धनबाद: तेतुलमारी में ईंट भट्ठा में काम करनेवाले पुरुलिया के तीन मजदूरों की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत
तेतुलमारी पुलिस स्टेशन एरिया रंगलीटांड़ स्थित बंगला ईंट भट्ठा में काम करने वाले बंगाल के पुरुलिया जिले के तीन मजदूरों की मौत हो गई। मरने वालों में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला अंतर्गत पुनदाग निवासी प्रदीप मुरा, संतोष भूमिज तथा मिथुन भूमिज शमिल हैं।
- दम घुटने से मौत की आशंका
धनबाद। तेतुलमारी पुलिस स्टेशन एरिया रंगलीटांड़ स्थित बंगला ईंट भट्ठा में काम करने वाले बंगाल के पुरुलिया जिले के तीन मजदूरों की मौत हो गई। मरने वालों में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला अंतर्गत पुनदाग निवासी प्रदीप मुरा, संतोष भूमिज तथा मिथुन भूमिज शमिल हैं।
संदेहास्पद स्थिति में तीनों की बॉडी शुक्रवार की सुबह भट्ठा के पास टेंट में मिला।मरने वाले तीनों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच बताई जाती है। एक के मुंह में झाग तो दूसरे के दाहीने हाथ में टार्च तथा तीसरे का शव पीठ के बल पर लेटा हुआ था। तीनों नगरीकला निवासी सोनू साव के बंगला भट्ठा में ईंट पथाई का काम करते थे। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच की। संभावना है कि तीनों की मौत दम घुटने के का्रण हुई है। पुलिस ने मजदूरों की तरफ से रात में बनाये गये भोजन व पानी की जांच की।आसपास के लोगों से जानकारी हासिल की। दोपहर एक बजे तीनों शव को उठाकर थाने ले आई। उनके स्वजनों के आने के बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया।
भट्ठा संचालक सोनू साव का कहना है कि प्रतिदिन की भांति सुबह सभी मजदूरों को जगाने के लिए भट्ठा के समीप गया, तो देखा कि टेंट चारों ओर से प्लास्टिक से घिरा हुआ है। आवाज लगाने के बाद जवाब नहीं मिला। प्लास्टिक हटाकर टेंट के अंदर देखा, तो पाया कि तीनों जमीन पर पड़े हुए हैं। वहां एक कड़ाही में कोयले के आग की छाई थी। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस और मुखिया को दी। कहा कि तीनों मजदूर रविवार को ही अपने घर पश्चिम बंगाल से यहां ईंट बनाने आये थे। मिट्टी काट कर रखा था ताकि पथाई काम शुरू किया जा सके।
मौके पर पहुंचे कुछ लोगों का कहना था कि टेंट के अंदर आग जलाने से ही घटना घटी है, तो कुछ लोगों का कहना था कि सर्पदंश से इसकी मौत हुई है। कुछ का कहना था कि ठंड लग जाने के कारण उसकी मौत हुई है। यह बात भी चर्चा में रही कि गुरुवार की शाम मोहलीडीह में लगी साप्ताहिक हटिया से तीनों ने सामान की खरीदारी की थी। वहां शराब का भी सेवन किया था, हो सकता है घटना का कारण जहरीली शराब हो, क्योंकि शव के मुंह से झाग निकल रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। तीनों का बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।
ईंट भट्ठा में आठ मजदूर कार्यरत थे। जिसमें तीन मजदूर पुरुलिया के रहने वाले थे। बाकी धनबाद के ही हैं। तीनों मजदूर भट्ठा के समीप बने टेंट में रहते थे जबकि पांच मजदूर काम करने के बाद शाम को अपने घर चले जाते थे।
पुनदाग से तेतुलमारी पहुंचे परिजन
मृतक मिथुन के पिता कालीपद भुमिज, परितोष भूमि के पिता हरिपद भूमिज तथा प्रदीप मुरा के मामा मनिद्र मुरा शुक्रवार शाम करीब 3:30 बजे तेतुलमारी पुलिस स्टेशन पहुंचे। घटना की जानकारी लेने के बाद मौत के कारणों पर सवाल उठाया। परिजनों ने घटना में भट्ठा संचालक की भूमिका पर संदेह जता रहे थे। उनका कहना था कि बुधवार को तीनों मजदूरों से बात हुई थी। वे कह रहे थे कि दो दिन काम करने के बाद भट्ठा मालिक से पैसा लेकर हम लोग वापस घर चले जायेंगे। कोई अन्य काम करेंगे, लेकिन शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे घटना की जानकारी भट्ठे के मालिक सोनू साव ने फोन के माध्यम से दी।