नई दिल्ली। मेदांता अस्पताल, दिल्ली में इलाजरत भौंरा ओपी के एक्स प्रभारी व सब इंस्पेक्टर हिमांशु कुमार के इलाज के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये दिया गया है। झरिया MLA पूर्णिमा नीरज सिंह ने हिमांशु के पिताजी संजय कुमार के नाम से निर्गत दो लाख रुपये का चेक उनके परिजनों को सौंपा है।
झरिया एमएलए घटना के दिन से ही लगातार हिमांशु के परिजनों के संपर्क में हैं। उनके बेहतर इलाज के लिए प्रयासरत हैं। हिमांशु को 11 सितंबर को मिशन हॉस्पिटल दुर्गापुर से एयरलिफ्ट कर एम्स दिल्ली भेजा गया था। इसके पश्चात उनका इलाज मेदांता अस्पताल नई दिल्ली में हो रहा है। उनकी स्थिति में लगतार सुधार हो रही है। डॉक्टरों की टीम से लगातार एमएलए संपर्क में हैं।
फ्लैश बैक
सिंदरी के शहरपुरा में दो गुटों में भिड़ंत के दौरान 25 अगस्त को भौरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार को सिर के पीछे हिस्से में गंभीर चोट लगी थी। उनके सिर के पीछे की हड्डियां कई जगह टूट गई है।हिमांशु कुमार को गंभीर अवस्था में अशर्फी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। वहां से बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। मिशन में हिमांशु का ऑपरेशन किया गया था। अभी तक हालत उसकी हालत में धीमी गति से सुधारहो रहा है।
लोकल पुलिस की लापरवाही से घटी घटना
शहरपुरा में हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर जमसं और सिंह मेंशन समर्थक लक्की सिंह के ऑफिस में तोड़फोड़ की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। लगभग एक सप्ताह से लक्की सिंह और बड़दाहा के कुछ ग्रामीणों की पिटाई के बाद यहां दोनों पक्षों में काफी टेंशन का माहौल था। कुछ दिन पूर्व लक्की समर्थकों की ओर से बड़दाहा के छह ग्रामीणों सहित एक्स एमपी विनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई के बाद माहौल और गर्म हो गया। लेकिन सिंदरी पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लक्की सिंह के ऑफिस में तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस की तैनाती तो कर दी गई थी लेकिन रात में पुलिस चली गई। इसके कारण ग्रामीणों ने पिछले दिनों देर रात रात में लक्की के ऑफिस में हमला कर तोड़फोड़ की।
शक्ति प्रदर्शन करने के लिए बलियापुर और बड़दाहा के ग्रामीण सुबह सुबह से ही हवाई अड्डा कैंपस में जुटने लगे थे। लोगों को अनहोनी की आशंका होने लगी थी।
पुलिस गंभीर नहीं हुई
लोगों के जुटान के बावजूद इसके बलियापुर और सिंदरी पुलिस स्टेशन की पुलिस गंभीर नहीं हुई। सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बलियापुर से पहुंचे सैकड़ों ग्रामीणों ने शहरपुरा में पारंपरिक हथियारों के साथ खूब तांडव मचाया। बलियापुर, सिंदरी और आसपास के थानों की पुलिस के अलावा धनबाद से भी जवानों को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन ग्रामीणों के आगे इनकी एक न चली। ग्रामीणों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए लाठी-डंडे तलवार चलाएं। फायरिंग भी की। भौंरा ओपी प्रभारी सहित कई लोग जख्मी हुए। आधा दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस कुछ नहीं कर सकी। ग्रामीण हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर चले गये। इससे पहले लक्की सिंह एवं उसके समर्थकों ने तीन दिन पूर्व झामुमो संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई की थी। इसके विरोध में बलियापुर के युवकों ने उसी रात लक्की सिंह के ऑफिस पर हमला किया था। लक्की सिंह के विरोध में 25 अगस्त को बलियापुर से प्रदर्शन करने ग्रामीण सिंदरी पहुंचे थे।शहहपुरा में कई दिनों से सिंह मेंशन समर्थक लकी सिंह उनके लोगों और ग्रामीणों के बीच चल रही तनातनी के बाद हिंसक झड़प हुई। मामले को बाहरी भीतरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।