उत्तर प्रदेश: कानपुर में डॉक्टर ने किया बेटा-बेटी व वाइफ का मर्डर, लिखा- ओमिक्रॉन वेरिएंट हम सबको मार देगा

उत्तर प्रदेश के कानपुर कल्याणपुर में डाक्टर सुशील ने अपनी वाइफ चंद्रप्रभा(50) ,बेटे प्रखर(18) और बेटी खुशी (16)की मर्डर कर दी है। किसी की गला दबाकर तो किसी के सिर पर भारी वस्तु से वार करके मर्डर को अंजाम दिया गया।खुद ही शाम को भाई को मोबाइल पर मैसेज करके पुलिस को घटना की सूचना देने के लिए कहा। ट्रिपल मर्डर कर आरोपी डॉक्टर फरार हो गया है।

उत्तर प्रदेश: कानपुर में डॉक्टर ने किया बेटा-बेटी व वाइफ का  मर्डर,  लिखा- ओमिक्रॉन वेरिएंट हम सबको मार देगा
  • ट्रिपल मर्डर कर आरोपी फरार
  • भाई को मैसेज किया कि पुलिस को इनफॉर्म करो डिप्रेशन में हूं

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर कल्याणपुर में डाक्टर सुशील ने अपनी वाइफ चंद्रप्रभा(50) ,बेटे प्रखर(18) और बेटी खुशी (16)की मर्डर कर दी है। किसी की गला दबाकर तो किसी के सिर पर भारी वस्तु से वार करके मर्डर को अंजाम दिया गया।खुद ही शाम को भाई को मोबाइल पर मैसेज करके पुलिस को घटना की सूचना देने के लिए कहा। ट्रिपल मर्डर कर आरोपी डॉक्टर फरार हो गया है।

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सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर, डीसीपी समेत अन्य पुलिस अफसर फोरेंसिक टीम के साथ मौके पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में घर का दरवाजा तोड़ा गया।  तीनों की बॉडी अलग-अलग कमरों में पड़े मिले। मौके से 10 पन्ने का एक पत्र मिला है जिसमें आरोपित डॉक्टर ने डिप्रेसन के चलते मर्डर करने की बात लिखी है। ड्यूमिनी अपार्टमेंट की पांचवी मंजिल फ्लैट नंबर 501 में रहने वाले डा. सुशील कुमार रायबरेली के ऊसरू के रहने वाले हैं। रामा मेडिकल कालेज, मंधना में फोरेंसिक मेडिसिन डिपार्टेमेंट के HOD हैं।

डॉक्टर की वाइफ चंद्रप्रभा (50) शिवराजपुर के प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। बेटा शिखर (21) दिल्ली के इंस्टीट््यूट से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। बेटी खुशी (16)वुडबाइन स्कूल से हाई स्कूल की स्टूडेंट थी। सुशील ने शुक्रवार शाम हथौड़े से सिर पर वार के बाद पत्नी, बेटे और बेटी खुशी को गला दबाकर मार डाला। सुशील ने अपने बड़े भाई कानपुर देहात के रूरा पीएससी में तैनात डा. सुनील को मोबाइल पर मैसेज कर घटना की जानकारी दी। 
पहले भी किया था मर्डर का प्रयास 
ट्रपल मर्डर के आरोपी के बड़े भाई ने बताया डिप्रेशन के शिकार सुशील का इलाज चल रहा था। वह बहुत जल्दी परेशान हो जाते थे। डेल्टा वैरिएंट आने पर परेशान हो गये थे। अब ओमिक्रोन से परेशान थे। छह माह और हाल में दो दिन पहले भी वाइफ की गला दबाकर मर्डर करने का प्रयास किया था। अक्सर वह कहते थे कि ऐसा लगता है कि इसकी मर्डर कर दूं। 
ओमिक्रॉन...कोविड अब सबको मार डालेगा,अब लाशें नहीं गिननी 
पुलिस को मौके से मिली डायरी में लिखा है, 'अब और कोविड नहीं। ये कोविड सबको मार डालेगा। अब लाशें नहीं गिननी।डॉ. सुशील कुमार ने  डायरी में उन्होंने बेतरतीब ढंग से बहुत कुछ लिख रखा है। इसमें लिखा है कि ओमिक्रॉन...कोविड अब सबको मार डालेगा। अब लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाहियों के चलते कॅरिअर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव है। मेरा कोई भविष्य नहीं रहा। अत: मैं होशो हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को भी खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं है। 
आगे का भविष्य कुछ नजर नहीं आता, इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं
सुशील लिखा है कि मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ नजर नहीं आता है। अत: इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। अत: सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्ट एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे माफ नहीं करती। अलविदा... आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से यह कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ना मेरा पेशा है। अब जब आंख ही नहीं रहेगी तो मैं क्या करूंगा...

डॉक्टर सुशील  शुक्रवार शाम लगभग 5.32 बजे अपने भाई सुनील सिंह को व्हाट्सएप पर मैसेज किया। लिखा कि सुनील पुलिस को सूचना करो, मैंने डिप्रेशन में चंद्रप्रभा, शिखर, खुशी को मार दिया है। मैसेज देखते ही डॉ. सुनील रूरा पीएचसी से निकल भाई के अपार्टमेंट पहुंचे। यहां फ्लैट में सेंट्रल लॉक लगा हुआ था। गार्डों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर सभी के लहूलुहान शव पाए गए। डॉ. सुनील ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, एडिश्नल कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।