Jharkhand: लातेहार में 10 टन अफीम का डोडा जब्त,रांची से ले जाया जा रहा था राजस्थान
झारखंड में लातेहार पुलिस ने शनिवार को एक ट्रक से लगभग 10 टन अफीम के डोडा (मादक पदार्थ) की बड़ी खेप बरामद की है। इसकी कीमत 50-60 लाख रुपये आंकी गई है। डोडा को रांची से राजस्थान ले जाया जा रहा था। पुलिस की कार्रवाई से अफीम तस्करों के मंसूबे पर पानी फिर गया।
लातेहार। झारखंड में लातेहार पुलिस ने शनिवार को एक ट्रक से लगभग 10 टन अफीम के डोडा (मादक पदार्थ) की बड़ी खेप बरामद की है। इसकी कीमत 50-60 लाख रुपये आंकी गई है। डोडा को रांची से राजस्थान ले जाया जा रहा था। पुलिस की कार्रवाई से अफीम तस्करों के मंसूबे पर पानी फिर गया।
लातेहार पुलिस के द्वारा अफीम कारोबारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कि जा रही है ...
— Latehar Police (@LateharPolice) March 18, 2023
पुलिस अधीक्षक, लातेहार को मिली सूचना के आधार पर चंदवा थाना क्षेत्र के आगरा ढाबा के समीप खड़ा एक 22 चक्का ट्रक नंबर RJ19GF5121 को 10 टन लोडेड मादक पदार्थ(डोडा) के साथ जप्त l pic.twitter.com/yidWgtbWwN
बताया जाता है कि एसपी अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि मादक पदार्थों से भरा एक ट्रक (RJ 19GF/5121) रांची से चंदवा की ओर आ रही है। ट्रक वर्तमान में चंदवा पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत लाधूप गांव के समीप आगरा ढाबा के पास पहुंचकर खड़ी है। एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा और चंदवा बीडीओ विजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। एसपी ने बताया कि टीम जैसे ही रेड करने आगरा ढाबा के पास पहुंची, पुलिस टीम को देख ट्रक ड्राइवर भाग निकला। ट्रक की तलाशी लेने पर उसमें लदा लगभग 10 टन अफीम का डोडा, ट्रक से संबंधित कागजात एवं एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया।
एसपी ने बताया कि इस धंधे से जुड़े लोगों की तहकीकात की जा रही है। मामले में चंदवा पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 67/2023 के धारा 15 (सी), 16,18 (बी), स्वापक औषधि और मन प्रभावि पदार्थ अधिनियम 1985 एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कर लिया गया है। छापामारी दल में एसडीपीओ व बीडीओ के अलावे इंस्पेक्टर सह चंदवा थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, एसआइ नारायण यादव, दिव्य प्रकाश, जमील अंसारी, शशि रंजन सिंह समेत सेट 202 के जवान शामिल थे।
यह है अफीम का डोडा
अफीम के फल पर चीरा लगाकर अफीम निकाले जाने के बाद बचे अवशेष को डोडा कहा जाता है। चूर्ण बनाकर डोडा को मादक पदार्थ के रूप में लिया जाता है। पंजाब, राजस्थान समेत देश के बॉर्डर भी तस्करों द्वारा इसकी बिक्री की जाती है। नशे के आदि लोग मादक पदार्थ के रूप में इसका उपयोग करते हैं।