दरभंगा: SI लक्ष्मी कुमारी ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारी, मौत, 10 घंटे के बाद कमरे से निकाली गयी बॉडी
दरभंगा यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में पोस्टेड सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी ने सर्विस रिवाल्वर खुद को गोली मार जान ने दी है। एसआइ की मौत की सूचना शुक्रवार की सुबह मिलते ही पुलिस महकमा में हंड़कंप मच गई। अंदर से कमरे का बंद होना कई बातों की ओर इशारा कर रहा है।
- मोबाइल से खुलेगा सब इंस्पेक्टर की मौत का राज
दरभंगा। यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में पोस्टेड सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी ने सर्विस रिवाल्वर खुद को गोली मार जान ने दी है। एसआइ की मौत की सूचना शुक्रवार की सुबह मिलते ही पुलिस महकमा में हंड़कंप मच गई। अंदर से कमरे का बंद होना कई बातों की ओर इशारा कर रहा है।
बिहार: लालू फैमिली की दुविधा दूर, ईसाई से हिंदू बनी तेजस्वी की वाइफ, नया नाम होगा राजेश्वरी यादव
एसआइ लक्ष्मी व एशआइआरती कुमारी एक ही कमरे में रहती थीं। लक्ष्मी साढ़े दस बजे रात में ड्यूटी से वापस हुई। इसके बाद उनकी रूम पार्टनर आरती कुमारी के ड्यूटी पर चली गयी। लक्ष्मी ने कमरे के गेट को अंदर से बंद कर लिया। ड्यूटी से आरती ढाई बजे रात में वापस लौटी, काफी आवाज दी, गेट नहीं खुला। आरती वापस पुलिस स्टेशन चली गई। सुबह के साढ़े पांच बजे फिर कमरे पर पहुंची। आवाज दी, फोन किया, गेट को पीटा। बावजूद अंदर से कोई जबाव नहीं मिला। पीछे की खिड़की से देखने पर लक्ष्मी फर्श पर गिरी मिली। शोर मचाने पर अफरातफरी मच गयी।
शीशा तोड़कर कमरे के अंदर घुसी पुलिस
कमरा बंद होने के सात घंटे के बाद गेट के ऊपर लगे शीशा को तोड़कर पुलिस वाले अंदर घुसे। इसके बाद गेट को अंदर से खोला गया। कमरे में खून से लथपथ लक्ष्मी को फर्श पर गिरा देख कई महिला पुलिस अफसर दहाड़ मारकर रोने लगे। सीनीयर पुलिस अफसरों ने लक्ष्मी की बॉडी के पास से उसका मोबाइल और इयर फोन को जब्त कर लिया। आशंका जताई जा रही है कि मोबाइल के अंदर लक्ष्मी की मौत का राज छुपा हुआ है। इसकी जांच की जा रही है। बॉडी देखने से ऐसा प्रतीत हुआ है कि लक्ष्मी इयर फोन लगाकर अपने मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। इसी बीच उसने गोली मार ली।
पुलिस यह पता लगाने में जुटी है वह किससे बात कर रही थी। टेक्नीकव सेल को भी जांच में लगाया गया है। मुजफ्फरपुर से आयी एफएसएल की टीम ने कमरे सहित बॉडी की फोटोग्राफी की। घटना स्थल से खून के नमुने लिए। साथ में खोखा, पिस्टल आदि को जांच के लिए साथ ले गये। इस पूरी कार्रवाई में दस घंटे का समय लगा। इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
परिजनों ने कहा: लक्ष्मी की मर्डर की गयी, पुलिस ने नहीं दी सूचना
एसआइ लक्ष्मी कुमारी की मौत की खबर सुनकर दरभंगा पहुंचे परिजनों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है। पिता त्रिलोक प्रसाद साह, भाई दीपक कुमार, चचेरे भाई ङ्क्षचटू कुमार आदि ने कहा कि उनलोगों को दरभंगा पुलिस की ओर से घटना की जानकारी नहीं दी गई। राजगीर पुलिस में पोस्टेड एक रिश्तेदार ने उन लोगों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद वे लोग दरभंगा पहुंचे। परिजनों ने कहा कि लक्ष्मी सुसाइड नहीं की है। उसकी मर्डर हुई है। सर्विस पिस्टल सिंगल शॉट पर पाया गया है। जबकि, दूसरी गोली बैरल में पाया गया है। ऐसी स्थिति में यह संदिग्ध मामला प्रतीत होता है। उन लोगों के आने से पहले ही पुलिस वालों ने लक्ष्मी के सर्विस पिस्टल और मोबाइल को हटा दिया गया। परिजनों के आने का इंतजार किया जाता। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। परिजनों ने कहा कि लक्ष्मी जिस बिल्डिंग में रहती थी उसमें ऊपर-नीचे आठ कमरे हैं। सभी कमरों में पुलिस अफसर व पुलिस कर्मी रहते हैं। बावजूद, गोली की अवाज कोई नहीं सुन पाये। क्या यह संभव हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्वजनों ने पूरे मामले की हाइ लेवल जांच कराने की मांग की है।
मिलने आनेवाले थे माता-पिता, छुट्टी पर रहना चाहती थी लक्ष्मी
एशआइ लक्ष्मी की मौत के बाद पुलिस महकमा में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। लेकिन कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। कुछ पुलिस वालों का कहना था कि शुक्रवार को लक्ष्मी के माता-पिता उससे मिलने के लिए आने वाले थे। इस कारण लक्ष्मी शुक्रवार को छुट्टी पर रहना चाहती थी। लेकिन, गुरुवार की रात ही उसका नाम ड्यूटी चार्ट पर चढ़ा दिया गया। हालांकि, इस विषय पर सीनीयर अफसर कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।
पुलिस एसोसिएशन ने की हाइलेवल जांच की मांग
बिहार पुलिस एसोसिएशन की दरभंगा ब्रांच ने एसआइ लक्ष्मी कुमारी की मौत की हाइलेवल जांच कराने की मांग की है। जिला सचिव विपुल कुमार सिंह ने कहा कि इन दिनों टेंशन में रहते हैं। लक्ष्मी के परिजनों अनुसार उसके ऊपर कोई पारिवारिक परेशानी नहीं थी। ऐसी स्थिति में लक्ष्मी की मौत के पीछे क्या कारण हो सकता यह पता लगाना जरूरी है। इसलिए एसोसिएशन पूरे मामले की हाइलेवलय जांच कराने की मांग की है। पूर्व में भी एक कांस्टेबल की इस तरह से मौत हुई थी।