Tender Commission Scam : ED की रडार पर झारखंड के मिनिस्टर बादल व हफीजुल, टेंडर के बदले कमीशन वसूलने का आरोप
झारखंड में टेंडर कमीशन घोटाले का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब इस केस में चंपई सोरेन कैबिनेट के दो और मिनिस्टर कृषि मंत्री बादल व अल्पसंख्यक कल्याण, युवा कार्य विभाग के मंत्री हाफिजुल हसन का नाम जुड़ गया है। दोनों ईडी के रडार पर हैं। ईडी के सोर्सेज के अनुसार इन दोनों मिनिस्टर्स को ईडी जल्द पूछताछ समन करेगी।
- दोनों मिनिस्टर्स को जल्द समन कर पूछताछ करेगी ईडी
- 27 मई तक ईडी की रिमांड पर आलमगीर आलम
- ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव आइएएस मनीष रंजन से कल होगी पूछताछ
रांची। झारखंड में टेंडर कमीशन घोटाले का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब इस केस में चंपई सोरेन कैबिनेट के दो और मिनिस्टर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख व अल्पसंख्यक कल्याण, युवा कार्य विभाग के मंत्री हाफिजुल हसन का नाम जुड़ गया है। दोनों ईडी के रडार पर हैं। ईडी के सोर्सेज के अनुसार इन दोनों मिनिस्टर्स को ईडी जल्द पूछताछ समन करेगी।
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वहीं गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए दावा किया है कि यह जो डायरी और कैश पकड़ाया है, उसमें हफिजुल हसन और बादल पत्रलेख का भी नाम है। इसलिए दोनों को ईडी का समन होगा।
टेंडर दिलाने के बदले कमीशन वसूलने का आरोप
मिनिस्टर बादल व हफीजुल पर आरोप है कि इन्होंने अपने लोगों को टेंडर दिलवाया। बदले में कमीशन वसूला। ईडी को इन दोनों मिनिस्टर की भूमिका की जानकारी अब तक गिरफ्तार पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल आदि ने पूछताछ में दी है। इससे संबंधित कुछ दस्तावेज भी ईडी के हाथ लगे हैं, जिसके सत्यापन में इन दोनों की भूमिका संदेह के घेरे में है। बादल कांग्रेस से व हाफिजुल हसन झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे से मिनिस्टर हैं। बताया जा रहा है कि ईडी टेंडर कमीशन घोटाला मामले में दोनों को समन कर सकती है। इसके कमीशन के दायरे में कई मिनिस्टर हैं। इसी मामले में आईएएस मनीष रंजन को भी ईडी ने समन किया है। मनीष रंजन से 24 मई को पूछताछ होनी है।
आलमगीर आलम 27 मई तक हैं ईडी की रिमांड पर
टेंश कमीशन मामले में एक्स मिनिस्टर आलमगीर आलम अरेस्ट हो चुके हैं। आलमगीर आलम आगामी 27 मई तक ईडी की रिमांड पर हैं। उन्हें ईडी ने 15 मई को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।टेंडर पास करने के एवज में कमीशन में मोटी रकम वसूलने के मामले में उनकी संलिप्तता सामने आई थी। उनकी गिरफ्तारी उनके निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर की गिरफ्तारी के बाद हुई थी। दोनों को ईडी ने छह मई को गिरफ्तार किया था। उनके व उनसे जुड़े ठिकानों से ईडी ने करीब 37.54 करोड़ कैश व भारी मात्रा में टेंडर कमीशन से जुड़े दस्तावेज बरामद किया था।
आइएएस मनीष रंजन से शुक्रवार को होनी है पूछताछ
ईडी शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव आइएएस मनीष रंजन से पूछताछ करेगी। मनीष रंजन वर्तमान में सड़क, भवन निर्माण व भू-राजस्व विभाग के सचिव हैं। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव रहते टेंडर पास करने के एवज में अवैध तरीके से मोटी रकम वसूलने के मामले में ईडी उनसे पूछताछ करेगी।