मध्य प्रदेश: रतलाम जिले के सुराणा गांव में दूसरे समुदाय के लोग कर रहे परेशान, 25 हिंदू परिवारों ने गांव से पलायन की दी धमकी
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सुराणा गांव में 25 से अधिक हिंदू परिवारों ने गांव से पलायन की धमकी दी है। हिंदू परिवारों का आरोप है कि उन्हें एक समुदाय विशेष के लोग पिछले ढाई साल से परेशान कर रहे हैं। इस कारण उन्होंने गांव छोड़ने का फैसला किया है। मामले में बिल्पंक पुलिस स्टेशन में दो लोगों मुकेश जाट और दूसरा मयूर खान के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सुराणा गांव में 25 से अधिक हिंदू परिवारों ने गांव से पलायन की धमकी दी है। हिंदू परिवारों का आरोप है कि उन्हें एक समुदाय विशेष के लोग पिछले ढाई साल से परेशान कर रहे हैं। इस कारण उन्होंने गांव छोड़ने का फैसला किया है। मामले में बिल्पंक पुलिस स्टेशन में दो लोगों मुकेश जाट और दूसरा मयूर खान के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है।
लोकल लोगों ने कहा कि मुकेश जाट पर हुई क्रॉस एफआईआर से परेशान जाट समुदाय के परिवारों ने अपने घरों की दीवारों पर लिखा है कि ये घर बिकाऊ है। क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा का खतरा है। इसलिए वे गांव से पलायन करना चाहते हैं। मुकेश जाट का कहना है कि दूसरे समुदायल के लोग आपत्तिजनक संगीत बजाते हैं। रैलियां निकालते हैं। इनके कारण महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती थीं। हमलोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। पुलिस स्टेशन में कंपलेन करने भी अफसर कोई कार्रवाई नहीं करते। मुकेश का कहना है कि 16 जनवरी को 100 से ज्यादा लोगों के साथ मयूर खान मेरे घर आकर गाली-गलौज की। उसने मुझे धमकाया और मुझे गांव छोड़ने के लिए कहा।
मजाक बना गालियां देते हैं दूसरे समुदाय के लोग
मुकेश ने कहा कि जब मैंने इसे लेकर एफआईआर दर्ज कराई तो पुलिस ने मेरे खिलाफ भी मामला दर्ज कर दिया। गांव के लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। ग्रामीण ओमप्रकाश पटेल ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्य हमें परेशान कर रहे हैं। वे हमारा मजाक उड़ाते हैं। हाइ स्पीड से बाइक निकाल कर हमें गालियां देते हैं। वे हमारे घरों के पास कचरा फेंकते हैं। घरों के सामने थूकते हैं।
गांव के कई हिंदू घरों पर लिख दिया गया मकान बिकाऊ है
बिलपांक पुलिस स्टेशन पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के विरुद्ध कार्रवाई की। इसी से आहत मुकेश और गांव के अन्य लोग जनसुनवाई में एसपी से शिकायत करने पहुंचे। एसपी गौरव तिवारी ने लोगों को धार्मिक सद्भाव नहीं बिगाड़ने की हिदायत दी। इसी बात से असंतुष्ट होकर हिंदू परिवारों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 3 दिन में गांव से पलायन करने की चेतावनी दे डाली। गांव के 55 से 60 हिंदू घरों पर मकान बिकाऊ है। पलायन की बात लिखी गईं।
गांववालों ने की दूसरे जगह जमीन की मांग
इससे पहले गांववालों के एक डेलीगेशन ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को एक ज्ञापन देकर मांग की कि उन्हें अन्य स्थान पर रहने के लिए जगह मुहैया करायी जाए। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एमएल आर्य ने इस संबंध में मीडिया से कहा कि सुराना की समस्या संज्ञान में आई है। इसके हल के लिए एक जांच टीम बनाकर जांच करायी जायेगी। बातचीत से समस्या का समाधान करेंगे।
छोटी-छोटी बात को सांप्रदायिक रंग दे रहे कुछ लोग
वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि लोगों का एक समूह, विशेष रूप से मुकेश जाट हर छोटी-छोटी बात को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। मयूर खान ने कहा कि पिछले दो सालों से मुकेश जाट कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर गांव में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उन लोगों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ कम से कम आधा दर्जन शिकायतें दर्ज कराईं। मुकेश ने 16 जनवरी को भी मुझसे लड़ाई की। बाद में मेरे खिलाफ फर्जी शिकायत दर्ज कराई।'
डरने की जरूरत नहीं: नरोत्तम मिश्रा
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले में संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि 'रतलाम जिले के सुराना गांव में हिंदुओं के पलायन का मामला संज्ञान में आया है। ये बेहद चिंता का विषय है। हम पीड़ितों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन से बात करेंगे। मध्य प्रदेश शांति का टापू है। कोई भी भय का वातावरण नहीं फैला सकता है। लोग निश्चिंत रहें।'
क्रिमिनलों के खिलाफ होगी एनएसए के तहत कार्रवाई: एसपी
एसपी गौरव तिवारी ने कहा है कि गांव में एक पुलिस चौकी स्थापित की जायेगी। वहां कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए 10 पुलिसकर्मी हमेशा मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि गांव में सांप्रदायिक तनाव का कोई इतिहास नहीं है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से कुछ असामाजिक तत्व परेशानी पैदा कर रहे हैं। इसलिए हम अपराधियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत भी कार्रवाई कर रहे हैं।
डीएम-एसपी ने ग्रामीणों से की बात
रतलाम के डीएम- एसपी दूसरी ओर बुधवार सुबह गांव सुराणा पहुंचे। दोनों समुदायों के लोगों और ग्रामीणों के साथ एक-एक कर चर्चा की। चर्चा के बाद डीएम ने कहा कि लोगों मे अविश्वास का भाव पैदा हुआ है, उसे दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गांव में कुछ जगह अतिक्रमण किया हुआ है। इसकी जांच कर उसे तोड़ा जायेगा। प्रथम दृष्टया दो लोगों के विवाद को दो समुदायों के विवाद का रंग दिया गया। सामान्य मारपीट की घटना पर पलायन की बात हो, यह स्वीकार्य नहीं है।
सुराणा की आबादी 1600, 60% मुस्लिम 40% हिंदू
सुराणा गांव की आबादी 1600 से अधिक है। इनमें 60% मुस्लिम हैं।वहां 40% हिंदू हैं।हिंदुओं में अधिकतर जाट हैं। तेली, धाकड़, और दलित भी हैं। गांव में दोनों ही समुदायों के लोगों का पेशा खेती और पशुपालन है। बुजुर्गों का कहना कि गांव में पहले कभी प्यार और भाईचारा नहीं बिगड़ा। अब नई उम्र के लड़के छोटी-छोटी बातों पर आपस में उलझ रहे हैं। 20-25 साल पहले सुराना गांव में मुस्लिम आबादी कम थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में मुस्लिम समाज की आबादी बढ़कर 60% हो गई।गांव में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत और सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने के बाद से विवाद शुरू हुआ। दोनों धर्म के युवाओं में दो सालों से तनातनी जारी है। पिछले दिनों गांव के मुकेश जाट और मुस्लिम समाज के युवकों के बीच विवाद हो गया था।
सोशल मीडिया पर कमेंट के बाद भड़के दोनों पक्ष
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गांव के हिंदू संगठन से जुड़े हुए मुकेश जाट ने मुस्लिम युवकों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। इसके बाद 16 जनवरी को गांव के ही मयूर, हैदर और सद्दाम ने मुकेश से विवाद किया। इसकी शिकायत करने मुकेश अपने साथियों के साथ बिलपांक पुलिस स्टेशन गया था। इसी दौरान मुस्लिम युवक गाड़ियों से मुकेश के मोहल्ले में झगड़ा करने पहुंच गये।