बिहार: एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद कल दिल्ली से आयेंगे पटना, उपचुनाव में तेजस्वी को मिलेगा बड़ा साथ
बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद तीन साल बाद 24 अक्टूबर को पटना आने वाले हैं। उन्हें कुशेश्वरस्थान और तारापुर उपचुनाव वाले क्षेत्रों में दो जनसभा को संबोधित करना है।
पटना। बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद तीन साल बाद 24 अक्टूबर को पटना आने वाले हैं। उन्हें कुशेश्वरस्थान और तारापुर उपचुनाव वाले क्षेत्रों में दो जनसभा को संबोधित करना है।
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आरजेडी सोर्सेज केअनुसार कुशेश्वरस्थान और तारापुर में लालू प्रसाद एक ही दिन 27 अक्टूबर को हेलीकाप्टर से जा सकते हैं। लालू के आते ही खुद को अकेला बता रहे नेता प्रतिपक्ष व उनके बेटे तेजस्वी यादव को बड़ा साथ मिल जाएगा। वहीं बड़े बेटे तेजप्रताप पर सबकी नजर रहेगी। परिवार और पार्टी से नाराज चल रहे तेजप्रताप पहले कह चुके हैं कि लालू के आते ही वे कई लोगों की पोल खोल देंगे।
उपचुनाव में लालू की इंट्री
लालू 24 अक्टूबर को पटना आ सकते हैं। ऐसे में बिहार उपचुनाव में अब लालू प्रसाद की एंट्री की उम्मीद है। बताया जाता है कि कि लालू प्रसाद के डॉक्टरों ने उन्हें जर्नी करने की अनुमति दे दी है उन्हें एयर इंडिया के विमान से रविवार को दोपहर दो बजे के आसपास आना है। लालू को किडनी, हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियां हैं। खबर है कि एयर इंडिया की फ्लाइट से रविवार को दोपहर दो बजे लालू पटना आयेंगे।
तीन साल बाद पटना आयेंगे लालू
लालू इससे पहले तेजप्रताप यादव की शादी में पेरोल पर 12 मई 2018 को पटना आये थे। लगभग तीन साल बाद लालू पटना आयेंगे। इसी वर्ष 17 अप्रैल को जमानत मिलने के बाद उम्मीद थी कि पटना आ सकते हैं, परंतु एम्स से निकलने के बाद दिल्ली में राज्यसबा सदस्य बेटी मीसा भारती के सरकारी आवास चले गए, जहां डाक्टरों की देखरेख में रह रहे हैं। पिछले महीने उनके आने की बात आई थी मगर राबड़ी देवी ने यह कहकर खारिज कर दिया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है।
महागठबंधन में आरजेडी व कांग्रेस आमने-सामने
आरजेडी इस उपचुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ दोनों सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। कांग्रेस ने भी दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं। कांग्रेस की ओर से तीन युवा नेता कन्हैया कुमार, जिग्नेश मवानी और हार्दिक पटेल चुनाव प्रचार के लिए बिहार में हैं। आरजेडी के लिए यह दोनों सीटें नाक का सवाल बन गई हैं।सियासी जानकारों का कहना है कि लालू उपचुनाव में बिहार आते हैं तो राजद को बहुत ताकत मिलेगी। तेजस्वी की ताकत कई गुना बढ़ जायेंगी। अब तक वे दोनों स्थानों में अकेले घूम-घूम कर प्रचार कर रहे हैं। लालू अगर दोनों जगह सिर्फ चले भी जाते हैं तो इसका बड़ा असर खास तौर से यादव और मुस्लिम वोट बैंक पर पड़ना तय है।
आरजेडी ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नाम देकतर कर किया था इशारा
राबड़ी के बयान के बाद ऐसा लगने लगा था कि लालू जल्द पटना नहीं आयेंगे। आरजेडी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी करते हुए यह संकेत दिया था कि लालू चुनाव प्रचार करने बिहार आ सकते हैं। स्टार प्रचारकों की सूची में लालू का नाम पहले नंबर पर है, जबकि बेटे तेजप्रताप को इस सूची से बाहर कर दिया गया है। तेजप्रताप कह चुके हैं कि लालू को दिल्ली में बंधन बनाकर रखा गया है। यह बयान देते हुए उन्होंने इशारों में छोटे भाई तेजस्वी यादव पर हमला किया था। तेजप्रताप नाराज हैं और कह चुके हैं कि लालू के आते ही वे कुछ लोगों की पोल खोल देंगे। अब लालू के आने पर तेजप्रताप के व्यवहार पर भी नजर रहेगी।