पश्चिम बंगाल: ममता कैबिनेट के 43 मिनिस्टर ने ली शपथ, विभागों का बंटवारा, मंत्रिमंडल में आठ महिलाएं भी

पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने सोमवार को सीएम ममता बनर्जी के कैबिनेट के 43 मिनिस्टर को शपथ दिलाई। राजभवन के थ्रोन हॉल में ममता बनर्जी की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह में आठ महिलाओं ने भी शपथ ली।

पश्चिम बंगाल: ममता कैबिनेट के 43 मिनिस्टर ने ली शपथ, विभागों का बंटवारा, मंत्रिमंडल में आठ महिलाएं भी
  • कोविड-19 के चलते तीन मिनिस्टर अमित मित्रा ब्रात्य बसु व रथीन घोष ने वर्चुअल तरीके से ली शपथ 

कोलकाता।पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने सोमवार को सीएम ममता बनर्जी के कैबिनेट के 43 मिनिस्टर को शपथ दिलाई। राजभवन के थ्रोन हॉल में ममता बनर्जी की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह में आठ महिलाओं ने भी शपथ ली। कोरोना संक्रमित होने के चलते तीन मिनिस्टर अमित मित्रा, ब्रात्य बसु व रथीन घोष ने वर्चुअल तरीके से शपथ ली। 

43 सदस्यीय कैबिनेट में पूर्ववर्ती गवर्नमेंट में रहे कई पुराने चेहरे को भी मौका दिया गया है। 18 नये चेहरे भी हैं, जिन्हें पहली बार मौका दिया गया है।एक्स क्रिकेटर मनोज तिवारी, एक्स आइपीएस अधिकारी हुमायूं कबीर सहित कई नए चेहरे हैं।पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा इस बार स्वास्थ्य कारणों से चुनाव नहीं लड़े थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।मंत्रिमंडल में 24 कैबिनेट, 10 को स्वतंत्र प्रभार और नौ राज्य मंत्री हैं।कैबिनेट में पुराने मंत्रियों में सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, अमित मित्रा, फिरहाद हकीम, अरुप विश्वास, शोभनदेव चट्टोपाध्याय, साधन पांडेय, ज्योतिप्रिय मल्लिक, सोमेन महापात्रा, मलय घटक, अरुप विश्वास, उज्जवल विश्वास, अरुप राय, चंद्रनाथ सिन्हा, ब्रात्य बसु, डॉ शशि पांजा, जावेद खान, स्वपन देवनाथ और सिद्दिकुल्ला चौधरी को शामिल किया गया है। राज्यसभा के पूर्व सदस्य मानस रंजन भुइयां, रथीन घोष, पुलक राय, बंकिम चंद्र हाजरा और बिप्लव मित्रा को कैबिनेट में जगह दी गई है।एक्स आइपीएस हुमायूं कबीर, अखिल गिरि, रत्ना दे नाग, संथाली अभिनेत्री बीरवाह हांसदा, ज्योत्सना मांडी, क्रिकेटर मनोज तिवारी, सिउली साहा, बुलचिकी बराईक, दिलीप मंडल, अकरुज्जमान, श्रीकांत महतो और परेश अधिकारी को पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। 

मिनिस्टरों के बीच विभागों का बंटवारा
सीएम ममता बनर्जी ने मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा कर दिया है। ममता ने पहले की तरह होम व हेल्थ मिनिस्टरी अपने पास ही रखा कई पुराने मंत्रियों के विभाग बदल दिये गये हैं। हालांकि कुछ मंत्रियों के विभाग को यथावत रखा गया है। फिरहाद हकीम, ज्योतिप्रिय मलिक, शोभनदेव चट्टोपाध्याय, पार्थ चटर्जी व अन्य प्रमुख के विभाग बदले गये हैं। लंबे समय से शहरी विकास व नगरपालिका मामलों के मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे फिरहाद हकीम को इस बार परिवहन व हाउसिंग विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। चंद्रिमा भट्टाचार्य को शहरी विकास व नगरपालिका मामलों की जिम्मेदारी दी गई है।

पार्थ चटर्जी की जगह ब्रात्य बसु को फिर से शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। बसु इससे पहले ममता बनर्जी की पहली सरकार में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। पार्थ चटर्जी को उद्योग, वाणिज्य, सूचना व प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और संसदीय कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। चटर्जी भी पहले इन विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। बिजली विभाग की जिम्मेदारी शोभनदेव चट्टोपाध्याय से लेकर उन्हें कृषि मंत्रालय का दायित्व दिया गया है। बिजली विभाग का दायित्व ममता के खासमखास अरूप बिस्वास को दिया गया है। खेल व युवा मामलों का विभाग भी विश्वास के पास ही रहेगा। अमित मित्रा को एक बार फिर से वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।हालांकि वे इस बार अस्वस्थता के चलते चुनाव नहीं लड़े थे, लेकिन फिर भी उन्हें मंत्री बनाया गया है। वह 2011 में ममता सरकार के गठन के समय से ही मित्रा वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। लंबे समय से पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे वरिष्ठ मंत्री सुब्रत मुखर्जी को एक बार फिर इन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।उन्हें पब्लिक इंटरप्राइज और इंडस्ट्रियल रिकंस्ट्रक्शन विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई। लंबे समय से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे ज्योतिप्रिय मल्लिक का विभाग बदलकर उन्हें कम महत्वपूर्ण वाले वन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। 
मिनिस्टरों के विभाग
ममता बनर्जी, सीएम: गृह, स्वास्थ्य, सूचना और संस्कृति, भूमि सुधार के अलावा उत्तर बंगाल का प्रभार

