धनबाद। बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स का डेलीगेशन गुरुवार को डीआरएम से मिला। डेलीगेश ने कहा डीआरएम से कहा कि गया पुल अंडरपास निर्माण में रेलवे अड़ंगा क्यों लगा रही है?
डेलीगेशन ने डीआरएम से कहा कि जब मौजूदा अंडरपास से सटकर नये अंडरपास निर्माण की योजना बन रही थी तो रेलवे अफसर भी दौरे में साथ थे। अब जब रेल मिनिस्टरी के अधीन काम करने वाले एजेंसी राइट्स ने अंडरपास का खाका तैयार कर दिया तो उसे क्यों अस्वीकार कर लौटाया गया। क्या रेलवे का ऐसा करना राइट्स जैसी इकाई की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठाता है।
डेलीगेशन ने कहा कि काफी प्रयास के बाद रांगाटांड़ के गया पुल अंडरपास के चौड़ीकरण की आस जगी है जो शहर की लाइफलाइन भी है। पर रेलवे लगातार इस पर नकारात्मक रही है। इससे धनबाद के लोगों में निराशा और नाराजगी है। इस मामले में सकारात्मक कदम बढ़ाने का आग्रह किया। साथ ही रेलवे से जुड़ी अन्य सुविधाओं के विस्तार का भी सुझाव दिया।डेलीगेशन में बैंक मोड़ चैंबर के महासचिव प्रमोद गोयल, संयुक्त सचिव लोकेश अग्रवाल व प्रेम गंगेसरिआ भी शामिल थे।
चैंबर की अन्य मांगें
झरिया पुल से जोड़ाफाटक तक सड़क का निर्माण कराया जाए, ताकि सिंदरी, झरिया और उस क्षेत्र के यात्री सीधे दक्षिणी छोर से होकर धनबाद स्टेशन तक पहुंच सकें। सड़क के किनारे होर्डिंग और पार्किंग से अतिरिक्त राजस्व अर्जित भी होगा। रेलवे खुद पहल करे या किसी अन्य माध्यम से सड़क निर्माण कराए।
डीएवी स्कूल मैदान के एप्रोच रोड को जल्द बनाकर अंडरपास से कनेक्ट किया जाए। सड़क के दोनों ओर पार्किंग विकसित की जाए जिससे अतिक्रमण नहीं होगा और रेलवे को राजस्व भी होगा।
धनबाद टाटा स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को पाथरडीह रूट से चलाने से इंजन बदलने में काफी वक्त लग जाता है। इस ट्रेन को धनबाद-चंद्रपुरा से चलाया जाए। इससे इंजन बदलने का झंझट खत्म होगा और समय भी कम लगेगा।
रेलवे स्टेशन रोड के दोनों ओर रेलवे ने सड़क की घोराबंदी कर दी। चार फीट रोड को दोनों ओर से घेर दिया गया। बावजूद अतिक्रमण नहीं हटा जिससे सड़क और संकीर्ण हो गई। इससे स्टेशन आने जाने में परेशानी हो रही है। तत्काल कार्रवाई की जाए।
साउथ साइड के स्टेशन प्लेटफार्म पर रैंप , स्वचालित सीढ़ी या लिफ्ट लगाई जाए। इससे दिव्यांग, बुजुर्ग और बीमार यात्रियों को परेशानी हो रही है।
साउथ साइड पर जनरल टिकट काउंटर को 24 घंटे खोला जाए। रात की ट्रेनों के यात्रियों को काउंटर बंद रहने से काफी परेशानी हो रही है।
रेलवे सलाहकार बोर्ड में बैंक मोड़ चैंबर के सदस्य को भी शामिल किया जाए।
बोले डीआरएम
डीआरएम आशीष बंसल ने कहा कि त्रुटियों में संशोधन कर सुधार के लिए भेजा जाएगा। उम्मीद है मई तक इसे पूरा भी कर लिया जायेगा। अन्य मांगों पर विभागीय अफसरों से बात कर सकारात्मक पहल की जायेगी।