झारखंड: सीता सोरेन की स्टीफन मरांडी को चेतावनी, अपनी हद में रहें, JMM में विवाद गहराया
झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनीयर एमएलए प्रो. स्टीफन मरांडी के आरोपों पर विधायक सीता सोरेन ने पलटवार किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि वे दायरे में रहकर बयान दें। आरोप लगाया कि स्टीफन मरांडी किसी के इशारे पर शिबू सोरेन को गुमराह और दिग्भ्रमित करने का काम छोड़ दें
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनीयर एमएलए प्रो. स्टीफन मरांडी के आरोपों पर विधायक सीता सोरेन ने पलटवार किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि वे दायरे में रहकर बयान दें। आरोप लगाया कि स्टीफन मरांडी किसी के इशारे पर शिबू सोरेन को गुमराह और दिग्भ्रमित करने का काम छोड़ दें।
JMM का झंडा और गुरुजी का फोटो लगाकर लोबिन कर रहे पार्टी विरोधी कार्य, कार्रवाई हो: स्टीफन मरांडी
सीता ने कहा है कि अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले स्टीफन मरांडी ने नैतिकता को तिलांजलि देते हुए सोरेन परिवार के खिलाफ दुमका में चुनाव लड़ा था। बाद में अपने राजनीतिक भविष्य को अंधकारमय देखकर वे फिर से झामुमो में लौट आए। उल्लेखनीय है कि स्टीफन ने प्रेस कांफ्रेस कर एमएलए सीता सोरेन व लोबिन हेब्रम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
शिबू सोरेन को गुमराह और दिग्भ्रमित करने का काम करते हैं स्टीफन
सीता सोरेन ने कहा कि स्टीफन मरांडी को यह बात शिबू सोरेन से पूछना चाहिए कि रामगढ़ के नेमरा में जन्म लेने वाले दिशोम गुरू संताल परगना में कैसे टपक पड़े। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि अपने राजनीतिक भविष्य और निजी फायदे के लिए वे दुमका से महेशपुर में आकर कैसे टपक गये?
निजी स्वार्थ में किसी के इशारे पर एक परिवार में मतभेद पैदा करने की कोशिश ना करें
स्टीफन मरांडी को यह भी पूछना चाहिए कि दुर्गा सोरेन ने गुरुजी के साथ वर्षों तक चले अलग झारखंड राज्य की लड़ाई में हिस्सा लेकर अपना सर्वत्र क्यों न्योछावर कर दिया।सीता सोरेन ने कहा कि आम्रपाली के विस्थापितों, स्थानीय मजदूर की आवाज उठाने को गुनाह मानने वाले स्टीफन मरांडी को यह भी बताना चाहिए कि उनके नेतृत्व में संताल परगना केआदिवासियों और मूलवासियों का कितना विकास हुआ। स्टीफन मरांडी सिर्फ अपने निजी स्वार्थ में किसी के इशारे पर एक परिवार में मतभेद पैदा करने की कोशिश ना करें।