झारखंड: सीता सोरेन की दो बेटियों की पॉलिटिक्स में एंट्री, दुर्गा सोरेन सेना का किया गठन
झारखंड मुक्ति मोर्चा की एमएलए सीता सोरेन की बेटियों ने अपने दिवंगत पिता के नाम पर दुर्गा सोरेन सेना गठित की है। बिजनेस मैनेजमैंट और लॉ की पढ़ाई कर चुकी राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने शुक्रवार को विजयादशमी के मौके पर इसकी घोषणा अपनी मां के धुर्वा स्थित सरकारी आवास पर की।
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा की एमएलए सीता सोरेन की बेटियों ने अपने दिवंगत पिता के नाम पर दुर्गा सोरेन सेना गठित की है। बिजनेस मैनेजमैंट और लॉ की पढ़ाई कर चुकी राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने शुक्रवार को विजयादशमी के मौके पर इसकी घोषणा अपनी मां के धुर्वा स्थित सरकारी आवास पर की।
गैर-राजनीतिक मंच
हालांकि उक्त आयोजन में एमएलए सीता सोरेन शामिल नहीं हुईं। पहले कहा जा रहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन आयेंगे। बकौल राजश्री दादाजी ने आशीर्वाद दिया है। वे इस फैसले से बहुत खुश हैं। बीमार होने की वजह से नहीं आ सके।मौके पर सीता सोरेन की दोनों बेटियों ने लिखित भाषण पढ़ा। उन्होंने दावा किया कि यह उनका गैर-राजनीतिक मंच होगा। हालांकि दोनों इस बात का जवाब नहीं दे पाईं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की छात्र अथवा युवा शाखा के रहते हुए अलग से संगठन बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि पिता का नाम दुर्गा सोरेन है और विजयादशमी के दिन उनके नाम पर सेना की स्थापना का उद्देश्य राज्य में भ्रष्टाचार, विस्थापन, जमीन की लूट समेत अन्य मसलों पर संघर्ष करना है।
सबके सहयोग से संगठन के कामकाज को आगे बढ़ाना उनका लक्ष्य
यह पूछे जाने पर कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार कैसा काम कर रही है, उन्होंने हेमंत सोरेन की तारीफ की। कहा-अंकल झारखंड को आगे बढ़ा रहे हैं। वह सरकार को 100 परसेंट से भी ज्यादा नंबर देंगी।अभी काफी कम समय उन्हें बतौर सीएम काम करने का मौका मिला है और वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि अलग से संगठन बनाने की वजह से राजनीतिक हलकों में यह संदेश जा रहा है कि उनकी नाराजगी है, इस पर दोनों ने कहा कि उनका सपना दुर्गा सोरेन के सपने से जुड़ा है। वे अलग झारखंड आंदोलन के सिपाही थे। संगठन का विस्तार राज्य के हर जिले में होगा। इसकी इकाइयां खड़ी की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके पिता दुर्गा सोरेन से जुड़े रहे छोटेलाल महतो, राकेश पासवान, लाल बिहारी महतो, जितेंद्र सिंह पावर, राकेश मिश्रा जैसे लोगों का साथ मिल रहा है। सबके सहयोग से संगठन के कामकाज को आगे बढ़ाना उनका लक्ष्य है।