Jhrkhand : साइबर क्रिमिनलों ने अफसर की वाइफ को किया डिजिटल अरेस्ट, 59.44 लाख की ठगी, दो अरेस्ट
झारखंड की राजधानी स्थित डोरंडा निवासी एक अफसर की वाइफ को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर क्रिमिनलों ने 59 लाख 44 हजार 307 रुपये की साइबर ठगी कर लिया है। इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की पुलिस ने दो आरोपितों पिता-पुत्र पटना से अरेस्ट कर लिया है।

- पटना सुल्तानगंज से आरोपित पिता-पुत्र पकड़ाया
- खुद को सीबीआई अफसर बताकर मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी देकर की थी ठगी
रांची। झारखंड की राजधानी स्थित डोरंडा निवासी एक अफसर की वाइफ को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर क्रिमिनलों ने 59 लाख 44 हजार 307 रुपये की साइबर ठगी कर लिया है। इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की पुलिस ने दो आरोपितों पिता-पुत्र पटना से अरेस्ट कर लिया है।
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पुलिस गिरफ्त में आये क्रिमिनलों में बिहार के पटना जिले के सुल्तानगंज पुलिस स्टेशन एरिया के टिकिया टोली महेंद्रु निवासी अजय कुमार सिन्हा व उनका बेटा सौरभ शेखर शामिल हैं। दोनों के पास से दो मोबाइल, तीन सिमकार्ड, दो आधार कार्ड, दो चेकबुक व कांड से संबंधित वॉट्सऐप चैट बरामद किये गये हैं। सीआईडी के अधीन संचालित रांची स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशनव में 28 मार्च को पीड़िता ने अज्ञात साइबर क्रिमिनलों के विरुद्ध एपआइआर दर्ज करायी थी।
उन्होंने बताया था कि उनके मोबाइल पर साइबर क्रिमिनलों का वॉट्सऐप कॉल आया और आरोपित ने खुद को सीबीआई का अफसर बताकर मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। वह डर गयी और उक्त साइबर क्रिमिनल के झांसे में आ गयी। इसके बाद क्रिमिनलों ने पीड़िता को भयभीत कर उनसे बैंक अकाउंट्स का डिटेल्स लिया और उन अकाउंट्स से 59 लाख 44 हजार 307 रुपयों का ट्रांसफर कर लिया।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की पुलिस ने राशि ट्रांसफर वाले बैंक खाते का तकनीकी विश्लेषण किया। मिले साक्ष्यों व दस्तावेजों के आधार पर रांची से पुलिस अफसरों की एक टीम पटना पहुंची, जहां आरोपितों को उनके घर से अरेस्ट किया गया। उनकी निशानदेही पर कांड से संबंधित साक्ष्य को भी बरामद किया।
पिता के अकाउंट में एक दिन में आये 1.47 करोड़ रुपये, सात स्टेट में दर्ज हैं कंपलेन
साइबर क्रिमिनल पुलिस स्टेशन की पुलिस ने छानबीन में पाया कि मामले के आरोपित अजय कुमार सिन्हा ने महिला एवं ग्रामीण विकास कल्याण समिति के नाम पर एचडीएफसी बैंक में अकाउंटर नंबर 50200056506016 खुलवाया था। इसी खाते में पीड़ितों से ठगे गये रुपये जमा कराये जाते थे। इसके पीछे यह उद्देश्य था कि धोखाधड़ी को किसी सामाजिक संस्था की आड़ में छुपाया जा सके। इसमें आने वाले रुपयों को अजय कुमार सिन्हा का बेटा सौरभ शेखर ट्रांजेक्शन करता था। छानबीन में पता चला कि इस अकाउंट में केवल एक दिन में एक करोड़ 47 लाख 95 हजार 307 रुपये क्रेडिट हुए थे।
इस अकाउंट के बारे में साइबर अपराध थाने की पुलिस ने नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से जानकारी ली तो पता चला कि इसके विरुद्ध झारखंड में एक, महाराष्ट्र में दो, पुड्डुचेरी में एक, उत्तराखंड में दो व बिहार में एक यानी कुल सात कंपलेन दर्ज हैं।