Dhanbad Ashirwad Tower Fire Accident : हाइकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
कोयला राजधानी धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद टावर नामक अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम आग लगने के मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने इसमें स्वत संज्ञान लिया है। इस मामले में कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई निर्धारित करते हुए महाधिवक्ता को कोर्ट में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद टावर नामक अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम आग लगने के मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने इसमें स्वत संज्ञान लिया है। इस मामले में कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई निर्धारित करते हुए महाधिवक्ता को कोर्ट में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। एक्टिंग चीफ जस्टिस अपरेश कुमार सिंह व जस्टिस दीपक रोशन की कोर्ट ने इस मामले में स्वत संज्ञान लिया है।
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धनबाद टाउन में 10 दिन में चार अग्निकांड में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जनता के साथ तंत्र की भी लापरवाही का ये परिणाम था। आग लगने के बाद कानून के पालन की औपचारिकताएं होती हैं। बाद में सब सो जाते हैं। परिणाम ये कि हादसे पर हादसे होते रहते हैं।
धनबाद में 22 जनवरी से आग का सिलसिला शुरू हुआ जो पहले एक, फिर पांच और अब 14 इंसानों को निगल गया। मंगलवार की घटना 25 अक्टूबर, 1992 के झरिया पटाखा कांड के बाद आग की दूसरी सबसे बड़ी त्रासदी बन गई। पटाखाकांड में 29 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन न तंत्र जागा, न जनता। आखिर ऐसा कब तक चलेगा?
आशीर्वाद टावर नामक अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम लगभग 6:30 बजे आग लग जाने की घटना से लोग सहमे हुए हैं। इस अपार्टमेंट में रहने वाले सुबोध लाल की बेटी की शादी थी। उनके घर में हजारीबाग और बोकारो से रिश्तेदार आए हुए थे। आग में जलने और दम घुटने से 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं 36 लोग जख्मी हुए हैं। कुछ का पाटलीपुत्र नर्सिंग होम व कुछ का एसएनएमएमसीएच में इलाज चल रहा हैं। सभी खतरे से बाहर हैं। 10 महिलाएं, दो बच्चियां, एक बच्चा और एक बुजुर्ग की मौत हुई है।
उल्लेखनीय है कि आशीर्वाद टावर से कुछ ही दूर पर स्थित आरसी हाजरा हॉस्पिटल में चार दिन पूर्व आग लगने से डाक्टर दंपत्ति समेत पांच लोगों की दम घुटने से मौत हुई है।