Jharkhand: गिरिडीह लोकसभा के लिए रायशुमारी, बीजेपी कार्यकर्ताओं की पहली पसंद बने निर्भय शाहाबादी
देश में लोकसभा चुनाव के तारीखों का एलान मार्च के शुरूआत या मध्य में होने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो जायेगा। राजनीतिक दलों ने भी अपनी ओर से संभावित सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर नामों की तलाश शुरू कर दी है। बीजेपी ने झारखंड प्रदेश के 14 लोकसभा सीटों में मजबूत कैंडिडेट की तलाश में रायशुमारी का काम शुरू कर दिया है।
- निर्भय शाहाबादी, रविंद्र पांडेय और दुल्लू महतो समेत चार नाम प्रस्तावित
रांची। देश में लोकसभा चुनाव के तारीखों का एलान मार्च के शुरूआत या मध्य में होने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो जायेगा। राजनीतिक दलों ने भी अपनी ओर से संभावित सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर नामों की तलाश शुरू कर दी है। बीजेपी ने झारखंड प्रदेश के 14 लोकसभा सीटों में मजबूत कैंडिडेट की तलाश में रायशुमारी का काम शुरू कर दिया है।
बीजेपी की ओर से गिरिडीह लोकसभा सीट को लेकर सोमवार को हुए रायशुमारी में मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और जिला महामंत्री से लेकर बड़े नेताओं से चार नाम मांगे गये। रायशुमारी से स्पष्ट है कि इस बार बीजेपी गिरिडीह लोकसभा सीट अपने लिए ही सुरक्षित रखना चाहती है। आजसू को इस बार यह सीट नही मिलने जा रहा है। पार्टी सोर्सेज का कहना है कि रायशुमारी में कमल संदेश पत्रिका के एडिटर शिवशक्ति बक्शी, एक्स एमपी रविंद्र पांडेय, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव और पूर्व सदर विधायक निर्भय शाहाबादी के नाम रायशुमारी के बाद भेजे गये हैं।
गिरिडीह और डुमरी विधानसभा में पीरटांड़ के साथ इसे सटे इलाके में मंडल अध्यक्ष द्वारा भेजे गये नामों में जो सबसे अधिक चर्चित नाम सामने आया है, उसमें एक्स एमएलए निर्भय शाहाबादी सबसे ऊपर है। दूसरे स्थान पर रविंद्र पांडेय का नाम चर्चा में है। धनबाद जिले के बाघमारा एमएलए दुल्लू महतो के नाम की भी चर्चा हुई। रविंद्र पांडेय और पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी के नाम की रायशुमारी दो बड़े विधानसभा डुमरी और गिरिडीह तक है। अब प्रबल दावेदारों में से किसी एक नाम पर अंतिम मुहर बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति को लगाना है। केंद्रीय चुनाव समिति इन नामों से हटकर किसी अन्य के नाम का भी एलान कर सबको चौंका सकती है।
लोकसभा क्षेत्र को लेकर जातीय समीकरण और 2019 के चुनावी समीकरण की बात करें तो इसमें नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं में पहली पसंद एक्स एमएलए निर्भय शाहाबादी हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह उनके विधायक के रूप में अपने कार्यकाल में कार्यकर्ता को दिया गया सम्मान है। जबकि जातीय समीकरण भी एक्स एमएलए निर्भय शाहाबादी के पक्ष में ही गोलबंद दिखता नजर आ रहा है। गिरिडीह लोकसभा में ओबीसी मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।