नई दिल्ली: जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर पथराव, छह पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल
देश की राजधानी नई दिल्ली के जहांगीरपुरी एरिया में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव के बाद बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों व दुकान को आग के हवाले भी कर दिया। तलवार और गोलियां भी चली। घटना में एक सब इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मी समेत कुछ अन्य लोग भी इसमें घायल हुए हैं।
- होम मिनिस्टर अमित शाह ने की पुलिस कमिश्नर से बात,दिये सख्ती के निर्देश
नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली के जहांगीरपुरी एरिया में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव के बाद बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों व दुकान को आग के हवाले भी कर दिया। तलवार और गोलियां भी चली। घटना में एक सब इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मी समेत कुछ अन्य लोग भी इसमें घायल हुए हैं।
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एरिया में तनाव का माहौल है। पुलिस का दावा है कि हालात पर काबू पा लिया गया है। RAF की दो कंपनियां तैनात की गई हैं।दिल्ली के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व हाई अलर्ट है। नाइट विजन ड्रोन से निगरानी की जा रही है। हिंसक घटना के बाद जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां रामनवमी के दिन पूजा को लेकर छात्रों के दो गुटों में मारपीट हुई थी।
होम मिनिस्टर अमित शाह ने पुलिस कमिश्नर से ली जानकारी
सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना से स्थिति की जानकारी ली। उन्हें लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
जांच के लिए 10 टीमों का गठन
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद मामला बिगड़ा। इसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी की गई। घटना में पुलिसकर्मी समेत दोनों पक्षों के करीब दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गये हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की 10 टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में दंगा सहित अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में भी लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी गई है। मौके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है।
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर कहा कि अभी सब नियंत्रण में है। जहांगीरपुरी सहित राजधानी के अन्य संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि दंगा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जनता अफवाहों और सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वालों से दूर रहे और पुलिस को सूचित करे। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर- दीपेंद्र पाठक ने कहा कि हालात काबू में है। घटना के बाद कई थानों से एडिशनल पुलिस फोर्स बुलाई गई है। फोर्स इलाके में मार्च कर रही है। अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
कुशल सिनेमा से शुरू हुआ बवाल
पुलिस के मुताबिक शोभायात्रा जब कुशल सिनेमा के पास पहुंची, तभी पीछे से कुछ लोगों ने इसपर पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ की स्थिति बन गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान वीडियो सामने आए हैं उसमें अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिल रहा है। बताया गया है कि कि पुलिस ने जब मौके पर स्थिति को संभालने की कोशिश की, तब उपद्रवियों द्वारा उन पर भी हमला किया गया।
वीएचपी का दावा:गोलियां चलीं, तलवारें लहराईं
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर बताया कि हनुमान जयंती शोभायात्रा पर इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा हमला किया गया है। हमले में गोली चलने और पथराव की भी खबर है, जिसमें पुलिसकर्मी समेत कई घायल हैं। बंसल ने लिखा है कि ‘दिल्ली के जहांगीरपुरी में #हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर इस्लामिक जिहादियों ने की पत्थर, तलवार व गोलियों की बौछार।
अरविंद केजरीवाल बोले- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। दिल्ली के जहांगीर पुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी लोगों से अपील- एक दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें।आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक चैनल से कहा- यह बहुत सुंदर अवसर था। आज हनुमान जयंती थी। दोनों समुदायों में कुछ लोग ऐसे हैं जो हिंसा फैलाने का मौका नहीं छोड़ते। हम चाहते हैं कि यह मैसेज दिया जाए कि पुलिस मूकदर्शक नहीं है।
दो साल पहले हुए थे दंगे
CAA और NRC को लेकर आंदोलन के दौरान 23 फरवरी 2020 की रात को दिल्ली में दंगे भड़क गए थे। 23 से 26 को हुए दंगे में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में जो तांडव हुआ, उसके निशान अब तक मौजूद हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग, खजूरी खास, बाबरपुर, जाफराबाद, सीलमपुर, मुख्य वजीराबाद रोड, करावल नगर, शिव विहार और ब्रह्मपुरी चपेट में आए थे। इन दंगों में 42 लोग मारे गए थे और 250 लोग घायल हुए थे। मामले की जांच के लिए दो SIT बनाई गईं थीं।