बिहार:बीजेपी एमपी राजीव प्रताप रूडी के ट्रेनिंग सेंटर पर खड़ी मिली 50 एंबुलेंस, चुनौती पर पप्पू यादव ने खड़े कर दिये 40 ड्राइवर
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव द्वारा एक्स सेंट्रल मिनिस्टर व सारण के एमपी राजीव प्रताप रूडी के ट्रेनिंग सेंटर पर खड़ी मिली 50 एंबुलेंस को लेकर मामले में राजनीति शुरु हो गयी है। रूढ़ी से मिली चुनौती का करारा जवाब देते हुए पप्पू यादव ने आज 40 लाइसेंसी ड्राइवर हाजिर करत हुए कहा कि बिहार गवर्नमेंट जहां भी एंबुलेंस को ड्राइवर की जरूरत हो, वे लें जाए।
पटना। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव द्वारा एक्स सेंट्रल मिनिस्टर व सारण के एमपी राजीव प्रताप रूडी के ट्रेनिंग सेंटर पर खड़ी मिली 50 एंबुलेंस को लेकर मामले में राजनीति शुरु हो गयी है। रूढ़ी से मिली चुनौती का करारा जवाब देते हुए पप्पू यादव ने आज 40 लाइसेंसी ड्राइवर हाजिर करत हुए कहा कि बिहार गवर्नमेंट जहां भी एंबुलेंस को ड्राइवर की जरूरत हो, वे लें जाए।
पप्पू यादव ने अपने पटना आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जाप के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह का नंबर 9334123702 जारी किया। कहा कि गवर्नमेंट इन ड्राइवर को सरकारी नौकरी भी दे। पप्पू यादव ने राजीव प्रताप रूडी पर महामारी एक्ट के एफआइआर दर्ज करने की भी मांग की। उन्होंने सीएम से कौशल विकास के नाम पर हुए घोटाले की जांच की भी मांग की है। उन्होंने राजीव प्रताप रूडी और उनके समर्थकों पर अप्रत्यक्ष रूप से धमकी देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर जरूरत होगी तो हम ऑडियो भी पब्लिक करेंगे।
पप्पू ने कहा कि अगर हमें मार देने से बिहार की जनता को एंबुलेंस और दवाई, ऑक्सीजन आदि मिल जाये तो हम इसके लिए तैयार हैं। रूडी जी से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन उन्होंने जिस तरह से मुझे धमकी दी और राजनीति का आरोप लगाया। इस पर मैं बस यही कहूंगा कि राजनीति कौन नहीं करता है। नरेंद्र मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी, जार्ज फर्नांडिस जैसे दिग्गज लोग भी तो राजनीति करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रूडी जी, आपने तत्कालीन डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के साथ एनएच के पास ट्रांसपोर्ट एरिया में संभावित रोजगार सृजन के लिए कुशल चालकों का प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया था। फिर यह बंद क्यों हुआ? आपको भ्रष्टाचार के आरोप में मिनिस्टर पद से हटाया गया। बीजेपी को तो आपकी करतूत मालूम है। आप ही बताइए सरकारी पैसे की एंबुलेंस निजी घर में क्या कर रही है? रूडी जी, आप हमारे भाई हैं। धमकी न दीजिये। सारण की जनता ने जो जिम्मेदारी दी है, वो निभा लीजिये। जनता के भरोसे पर आप चुनकर गये हैं, अगर आप अपनी जिम्मेदारी लें, लें तो हम खुद घर बैठ जायेंगे। लेकिन अगर आप भूलेंगे, तो हम आपको जगायेंगे। रही बात खत्म होने की तो जो आदमी दिन रात एक कर लाशों की बीच जिंदगी गुजार रहा है। उसे मत डराइये। मैंने जनता के सवाल को उठाया और आप व आपके लोग मेरा अंत करने में लग गए। जिसके घर शीशे के हों वो पत्थर नहीं फेंकते। आप कहते हैं ड्राइवर नहीं है। आपके यहां से ही कल से आज तक कई लोगों ने ड्राइवर देने की बात कही है। थोड़ा शर्म करिये।
पप्पू यादव के आरोपों पर दी सफाई रूठी ने
एमपी राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि कोविड मरीजों की सेवा में लगी एम्बुलेंस को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ बाधित करना और सेवा में लगे कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पप्पू ड्राइवर दें और सभी एम्बुलेंस सारण में चलवाएं। हम फ्री सभी गाड़ी देने को तैयार हैं। राजीव ने कहा कि पप्पू के किसी भी संदर्भ में ज्ञान नहीं है।
जानकारी लेकर आना चाहिए
