नई दिल्ली: सुशील मोदी ने राज्यसभा में नरेंद्र मोदी का फुल फॉर्म बताया, कहा- पीएम ने उठाया था लॉकडाउन जैसा जरूरी कदम

बिहार के एक्स डिप्टी सीएम व राज्यसभा सासंद सुशील मोदी ने बुधवार को केंद्रीय बजट के पक्ष में राज्यसभा में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की दमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश के लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन जैसा जरूरी कदम उठाया। 'जान तो है तो जहान' जैसी बात कहते हुए अन्य कई मुद्दों को शामिल करते हुए पीएम मोदी के तारीफों के पुल बांधे। 

नई दिल्ली: सुशील मोदी ने राज्यसभा में नरेंद्र मोदी का फुल फॉर्म बताया, कहा- पीएम ने उठाया था लॉकडाउन जैसा जरूरी कदम

नई दिल्ली। बिहार के एक्स डिप्टी सीएम व राज्यसभा सासंद सुशील मोदी ने बुधवार को केंद्रीय बजट के पक्ष में राज्यसभा में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की दमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश के लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन जैसा जरूरी कदम उठाया। 'जान तो है तो जहान' जैसी बात कहरते हुए अन्य कई मुद्दों को शामिल करते हुए पीएम मोदी के तारीफों के पुल बांधे। 

नरेंद्र मोदी के नाम का नया मीनिंग 
N- New india
A- Aatm nirbhar bharat
R- Ready for reforms
E- Electronic agri market
N- New Financial Structure
D- Disinvestment
R- Railway and roads
A- Agriculture Reforms
M- MSP assured, Helping migrant worker
O- One person company
D- Down to earth
I- Inclusive development
सुशील मोदी अपने भाषण में कोरोना काल के दौरान लगाये गये लॉकडाउन के सफल होने में स्वच्छ भारत अभियान, जनधन खाता योजना और 24 घंटे बिजली की व्यव्स्था के लाभ भी गिनाये। सुशील मोदी ने हिन्दी और अंग्रेजी की मिलाजुला भाषण में एक बढ़कर आंकड़े दिये। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ से अपनी भाषण का शुरुआत करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि 'अर्थव्यस्था के सदमे से दोबारा देश लौट सकता है, मगर जिंदगी को दुबारा नहीं लाया जा सकता। उन्होंने कहा कि महाभारत के शांतिपर्व में कहा गया है कि 'आपदाग्रस्त जीव की प्राण रक्षा ही धर्म है'। केंद्र की सरकार ने इसे पालन किया। लोगों को काफी मदद की।
'जान भी है, जहान भी है
सुशील मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि 'जान भी है जहान भी है। बजट को 22 बंदूकों के सलामी के साथ सेंसेक्स ने सवागत किया। सिंगल-डे हाईएस्ट गेन में 51 हजार के आंकड़ों को सेंसेक्स पार कर गया। 23 साल के बाद ऐसा हुआ। 1997 में तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम के भाषण में हाईएस्ट गेन किया था। बजट के बाद दुनियाभर के अखबारों की सुर्खियों का भी उल्लेख किया।

जनधन खाता से गरीबों को मदद
सुशील मोदी ने कहा कि मैं पिछले 25-30 साल से बजट को देख रहा हूं। इस बजट की कहीं से भी आलोचना नहीं हुई। इस बजट का देश ने स्वागत किया है। लॉकडाउन में पीएम मोदी ने 80 करोड़ गरीबों को 8 महीने तक 40 किलो अनाज और आठ किलो दाल हर महीने दिया। 20 करोड़ महिलाएं जिनका जनधन खाता था उनको 1500 रुपए प्रति महिला दिए गए। कुल रकम 30 हजार 950 करोड़ रुपए दिये गये। 7.43 करोड़ रुपये उज्ज्वला कनेक्शन वाली महिलाओं को दिया गया। 14.73 करोड़ फ्री सिलेंडर दिया गया। विधवा महिलाओं को 2.81 करोड़ रुपए सामाजिक सुरक्षा का पेंशन दिया गया। ये सबकुछ जनधन खाता की वजह से हुआ।

अमेरिका से बेहतर काम हुआ
सुशील मोदी ने कहा कि वहां डायरेक्ट बेनिफीट ट्रांसफर स्कीम नहीं था। 8 करोड़ लोगों का चेक प्रिंट किये गये। फिर ट्रंप साहब ने चेक पर साइन किया और चार महीने में नहीं बांटा जा सका। भारत में लोगों को लाभ जनधन खाता की वजह से समय पर मिल पाया। इसके अलावा भी सुशील मोदी ने कोरोना लॉकडाउन में किए गए काम और बजट की जमकर तारीफ की।