया गया था। इसी मामले में संजीव सिंह वर्ष 2017 की 12 अप्रैल जेल में हैं। नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह झरिया से कांग्रेस की एमएलए हैं। झारखंड में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। कहा जाता है कि पूर्णिमा सिंह के दबाव के कारण हेमंत सोरेन सरकार ने संजीव को धनबाद से दुमका शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। धनबाद जेल में खतरा बताते हुए 21 फरवरी, 2021 को संजीव को दुमका शिफ्ट कर दिया गया था।
रोड से कोर्ट तक चली शह-मात की लड़ाई
संजीव सिंह को दुमका शिफ्ट करने के विरोध में बीजेपी नेताओं ने धनबाद में धरना-प्रदर्शन किया। संजीव की पत्नी और झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह ने झरिया एमएलए पूर्णिमा सिंह पर राजनीतिक साजिश कर दुमका शिफ्ट करवाने का आरोप लगाया। संजीव की ओर से धनबाद कोर्ट में जेल शिफ्टिंग के विरोध में याचिका दायर की गई। धनबाद कोर्ट ने शिफ्टिंगको गलत बताते हुए तुरंत वापस लाने का आदेश दिया गया। हालांकि धनबाद कोर्ट के आदेश का अनुपालन न कर जेल आइजी हाई कोर्ट रांची पहुंच गये। हाई कोर्ट में संजीव सिंह के वकील और झारखंड सरकार के वकीलों के बीच कानूनी लड़ाई लड़ी गई।