एमपी ने कहा कि पप्पू यादव को यह पता नहीं है कि सारण जिले में कितनी एम्बुलेंस का ग्राम पंचायतों में परिचालन हो रहा है। एमपी ने कहा कि उनको पहले यह पता कर लेना चाहिए था कि सारण में सांसद निधि की कितनी एम्बुलेंस चलाई जा रही है। लच्छी कैतुका के सत्येन्द्र सिंह, सज्जनपुर मटिहान के मुखिया चन्द्रशेखर सिंह, नाथा छपरा मुखिया महेश राय, धरहरा खुर्द मुखिया किरण देवी, झौंवा मुखिया जयशंकर पंडित आदि ऐसे कई मुखिया हैं, जिन्होंने कोविड काल में पेसेंट की सेवा कर एक मिसाल कायम की है।
पप्पू यादव को किसी संदर्भ में ज्ञान नहीं
रूडी ने कहा कि पप्पू यादव को इनमें से किसी एक के संदर्भ में भी ज्ञान नहीं है। उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 80 एम्बुलेंस हैं। वर्तमान में 50 परिचालन में हैं। कई स्थानों पर पंचायतों के एम्बुलेंस को कोविड के कारण चालकों ने छोड़ दिया था। इस कारण उनका परिचालन नहीं हो पा रहा था। बावजूद इसके पर्याप्त संख्या में सांसद केंद्रीकृत कंट्रोल रूम से एम्बुलेंस सारण जिले में चलवाई जा रही थी। एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है, जहां इतनी संख्या में सांसद निधि की एम्बुलेंस पिछले पांच वर्षों में संचालित की जा रही है।
पप्पू यादव ने सिवान कोविड सेंटर के बहाने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से भी आग्रह किया कि कम से कम वे अपने गृह जिले में आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था कर लेते। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जी हमारे मित्र हैं। मैं उनसे आग्रह करूंगा की कि वे सिवान में तो लोगों को अस्पतालों में सुविधा मुहैया कराए। वहां आईसीयू नहीं है। वेंटिलेटर नहीं है। ऑक्सीजन नहीं है। रेमडेसिवीर सिर्फ 40 मिला है, जबकि लोग 100 एडमिट हैं। आपके इस्तीफे के लिए ट्विटर पर लाखों ट्वीट हो चुके हैं, लेकिन वक्त काम करने का है। आपको जो जिम्मेदारी बिहार की जनता ने दी है, उसे निभाइए।
पांच साल में 70 ड्राइवर न मिले? आप ही ने तो कराई थी ट्रेनिंग
पप्पू यादव ने पप्पू ने ट्वीट करके राजीव प्रताप रूडी से कहा कि जब आप केंद्र में कौशल विकास मंत्री थे तो 17 अक्टूबर 2016 को छपरा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और बीजेपी नेता सुशील मोदी से पीएम कौशल विकास योजना के तहत चालक प्रशिक्षण संस्था का उद्घाटन करवाया था। पप्पू ने पूछा कि इन पांच सालों में 70 ड्राइवर भी नहीं वहां ट्रेंड हुए, जो एम्बुलेंस चला सकें? पर हम आज देंगे ड्राइवर!
एमपी की चुनौती स्वीकार: पप्पू
इसके पहले शुक्रवार को एंबुलेंस को लेकर रूडी ने कहा था कि पप्पू यादव अगर ड्राइवर दे दें तो मैं एंबुलेंस देने के लिए तैयार हूं। इस पप्पू ने बयान जारी करते हुए कहा कि मुझे सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है। आपके पास ड्राइवर नहीं है तो सारण, पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एम्बुलेंस उपलब्ध कराएं। मैं 70 ड्राइवर देता हूं। कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी। पप्पू ने ट्विटर पर लिखा कि घटिया राजनीति नहीं करता, सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं।
अमनौर सामुदायिक केंद्र के पास खड़ी हैं एंबुलेंस
एक्स एमपी पप्पू यादव ने शुक्रवार को सारण जिले के अमनौर जाकर एक परिसर में खड़ी दर्जनों एंबुलेंस की फोटो और वीडियो आम लोगों को दिखाए। उन्होंने लोकल लोगों के विरोध के बीच एक कैंपस में खड़ी 50 से अधिक एम्बुलेंसों की फोटो खींची। पप्पू यादव ने बताया कि वहां 100 से अधिक एंबुलेंस ऐसे ही बेकार खड़ी रखी गई हैं, जबकि देश भर में लोग एंबुलेंस की कमी से जान गंवा रहे हैं। पप्पू ने कहा कि मैं एमपी से पूछना चाहता हूं कि ऐसा क्यूं? पप्पू ने कहा कि यहां 100 से अधिक एंबुलेंस खड़ी रखी गई थीं, जिन्हें उनके आने की सूचना के बाद हटा लिया गया है।