यूपी: बलिया में बीजेपी लीडर ने पुलिस के सामने युवक को गोलियों से भूना, एसडीएम, सीओ समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों सस्पेंड
बलिया में गुरुवार कोकोटे की दुकान के चयन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान बीजेपी लीडर ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में एक युवक की गोलिों से भून दिया।
लखनऊ। बलिया में गुरुवार कोकोटे की दुकान के चयन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान बीजेपी लीडर ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में एक युवक जयप्रकाश पाल की गोलियों से भून दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग से अफरातफरी मच गई।घटना की जानकारी मिलते ही सीएम योगी ने कड़ा एक्शन लिया है। एसडीएम सुरेश चंद्र पाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह सीओ समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मर्डर के आरोपी बीजेपी के सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
जयप्रकाश पाल के भाई तेज प्रताप पाल ने आरोप लगाया है आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने पकड़ने के बाद भगा दिया। आरोपी धीरेंद्र सिंह को बैरिया बीजेपी एमएलए सुरेंद्र सिंह का खास भी बताया जा रहा है।मृतक के बेटे और भाई ने कहा कि आरोपी धीरेंद्र को मौके पर पकड़ लिया गया था। पकड़े जाने के बाद धीरेंद्र को पुलिस ने भगा दिया। एमएलए ने घटना को 'कैजुअल्टी' करार देते हुए कहा कि ऐसी वारदात कहीं भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि घटना में दोनों तरफ से पथराव हुआ था। उन्होंने कहा कि मामले में कानून अपना काम करेगा।
बताया जाता है कि गुरुवार की दोपहर ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिये पंचायत भवन पर खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह के साथ ही रेवती पुलिस स्टेशन की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था।दुर्जनपुर की दुकान के लिये आम सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच वोटिंग कराने का निर्णय लिया गया। अफसरों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई आईडी प्रुफ होगा।
एक पक्ष के पास अधार व आईडी प्रुफ था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला बिगड़ता देख अफसर बैठक की कार्रवाई को स्थगित कर चले गये। मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई। एक पक्ष अफसरों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरु कर दिया। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी। मामला बिगड़ा और लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से बीजेपी लीडर धीरेंद्र ने ताबड़तोड़ चार गोलियां जयप्रकाश को मार दीं। फायरिंग होते ही मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में लोग जख्मी जयप्रकाश को लेकर सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। टेंशन को देखते हुए कई पुलिस स्टेशन की फोर्स मौके पर पहुंच सिचुएशन कंट्रोल की।
सीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम, सीओ व मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड लम्बित करने और घटना के दोषियों के खिलाफ 'कठोरतम' कार्रवाई के आदेश दिये हैं।सीएम ने कहा है कि इस मामले में अफसरों की भूमिका की भी जांच होगी। उन्होंने कहा कि अगर वे जिम्मेदार पाये गये तो उनके खिलाफ भी आपराधिक कार्रवाई की जायेगी। इधर एसपी क ने बताया कि इस मामले में जय प्रकाश के भाई चंद्रमा की कंपलेन पर चार नामजद और 15 से 20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।