उत्तर प्रदेश: BHU में स्टूडेंट्स के दो गुटों में भिड़त, पथराव, बवाल, कई पुलिस स्टेशन की पुलिस ने संभाला मोर्चा
BHU में 48 घंटे में दूसरी बार स्टूडेंट के दो गुट में भिड़ंत हो गयी। बिड़ला चौराहे पर गुरुवार की शाम दोनों गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने बल प्रयोग कर छात्रों को हॉस्टल भेजा। मौके पर कई पुलिस स्टेशन की पुलिस व पीएसी की तैनाती की गयी है।
वाराणसी। BHU में 48 घंटे में दूसरी बार स्टूडेंट के दो गुट में भिड़ंत हो गयी। बिड़ला चौराहे पर गुरुवार की शाम दोनों गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने बल प्रयोग कर छात्रों को हॉस्टल भेजा। मौके पर कई पुलिस स्टेशन की पुलिस व पीएसी की तैनाती की गयी है।
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बिड़ला ए और फिजिकल एजुकेशन विभाग के छात्रों के बीच पथराव की सूचना पर यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मी मौके पर तो पहुंचे लेकिन उग्र भीड़ में गे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। चीफ प्रॉक्टर प्रो. बीसी कापरी की सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया। रात लगभग आठ बजे सीनीयर पुलिस अफसर भारी फोर्स के साथ पहुंचे।फोर्स द्वारा बार-बार अनाउंसमेंट के बाद भी छात्र गुट हॉस्टलों में लौटने को तैयार नहीं थे। पत्थरबाजी करते रहे। पुलिस ने छात्रों को लाठी डंडों से खदेड़कर हॉस्टल के अंदर किया। लेकिन जैसी ही फोर्स थोड़ा पीछे हटती छात्र फिर हॉस्टलों से बाहर निकल आते।
उग्र छात्रों पर काबू पाने के लिए और फोर्स बुलानी पड़ी। देखते ही देखते आठ थानों की फोर्स पीएसी की एक टुकड़ी के साथ बिड़ला चौराहे पर पहुंच गई। एसीपी भेलूपुर और एसडीपी काशी जोन राजेश पांडेय समेत पुलिस के कई आला अफसरों ने देर रात हॉस्टल की घेराबंदी कर ली थी।इस मार्ग से आवागमन बंद कर दिया गया। इसके बाद फोर्स ने लाठी के जोर पर छात्रों को हॉस्टल में लौटने पर विवश किया। मौके पर फोर्स तैनात है और हालात तनावपूर्ण हैं।
29 की रात हुई थी मारपीट
स्टूडेंट के दोनों गुटों के बीच विवाद के पीछे 29 मार्च की रात बिड़ला ए और बिड़ला सी छात्रावास में हुई मारपीट को कारण माना जा रहा है। पुलिस अफसर और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अफसर मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
वाराणसी में संस्कृत यूनिवर्सिटी में फायरिंग, एक युवक घायल
वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में गुरुवार की रात गंगानाथ झा हॉस्टल में फायरिंग में पूर्व छात्र विजय नारायण पांडेय (25) गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन उसे उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। विजय नारायण पांडेय के अनुसार पुरानी रंजिश में उसे संस्कृत यूनिवर्सिटी के एक मौजूदा छात्र ने दौड़ा कर गोली मारी है।वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस घटना को छात्र राजनीति की वर्चस्व की लड़ाई और पुरानी रंजिश से जुड़ा विवाद मान कर जांच कर रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं विजय नारायण खुद के अवैध असलहे से ही चली गोली से तो घायल नहीं हुआ है।
चंदौली निवासी विजय नारायण पांडेय ने पुलिस को बताया कि उसे गंगानाथ झा हॉस्टल के रूम नंबर 13 में रहने वाले मिथिलेश ने बुलाया था। बातचीत के दौरान ही कहासुनी हुई तो मिथिलेश ने उसे गोली मार दी। गोली उसकी कमर के बीचे बायीं तरफ की जांघ में लगी है। इसके बाद मिथिलेश हॉस्टल से भाग गया। उसे अन्य छात्र व पुलिस हॉस्पिटल लेकर आए। डीसीपी वरुणा जोन आदित्य लांग्हे ने बताया कि घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही है। मौके से एक पिस्टल भी बरामद हुई है। घायल युवक का इलाज बीएचयू के डॉक्टरों की देखरेख में हो रहा है। मिथिलेश की तलाश कराई जा रही है। जांच में सामने आये तथ्यों के आधार पर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जायेगी।