Jharkhand : झारखंड पुलिस की रिपोर्ट कार्ड ,छह माह में 197 माओवादी अरेस्ट,17 मारे गये, साइबर क्राइम पर कसा शिकंजा
जनवरी 2025 से जून 2025 तक यानी कुल छह महीने में झारखंड पुलिस ने आतंकवाद, नक्सलवाद और साइबर क्राइम पर शिकंजा कसा है। साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों को उनका पैसा भी वापस करवाया। भाकपा माओवादियों की संख्या सिमट रही है। अब स्टेट में केवल 100 की संख्या में ही माओवादी-उग्रवादी बचे हैं।

- आइजी ऑपरेशन ने गिनवाई पुलिस की छह माह की उपलब्धियां
रांची। जनवरी 2025 से जून 2025 तक यानी कुल छह महीने में झारखंड पुलिस ने आतंकवाद, नक्सलवाद और साइबर क्राइम पर शिकंजा कसा है। साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों को उनका पैसा भी वापस करवाया। भाकपा माओवादियों की संख्या सिमट रही है। अब स्टेट में केवल 100 की संख्या में ही माओवादी-उग्रवादी बचे हैं। यह जानकारी आइजी ऑपरेशन डा. माइकल राज एस. ने पुलिस हेडक्वार्टर में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में दी है।
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आइजी ऑपरेशन डा. माइकल राज एस. ने जनवरी 2025 से जून 2025 तक यानी कुल छह महीने की रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए बताया कि वर्तमान में चाईबासा क्षेत्र यानी सारंडा में सभी बड़े माओवादी हैं। वहां कुल माओवादियों की संख्या 75 है। शेष 25 माओवादी-उग्रवादी अन्य दूसरे जिलों में हैं। लातेहार में कुख्यात मृत्युंजय भुइयां व अन्य चार हैं, पलामू के हुसैनाबाद में नीतेश यादव व अन्य चार हैं। राज्य में माओवाद प्रभावित पारसनाथ, बूढ़ा पहाड़, ट्राई जंक्शन क्षेत्र, बुंडू तमाड़, चतरा-गया क्षेत्र, गुमला को नक्सलियों से मुक्त करवा लिया गया है।
उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या घटकर नौ हो गयी
आईजी ने कहा कि राज्य में उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 11 थी। अब यह संख्या घटकर नौ रह गई है। इनमें चाईबासा व लातेहार मुख्य रूप से अति नक्सल प्रभावित जिले हैं। वहीं अन्य सात नक्सल प्रभावित जिलों में गिरिडीह, बोकारो, चतरा, सराकेला-खरसांवा, खूंटी, गढ़वा व लोहरदगा जिले शामिल हैं। इस छह महीने की अवधि में झारखंड पुलिस ने 197 माओवादियों को अरेस्ट किया है। 10 माओवादियों ने सरेंडर किया है। 17 माओवादी एनकाउंटर में मारे गये हैं। मारे गये माओवादियों में एक करोड़ का इनामी प्रयाग मांझी, सैक सदस्य अरबिंद यादव, जोनल कमांडर साहेब राम मांझी उर्फ राहुल, विनय गंझू तथा जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा शामिल हैं। इस अवधि में माओवादियों से कुल 113 आर्म्स बरामदगी भी हुई है, जिनमें पुलिस से लूटे गए 31 आर्म्स भी शामिल हैं।
सीसीए के तहत 119 अपराधियों के विरुद्ध प्रस्ताव समर्पित
आइजी डा. माइकल राज एस. ने बताया कि झारखंड पुलिस ने सभी जिलों से गुंडा एक्ट (सीसीए) के तहत 119 अपराधियों के विरुद्ध प्रस्ताव समर्पित किया। पुलिस मुख्यालय स्तरीय झारखंड पुलिस सहाय्य एवं कल्याण कोष से संबंधित बोर्ड गठित कर 622 लाभान्वितों को कुल 16742000 रुपये का भुगतान किया। कुल 108 आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी गयी। कुल 64 पुलिस इंस्पेक्टर को डीएसपी रैंक में प्रोमोशन मिली। नौ एएसआइ को एसआइ रैंक में प्रमोशन मिली। नेशनल लेवल पर खेल व अन्य प्रतियोगिताओं में झारखंड पुलिस को एक गोल्ड, चार सिल्वर यानी कुल पांच मेडल मिले। केरल के कोच्ची में प्रथम आल इंडिया पुलिस बैडमिंटन एवं टेबल टेनिस कल्सटर 2024-25 प्रतियोगिता में पांच कांस्य पदक जीता। 38वें नेशनल गेम्स उत्तरखंड में भी झारखंड पुलिस ने दो स्वर्ण व एक रजद तथा एक कांस्य पदक जीता है।
साइबर क्राइम के 620 मामले दर्ज, 767 अरेस्ट किये गये