अमित मित्रा: वित्त मंत्रालय

फिरहाद हकीम: ट्रांसपोर्ट और हाउसिंग

पार्थ चटर्जी: उद्योग मंत्रालय

ब्रात्य बसु: शिक्षा मंत्री

अरुप विश्वास: ऊर्जा और युवा कल्याण-खेल मंत्रालय

उज्जवल विश्वास: कारागार विभाग

अरुप रॉय: को-ऑपरेटिव डिपार्टमेंट

रथिन घोष: खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय

शोभन देव चट्टोपाध्याय: कृषि मंत्रालय

पुलक रॉय: पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग

शशि पांजा: महिला और बाल विकास

गुलाम रब्बानी: अल्पसंख्यक विकास और मदरसा शिक्षा विभाग

विप्लव मित्रा: कृषि विपणन

जावेद अहमद खान: आपदा प्रबंधन और सिविल डिफेंस

स्वपन देवनाथ: प्राणी संपद विकास मंत्रालय

सिद्दीकुल्ला चौधरी: पुस्तकालय विभाग
मनोज तिवारी, पूर्व क्रिकेटर: खेल और युवा राज्य मंत्री

सुब्रत मुखर्जी: पंचायत और ग्रामीण विकास

साधन पांडे: उपभोक्ता और स्वयं सहायता समूह

ज्योतिप्रिय मल्लिक: वन और ऊर्जा

बंकिम चंद्र हाजरा: सुंदरबन विकास विभाग

मानस रंजन भुइयां: जल स्रोत विकास विभाग

सोमेन महापात्रा: सिंचाई और जलमार्ग मंत्रालय

मलय घटक: कानून और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट

चंद्र नाथ सिन्हा: माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज, टेक्सटाइल विभाग

पार्थ भौमिक: राज्यमंत्री का दर्जा

असीमा पात्रा: राज्यमंत्री का दर्जा
नवान्न में कैबिनेट की बैठक, बाहर से आने वाले सभी का होगा आरटी-पीसीआर

सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को कैबिनेट के विस्तार के बाद मंत्रिमंडल के नए सदस्यों के साथ बैठक की। कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य सचिवालय नवान्न में ममता ने कहा कि बाहर से बंगाल आने वाला कोई भी हो, स्पेशल फ्लाइट से आए या केंद्रीय टीम या कोई भी हो, सभी को आरटी-पीसीआर जांच कराना होगा। यदि पॉजिटिव पाये जाते हैं, तो क्वारंटाइन में भेजेंगे।ममता ने आरोप लगाया कि सेंट्रल की टीम इधर-उधर घूमकर उकसा रही है। लोगों में उत्तेजना फैला रही है। इसके साथ ही ममता ने केंद्र सरकार ने अपील की कि वह वैक्सीन और ऑक्सीजन को लेकर एक नीति बनाए। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार सभी को फ्री में वैक्सीन देगी।

ममता ने कहा कि तीन करोड़ वैक्सीन की जरूरत है। एक लाख दिया गया है। इससे कुछ नहीं होगा। यदि वैक्सीन नहीं है, क्या यह 65 परसेंट बाहर चला गया। सेंट्रल गवर्नमेंट को यह सोचना होगा कि वैक्सीन कहां से मिलेगी। देश को विकल्प देना होगा। ऑक्सीजन, वैक्सीन के लिए एक नीति बनानी होगी।

वादों को पूरा करने के लिए हाइ लेवल कमेटी गठित

कैबिनेट की बैठक के दौरान मुख्य सचिव, गृह सचिव, उद्योग सचिव सहित अन्य सीनीयर अफसरों को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने का फैसला लिया गया, ताकि चुनाव में किए गए वादों को पूरा किया जा सके।

ईद में 50 से अधिक संख्या में भीड़ नहीं

ममता ने कहा कि पूरा लॉकडाउन नहीं कर पूर्ण लॉकडाउन जैसा व्यवहार करें। कई गरीब लोग हैं। आम लोगों और और बस्ती में रहने वाले लोगों से आग्रह करती हूं कि वह उनका पालन करें। प्रो एक्टिव, प्रो पीपुल और प्रो गवर्नमेंट बने। महामारी कानून भी है। फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। यदि कोई दंगा फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। बंगाल किसी को दखल करने नहीं देंगे।

सेंट्रल टीम भेज कर उकसाया जा रहा है
ममता ने कहा कि चुनाव के दौरान कूचबिहार के शीतलकूची में हुई फायरिंग की घटना को नरसंहार बताते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस की जीत व जनता के जनादेश को भाजपा मान नहीं रही है। बीजेपी सेंट्रल टीम को बंगाल भेज कर उत्तेजना फैला रही है। सरकार गठन के 24 घंटे के अंदर केंद्रीय टीम भेज दिया गया, यह क्यों?