धनबाद: नीरज तिवारी मर्डर केस का खुलासा, सात अरेस्ट, दो देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस बरामद
धनबाद पुलिस ने कतरास के नीरज तिवारी मर्डर केस का खुलासा कर लिया है।पुलिस ने मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें रौनक गुप्ता, दिलीप यादव, रौनक का भाई रोहित गुप्ता, गणेश गुप्ता, सुजल गुप्ता, प्रिंस स्वर्णकार और प्रियरंजन शामिल है। पुलिस को इस मामले में आशीष रंजन, अमर रवानी और दानिश की तलाश है।
धनबाद। धनबाद पुलिस ने कतरास के नीरज तिवारी मर्डर केस का खुलासा कर लिया है।पुलिस ने मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें रौनक गुप्ता, दिलीप यादव, रौनक का भाई रोहित गुप्ता, गणेश गुप्ता, सुजल गुप्ता, प्रिंस स्वर्णकार और प्रियरंजन शामिल है। पुलिस को इस मामले में आशीष रंजन, अमर रवानी और दानिश की तलाश है।
एसएसपी संजीव कुमार ने सोमवार को पुलिस ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस कर नीरज मर्डर केस के खुलासे की जानकारी दी। मौके पर एएसपी मनोज स्वर्गीयार व डीएसपी निशा मुर्मू व अमर कुमार पांडेय भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि आरोपितों के पास घटना में प्रयुक्त दो बाइक, पैशन प्रो बाइक, दो देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त एक स्कॉर्पियो और पांच मोबाइल बरामद की गयी है। पुलिस ने सातों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है।आरोपियों ने इन गाड़ियों का इस्तेमाल आरोपितों ने भागने के लिए किया था। पुलिस ने कई एवीडेंस जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भी भिजवाया गया है।
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शूटर आशीष रंजन के भाई प्रियरंजन से मंगवाया आर्म्स
एसएसपी ने बताया रौनक गुप्ता ने नीरज की मर्डर के लिए पहले रोहित गुप्ता को तैयार किया। शूटर आशीष रंजन के भाई प्रियरंजन से आर्म्स मंगवाया। सुजल व प्रिंस को रेकी के लिए तैयार किया।गोली मारने के लिए अन्य लोग आये।फिल्डिंग सजायी गयी। इसके बाद नीरज को बुलाया गया।सभी साथ में चाय दुकान पर आये। इसी दौरान गोली मारकर नीरज की मर्डर कर दी गयी। घटना को अंजाम देने के बाद भागने के लिए पहले बाइक और उसके बाद स्कोर्पियो का उपयोग किया गया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद एएसपी मनोज स्वर्गियारी व एसडीपीओ निशा मुूर्मू के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया।रोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीम बनायी गयी।पुलिस टीम पटना, सिवान व जमुई में रेड की। एक-एक कर आरोपियों कोअरेस्ट कर लिया गया।
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पुरानी दश्मनी के कारण हुई नीरज की मर्डर
एसएसपी ने बताया कि रौनक गुप्ता और नीरज तिवारी में पिछले चार वर्षों से अदावत चल रही थी। दोनों एक दूसरे की मर्डर करना चाहते थे। दो दिन पहले ही रौनक गुप्ता जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आने के बाद उसे इस बात की आशंका सता रही थी कि उसकी नीरज तिवारी मर्डर करा देगा। रौनक गुप्ता ने नीरज तिवारी की सुनियोजित तरीके से मर्डर करा दी। रौनक गुप्ता ही नीरज तिवारी की मर्डर का मुख्य सूत्रधार है। रौनक ने खुद को गोली मारकर घायलकर लिया ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।
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फ्लैश बैक
कतरास के राजस्थानी धर्मशाला के समीप दो सितंबर की रात ताबड़तोड़ फायरिंग में नीरज तिवारी को चार गोली लगी थी। आनन-फानन में नीरज को हॉस्पीटल ले जाया गया जहांडॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। फायरिंग में कथित रुप से में रौनक गुप्ता और राहुल गुप्ता को भी गोली लगी थी। दोनों का पुलिस कस्टडी में इलाज रहा था। नीरज के भाई ने मामले में शूटर अमिन सिंह के इशारे पर रौनक गुप्ता व नीरज गुप्ता समेत अन्य लोगों द्वारा मर्डर कराने का आरोप लगाया गया था।