राजस्थान: जोधपुर में दो समुदायों में टेंशन पथराव, इस्लामिक झंडा लगाने को लेकर हुआ विवाद, 10 इलाकों में कर्फ्यू
राजस्थान के जोधपुर में सोमवार देर रात भगवा झं हटाकर इस्लामिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद मंगलवार को हिंसक झड़प में बदल गया नमाज पढ़कर वापस लौट रहे युवकों ने पत्थरबाजी और आगजनी की। जोधपुर के 10 पुलिस स्टेशन एरिया में कल तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
- इंटरनेट सेवा ठप्प
- नमाज पढ़कर लौट रहे उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी की
- बीजेपी एमएलए के बाइक को आग लगा दी गई
- चाकू से हमला कर एक युवती को घायल किया
- पुलिस ने लाठीचार्ज किया,आंसूगैस के गोले छोड़े
जयपुर। राजस्थान के जोधपुर में सोमवार देर रात भगवा झं हटाकर इस्लामिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद मंगलवार को हिंसक झड़प में बदल गया नमाज पढ़कर वापस लौट रहे युवकों ने पत्थरबाजी और आगजनी की। जोधपुर के 10 पुलिस स्टेशन एरिया में कल तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
नमाज पढ़कर लौट रहे उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ कर दो दर्जन बाइकों को आग के हवाले कर दिया। तीन एटीएम में तोड़फोड़ की गई। उपद्रवियों ने बीजेपी एमएलए सूर्यकान्ता व्यास के घर के बाहर खड़ी बाइक को आग लगा दी गई। चाकू से हमला कर एक युवती को घायल कर दिया। उपद्रवियों को कंट्रोल करने लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर आंसू गैस के गोले छोड़े। जोधपुर जिले में इंटनेट बन्द कर दिया गया है। सीएम अशोक गहलोत ने इस घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। साथ ही सभी से शांति बरतने की अपील की है।
सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। पुलिस उपायुक्त राजकुमार चौधरी द्वारा जारी आदेश के अनुसार जोधपुर कमिश्नरी के जिला पूर्व के थाना क्षेत्र उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खंडा फलसा में कर्फ्यू लगाया गया है। जिला पश्चिम के थाना क्षेत्र प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर और सरदारपुरा में भी कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि इन इलाकों में आज दोपहर एक बजे से कल मध्यरात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। कोई भी व्यक्ति अपनी गृह सीमा से बिना अनुमति पत्र के बाहर नहीं निकलेगा। हालात को देखते हुए कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।
धार्मिक झंडा फहराने को लेकर विवाद की आशंका
गौरतलब है कि शहर के जालोरी गेट चौराहा पर सोमवार रात को हंगामा हुआ। माना जा रहा है कि यह विवाद धार्मिक झंडा हटाने को लेकर हुआ है। इसके बाद जिले में इंटरनेट सेवा अगले आदेश तक ठप कर दी गई थी। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि छोटी सी बात को लेकर कहासुनी बाद में मारपीट में बदल गई। सोमवार रात चौराहे पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और चौराहे के सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने से विवाद की शुरुआत हुई। इसके अलावा ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने को लेकर नाराज लोगों का हुजूम जुट गया।
केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने शहर में घूमकर लोगों से मिले। उन्होंने समर्थकों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। उपद्रवियों की पत्थरबाजी में सोमवार रात और मंगलवार सुबह तक चार पुलिसकर्मी, आधा दर्जन स्थानीय नागरिक और मीडियाकर्मी घायल हुए हैं। गृहराज्य मंत्री राजेन्द्र यादव व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह को जयपुर से जोधपुर भेजा गया है। टाउन में टेंशन बरकरार है।
ऐसे हुआ विवाद
सीएम के गृह नगर में सोमवार रात 12 बजे जालौरी गेट चौराहे पर बने बालमुकुंद बिस्सा सर्किल से भगवा झं उतारकर इस्लामिक झं लगा दिया गया। ईद से एक दिन पहले लाउडस्पीकर भी लगाये गये। इस्लामिक झं लगाए जाने का दो युवकों ने विरोध किया तो भीड़ ने उनके साथ मारपीट की। सूचना मिलते ही दोनों समुदायों के लोग जमा हो गये।एक समुदाय विशेष के लोगों ने दूसरे समुदाय के लोगों पर अचानक पथराव करना शुरू कर दिया। घरों की छतों से हरे रंग किये गये पत्थर फेंके गए। इसमें डीएसपी भुवनभुषण, उदयपुर मंदिर थाना अधिकारी अमित सिहाग सहित चार पुलिसकर्मी, कुछ मीडियाकर्मी व स्थानीय लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। समझा कर मौके पर शांति स्थापित करवाई गई। उपद्रवी फिर रात को डेढ़ बजे जालौरी गेट व ईदगाह क्षेत्र एकत्रित हुए और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने पहले लाठीचार्ज और फिर आंसूगैस छोड़ी। शहर में मंगलवार को ईद की नमाज पढ़कर लौट रहे दो सौ लोगों की भीड़ ने जालौरी गेट पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, वाहनों में आग लगा दी, पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों के साथ मारपीट की गई। इस पर पुलिस ने दूसरे दिन भी लाठीचार्ज करने के साथ ही आंसूगैस के गोले छोड़े ।
उपद्रवियों द्वारा सोमवार रात की गई मारपीट के शिकार हिंमाशु व रणजीत ने बताया कि शहर में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में भगवा झंडे लगाये गये थे। कार्यक्रम आयोजित होना था। लेकिन परशुराम जयंती के दिन ईद होने के कारण दो दिन पहले ही कार्यक्रम आयोजित कर लिया गया था। प्रशासन की सलाह पर अधिकांश स्थानों से भगवा झंडे हटा लिए गये थे। बालमुकुंद बिस्सा सर्किल पर एक झण्डा हटाने से रह गया था। एक समुदाय विशेष के लोगों ने इस झं को नीचे फेंक कर इस्लामिक झं लगाया, जिसका हमने विरोध किया था उन्होंने हमारे साथ मारपीट की। पथराव शुरू कर दिया। इन लोगों ने पुलिस के बेरिकेड्स गिरा दिये।