मुजफ्फरपुर:आइ हॉस्पीटल मे मोतियाबिंद के आपरेशन के बाद 18 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी, NHRC ने मांगी रिपोर्ट
बिहार के मुजफ्फपुर में एक प्राइवेट आइ हॉस्पील में पिछले 22 नवंबर को आयोजित मोतियाबिंद आपरेशन कैंप में आपरेशन के दौरान लापरवाही के कारण अब तक 18 पेसेंट आंखें निकालनी पड़ी हैं। सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने मुजफ्फरपुर टाउन पुलिस स्टेशन मेंआइ हॉस्पिटल पर एफआइआर दर्ज करा दी है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने डॉक्टरो की टीम पर भी एफआइआर करने का आदेश दिया है।
- जांच के लिए हाई लेवल कमेटी गठित
- ऑपरेशन थियेटर सील
- डॉक्टर्स पर होगी FIR
पटना। बिहार के मुजफ्फपुर में एक प्राइवेट आइ हॉस्पील में पिछले 22 नवंबर को आयोजित मोतियाबिंद आपरेशन कैंप में आपरेशन के दौरान लापरवाही के कारण अब तक 18 पेसेंट आंखें निकालनी पड़ी हैं। सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने मुजफ्फरपुर टाउन पुलिस स्टेशन मेंआइ हॉस्पिटल पर एफआइआर दर्ज करा दी है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने डॉक्टरो की टीम पर भी एफआइआर करने का आदेश दिया है।
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मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने नोटिस जारी कर चीफ सेकरेटरी से घटना की पूरी जानकारी तलब किया है। मामले से बिहार हेल्थ डिपार्टमेंट ने हाई लेवल जांच शुरु कर दिया है। घटना की जांच के लिए पटना से स्वास्थ्य विभाग की एक हाई लेवल टीम मुजफ्फरपुर पहुंच गयी है। सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा व एसीएमओ डॉ एसपी सिंह आइ हॉस्पिटल के मैनेजर से 24 घंटे के अंदर वहां इलाज करने वाले डॉक्टर्सक, पिछले एक सप्ताह में किये गये ऑपरेशन के बारे मे पूरी जानकारी मांगी है। सीएस ने ओटी से लेकर पेसंटतक का हाल जाना। सीएस की मानें तो आइ हॉस्पिटल के ओटी मे कई खामियां है। मुजफ्फरपुर आइ हॉस्पिटल में जब जांच टीम पहुंची तो वहां पर आउटडोर में ताला लटका मिला। एक भी डॉक्टर्स नही था।
एनएचआरसी ने चीफ सेकरेटरी को दिया नोटिस
एनएचआरसी ने बिहार के चीफ सेकरटेरी को नोटिस जारी कर मुजफ्फरपुर के हॉस्पीटल में किये गये मोतियाबिंद आपरेशन का टिटेल मांगा है। आयोग ने हॉस्पीटल में हुए आपरेशन से जुड़ी तमाम चीजों की जानकारी देने का निर्देश दिया है। आयोग ने यह भी बताने को कहा है कि मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत एक डाक्टर एक दिन में कितने आपरेशन कर सकता है।
65 पेसेंट का हुआ आपरेशन, 18 की निकाली जा चुकीं आंखें
मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में 22 नवंबर को मोतियाबिंद आपरेशन कैंपआयोजित किया गया था। इसमें 65 लोगों का आपरेशन किया गया था। इनमें संक्रमण के कारण अब तक 18 लोगों की आंखें निकालनी पड़ी हैं। संक्रमण के बाद हालत बिगड़ने पर मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (SKMCH) में एडमिट कराये गये कुछ और पेसेंट की हालत भी गंभीर बनी हुई है। उनकी भी आंखें निकालनी पड़ सकती हैं।
सिविल सर्जन ने बनाई जांच टीम
18 पेसेंट की आंख निकालने की घटना मुजफ्फरपुर से लेकर पटना तक हेल्थ डिपार्टमेंट सकते में है। सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा व एसीएमओ डा. एसपी सिंह ने आपरेशन में लापरवाही करने वाले हॉस्पीटल का निरीक्षण कर मैनेजमेंट को वहां डॉक्टर्स और एक सप्ताह में हुए आपरेशन आदि की पूरी जानकारी मांगी है। सिविल सर्जन ने एसीएमओ डा. सुभाष प्रसाद सिंह, डा. हसीब असगर, डा. नीतू कुमारी की जांच टीम गठित कर दी है।
आपरेशन थियेटर में फंगस या वायरस से फैला संक्रमण
सिविल सर्जन ने बताया कि आपरेशन थियेटर में फंगल या वायरल संक्रमण के कारण मरीजों में संक्रमण फैला है। इसकी जांच के लिए सैंपल भेजा गया है, इसकी रिपोर्ट शुक्रवार तक आ जायेगी। फिलहाल हॉस्पीटल के आपरेशन थियेटर को सील कर दिया गया है। घटना के जांच पदाधिकारी एसीएमओ डा. एसपी सिंह ने बताया कि उक्त हॉस्पीटल में बीते एक सप्ताह के दौरान 328 मरीजों के आपरेशन किए गए। उन सभी मरीजों की जानकारी ली जा रही है। संक्रमण के शिकार किसी अन्य पेसेंट की जानकारी मिलने पर उसे भी एसकेएमसीएच भेजा जायेगा।