कोडरमा: महिला ने पुलिस को दिया आवेदन,मेरी चप्पल टूट गई है...,प्लीज दुकान खुलवाकर नई चप्पल दिलवा दीजिए

झुमरीतिलैया जैन गली निवासी निवासी महिला दीपा खाटुवाला ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में चप्पल खरीदने के लिए एसडीओ और तिलैया थाना प्रभारी को आवेदन दिया है। उन्होंने कहा है कि चप्पल टूट गई है...। बिना चप्पल के घर में चलने में दिक्कत हो रही है...। प्लीज दुकान खुलवाकर नई चप्पल दिलवा दीजिए। 

कोडरमा: महिला ने पुलिस  को दिया आवेदन,मेरी चप्पल टूट गई है...,प्लीज दुकान खुलवाकर नई चप्पल दिलवा दीजिए
  • महिला ने नई चप्पल खरीदने के लिए एसडीओ ऑफिस व पुलिस स्टेशन में दिया आवेदन

कोडरमा। झुमरीतिलैया जैन गली निवासी निवासी महिला दीपा खाटुवाला ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में चप्पल खरीदने के लिए एसडीओ और तिलैया थाना प्रभारी को आवेदन दिया है। उन्होंने कहा है कि चप्पल टूट गई है...। बिना चप्पल के घर में चलने में दिक्कत हो रही है...। प्लीज दुकान खुलवाकर नई चप्पल दिलवा दीजिए। 
महिला का आवेदन जिलेमें चर्चा का विषय बना हुआ है। आवेदन में दीपा ने लिखा है कि घर में पहनने वाली मेरी स्लीपर टूट गई है। इसके साथ ही मेरे घर पर काम करने वाली बाई को छाता की जरूरत है। लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये जरूरी सामान उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।मुझे भी बिना स्लीपर के चलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। महिला ने थाना प्रभारी से आग्रह किया है कि जूते-चप्पल की दुकान को खुलवा कर मुझे एक स्लीपर दिलवा दी जाए, जिससे मेरी परेशानी दूर हो सके। 
आवेदन में महिला ने लिखा है कि आप जनता के सेवक हैं। लोगों की परेशानी दूर करना आपकी जिम्मेदारी है। दीपा खाटुवाला ने आवेदन में अपने ड्राइवर, दूधवाले और कई पहचान वालों के साथ भी ऐसी परेशानी होने की बात कही है।तिलैया थाना प्रभारी द्वारिका राम ने बताया कि एक महिला ऐसा आवेदन लेकर आई थी। लेकिन इस कार्य में सक्षम अफसर न होने की बात बताकर उन्हें वापस भेज दिया।

दीपा खाटूवाला का कहना कि जब थाना प्रभारी ने लौट दिया, तब वो एसडीओ ऑफिस आवेदन दी है। दीपा ने कहा कि आज मैंने राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और जेएमएम की नेत्री महुआ माजी को फोन किया था।महुआ माजी ने मुझे बताया कि अपने चप्पल का नंबर बताइए, मैं आपको चप्पल उपलब्ध करवाती हूं। इसके बाद जेएमएम को कोडरमा जिलाध्यक्ष का फोन आया। उन्होंने महुआ माजी की बात कहकर मुझसे चप्पल का नंबर पूछा। मैंने बता दिया कि मुझे केवल अपने लिए नहीं, बल्कि सबके लिए चप्पल चाहिए। सबकी परेशानी दूर होनी चाहिए।