इस छह महीने की अवधि में झारखंड पुलिस ने साइबर क्राइम से संबंधित 620 मामले दर्ज किया। इन मामलों में शामिल 767 क्रिमिनलों को पुलिस ने पकड़ा। कुल 54 लाख 35 हजार 800 रुपये कैश, 1664 सिमकार्ड, 1283 मोबाइल, 135 एटीएम, 20 टू व्हीलर व आठ फोर व्हीलर वाहन जब्त किया।साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से कुल 11910 कंपलेन दर्ज करायी। पुलिस ने इनमें से कुल 15.90 करोड़ रुपये फ्रीज तथा कोर्ट के माध्यम से कुल 8384710 रुपये वापस कराया।पांच महीने में 389 केस दर्ज, 393 आरोपितों को पकड़ा
झारखंड पुलिस ने इस वर्ष मई 2025 तक मादक पदार्थ के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की। इस पांच महीने में 389 कांड दर्ज किया, जिसमें 393 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। करीब 2.76 करोड़ रुपये मूल्य के 553 किलोग्राम गांजा, 3.32 करोड़ रुपये मूल्य के 66 किलोग्राम अफीम पकड़ा। 2.49 किलोग्राम ब्राउन शुगर, 9950 किलोग्राम डोडा, 7925 पीस टैबलेट भी पकड़ा। सभी का अनुमानित मूल्य करीब 20.44 करोड़ रुपये है।
संगठित अपराध के 12 क्रिमिनलों को अरेस्ट किया गया
झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता ने संगठित आपराधिक गिरोह के विरुद्ध चार कांड दर्ज किया। इनमें कुल 12 अपराधी पकड़े गए, जिनमें पांडेय गिरोह के एक, अमन साहू गिरोह के दो, सुजीत सिन्हा गिरोह के आठ, अमन श्रीवास्तव गिरोह के एक शामिल थे। उनके पास से चार हथियार, 21 कारतूस भी बरामद हुए। इसी तरह एटीएस ने धनबाद से प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर के पांच सक्रिय क्रियावादियों को अरेस्ट कर जेल भेजा।
10 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया
आईजी ने बताया कि अपराध के खिलाफ चलाये गये ऑपरेशन में राज्य के विभिन्न जिलों से पांच आतंकी, 197 नक्सली, 767 साइबर अपराधी और संगठित गिरोह के 12 क्रिमिनल अरेस्ट किये गये। पुलिस के साथ एनकाउंटर में 17 नक्सली और उग्रवादी मारे गये। वहीं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 10 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया। इस अवधि में कुल 113 हथियार बरामद किये गये, जिनमें 31 लूटे गए पुलिस हथियार, 20 रेगुलर हथियार और 62 देसी हथियार शामिल हैं. पुलिस ने 8591 गोलियां, 176.5 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 4.51 लाख रुपये की लेवी राशि भी जब्त की। नक्सलियों द्वारा बिछाये गये 179 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को भी नष्ट किया गया. वहीं झारखंड और ओडिशा पुलिस के संयुक्त अभियान में ओडिशा के के. ब्लांग पुलिस स्टेशन एरिया से 3811 किलोग्राम जिलेटिन बरामद किये गये।
पुलिस-नक्सली एनकाउंटर में मारे गये 17 नक्सली
पुलिस ने झारखंड के अलग-अलग जिलों में हुई एनकाउंटर में 17 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें कुछ प्रमुख नाम है।
एक करोड़ का इनामी : विवेक उर्फ प्रयाग मांझी, अरविंद यादव उर्फ अशोक
10 लाख का इनामी : साहेब राम मांझी और पप्पू लोहरा
पांच लाख का इनामी : मनीष यादव, सुदेश गंझू, हेमंती मझियान, शांति देवी, राहुल तुरी उर्फ आलोक जी के अलावा सात अन्य नक्सली शामिल हैं।
सराहनीय सेवा और जन शिकायत निवारण
गणतंत्र दिवस-2025 के अवसर पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा झारखंड पुलिस के 12 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया।सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश और डीजीपी अनुराग गुप्ता के मार्गदर्शन में राज्य के सभी जिलों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस कार्यक्रम में कुल 4158 शिकायत पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 3464 शिकायतों का ऑन द स्पॉट समाधान किया गया। यह कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किये जा रहे हैं।