Mahakumbh Stampede : महाकुंभ हादसे की होगी न्यायिक जांच, मृतक के परिजनों को 25-25 लाख
त्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व मंगलवार देर रात भगदड़ की घटना को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लिया है। सीएम ने घटना की न्यायिक जांच कराने का निर्णय किया है। जिसके लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया गया है। आयोग एक माह में अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेगा।
- सीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित
- CM योगी ने 25-25 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व मंगलवार देर रात भगदड़ की घटना को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लिया है। सीएम ने घटना की न्यायिक जांच कराने का निर्णय किया है। जिसके लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया गया है। आयोग एक माह में अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेगा।
यह भी पढ़ें:Mahakumbh Stampede : महाकुंभ में भगदड़ में 30 लोगों की मौत, DIG बोले- 90 घायल 25 मृतकों की हुई पहचान
#WATCH लखनऊ (यूपी): महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "..घटना अत्यंत दुखद है मृतकों के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस घटना की पूरी जांच करवा करके हम इसकी तह में जाएंगे। इसके… https://t.co/mSIUHDOK6t pic.twitter.com/cjrWZE0KlF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2025
घटना की पुलिस जांच भी होगी। सीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की घोषणा की है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया गया है, जिसमें एक्स डीजीपी वीके गुप्ता व एक्स आईएएस अफसर बीके सिंह बतौर सदस्य शामिल हैं। आयोग एक माह में अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेगा। घटना की पुलिस जांच भी होगी।
घटना एक सबक: सीएम योगी
सीएम आदित्यनाथ योगी ने कहा कि घटना एक सबक भी है। कई बार समीक्षा व स्थानीय स्तर पर सतर्कता बरते जाने के बाद भी ऐसे हादसे होते हैं और हुए हैं। सरकार ने इसकी तह तक जाने का निर्णय किया है। इसके दृष्टिगत ही न्यायिक जांच आयोग गठित किया गया है।उन्होंने कहा कि आने वाले स्नान पर्वों पर और कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व डीजीपी प्रशांत कुमार गुरुवार को प्रयागराज जायेंगे। साथ ही घटना के कारणों की पड़ताल करेंगे।
योगी ने बुधवार सुबह चार बजे ही मुख्य सचिव, डीजीपी व प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समेत अन्य सीनीयर अफसरों को अपने सरकारी आवास पर बुलाकर घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली।इसके बाद सीनीयर अफसरों के साथ पूरा दिन बैठकें चलती रहीं। मुख्यमंत्री कंट्रोल रूम, मुख्य सचिव कंट्रोल रूम व डीजीपी मुख्यालय कंट्रोल रूम के माध्यम से मानीटिंग भी की जाती रही है। एक-एक घटना को लेकर प्रशासन, संतों व विभिन्न अखाड़ों से संवाद बनाए रखा गया।
पुलिस जांच भी करायी जायेगी
योगी ने कहा कि घटना की पुलिस जांच भी करायी जायेगी। आखिर हादसा किन कारणों से हुआ, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने को लेकर तैयारी पहले से की गयी थी। सीएम ने कहा कि बुधवार को कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर मुस्तैद रहे। दूसरी ओर प्रयागराज से अयोध्या-काशी जाने वाले मार्गों पर यातायात प्रबंधन की बड़ी चुनौती को देखते हुए भी सीनीयर अफसरों को खुद मॉनिटरिंग करने का कहा गया है।
न्यायिक आयोग इन बिंदुओं पर करेगा जांच
न्यायिक आयोग भगदड़ के कारणों के साथ ही उन परिस्थितियों की भी जांच करेगा, जो हादसे का कारण बनीं। भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके सुझाव भी देगा। राज्य सरकार को न्यायिक आयोग की जांच अवधि में परिवर्तन करने का अधिकार होगा।
वीआईपी प्रोटोकॉल पर थी रोक
महाकुंभ में 29 जनवरी को शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा। आज मेला प्रशासन ने वीआईपी प्रोटोकॉल इंटरटेन नहीं किया। जो भी मुख्य स्नान पर्व हैं उस पर कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।
मेला प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
महाकुंभ मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है। महाकुंभ हादसे को लेकर डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता कर बताया कि भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। वहीं, 90 से अधिक घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि 30 मृतकों में से 25 की पहचान की जा चुकी है।
एक्शन में सीएम योगी, अफसरों के साथ की हाई लेवल बैठक
मौनी अमावस्या के मौके पर बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने देर रात शासन स्तर के सीनीयर अफसरों की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज से अपडेट जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र में लगातार सतर्कता-सावधानी बनाये रखने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर आदि जनपद, जोन व रेंज में तैनात सीनीयर पुलिस अफसरों और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल रहे।
सीएम ने अयोध्या, वाराणसी, मीरजापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से वहां विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा के दृष्टिगत किये गए प्रबंध की जानकारी ली। इसी प्रकार, प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले सभी जिलों के अधिकारियों लगातार प्रयागराज प्रशासन से संपर्क-समन्वय बनाने रखने के निर्देश दिए।
विशेष बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिये गए प्रमुख दिशा-निर्देश
प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति है। यह वो श्रद्धालु हैं जो अब स्नान करके अपने घर लौट रहे हैं। एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज यह सुनिश्चित कराएं कि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाए। इसके लिए रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई जाएं।
मेला क्षेत्र में भीड़ का दबाव न बने इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में होल्डिंग एरिया बनाये गए हैं। स्थिति को देखते इन्हें आगे बढ़ने दें। जहां कहीं भी लोगों को रोका गया है, वहां सभी के भोजन/पेयजल का प्रबंध किया जाए। किसी भी होल्डिंग एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए।प्रयागराज के सीमावर्ती जनपद, प्रयागराज से मिल रहे निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। पेट्रोलिंग बढाएं। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए।
प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाना चाहिए। महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आवागमन लगातार चलता रहे। अनावश्यक लोगों को न रोकें। कहीं भी भीड़ का दबाव न बनने पाए। यदि कहीं स्ट्रीट वेंडर आदि मार्गों पर हों, तो उन्हें खाली एरिया में व्यवस्थपित करें। आवागमन लगातार जारी रहना चाहिए। कहीं भी जाम की स्थिति नहीं बननी चाहिए। तीन फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर 'अमृत स्नान' होना है। डीजीपी व चीफसेकरेटरी गुरुवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें। बसंत पंचमी के दृष्टिगत सुरक्षा व सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर फोकस करें। महाकुंभ में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल जी और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी जी की तैनाती की जा रही है। इसके अतिरिक्त विशेष सचिव स्तर के 05 अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है। यह सभी 12 फरवरी तक प्रयागराज में उपस्थित रहकर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में सहयोग देंगे। इसके अतिरिक्त, पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी तैनात किया जायेगा।