झारखंड: रांची हिंसा की जांच रिपोर्ट के लिए कमेटी को चाहिए एक माह का टाइम, सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र

झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को जुमा की नमाज बाद जुलूस में बावाल, उपद्रव, पत्थरबाजी व फायरिंग मामले की जांच  स्टेट गवर्नमेंट के निर्देश पर गठित दो सदस्यीय टीम कर रही है। टीम में आपदा सचिव डा.अमिताभ कौशल व एडीजी ऑपरेशन संजयआनंद लाठकर हैं। इस टीम ने जांच के लिए एक माह का समय मांगा है। 

झारखंड: रांची हिंसा की जांच रिपोर्ट के लिए कमेटी को चाहिए एक माह का टाइम, सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र
  • सीएम के निर्देश पर आपदा सचिव डा. अमिताभ कौशल व एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद लाठकर कर रहे हैं जांच
  •  सीएम ने जांच टीम को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने कहा था

रांची। झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को जुमा की नमाज बाद जुलूस में बावाल, उपद्रव, पत्थरबाजी व फायरिंग मामले की जांच  स्टेट गवर्नमेंट के निर्देश पर गठित दो सदस्यीय टीम कर रही है। टीम में आपदा सचिव डा.अमिताभ कौशल व एडीजी ऑपरेशन संजयआनंद लाठकर हैं। इस टीम ने जांच के लिए एक माह का समय मांगा है। 

यह भी पढ़ें: झारखंड: हाई कोर्ट ने रांची डीसी छवि रंजन पर लगाया 50 हजार जुर्माना

दोनों अफसरों ने संयुक्त रूप से स्टेट गवर्नमेंट को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच के लिए एक महीने का वक्त मांगा है। पहले सीएम ने एक सप्ताह के भीतर जांच कर पूरी रिपोर्ट। टीम को सोमवार 20 जून तक स्टेट गवर्नमेंट को रिपोर्ट सौंप देनी थी, तभी जांच पूरी नहीं होने से अफसरों ने एक माह का समय मांग लिया है।

डीसी -एसएसपी की संयुक्त रि पो र्ट की भी रिव्यू

स्टेट गवर्नमेंट निर्देश पर गठित हाई लेवल दो मेंबर की टीम ने रांची डीसी छवि रंजन व एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा की ज्वाइंट रिपोर्ट की भी रिव्यू कर रही है। डीसी व एसएसपी ने गवर्नमेंट को सौंपी अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया है कि बिना किसी पूर्व सूचना के जुमे की नमाज के बाद विरोध मार्च निकाली गई। अचानक 10 हजार से अधिक की भीड़ उग्र हो गई। भीड़ संभालने की पूरी कोशिश की गई। भीड़ हमलावर थी और पत्थर बरसा रही थी।अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी। उपद्रव में पत्थरबाजी व फायरिंग में दो युवकों की मौत हुई थी। दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए थे।

वाट्सएप ग्रुप आदि की भी ली गयी है जानका री

दोनों अफसरों की टीम ने यह भी जानकारी ली है कि जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने के पीछे किसका हाथ रहा। इसके लिए वाट्सएप ग्रुप या इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़काया गया। कौन-कौन लोग उकसाने में शामिल थे। पुलिस को किस परिस्थिति में फायरिग करनी पड़ी। इन सभी प्वाइंट पर अभी छानबीन जारी है।

फायरिंग में हो गयी थी दो युवकों की मौत

रांची मेन रोड में जुमे की नमाज के बाद उपद्रव, बवाल, पत्थरबाजी व फयरिग की घटना में दो युवकों मुद्दसीर व साहिल की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस पूरी घटना में पुलिस के दर्जनभर अफसर व जवानों के अलावा दूसरे पक्ष के दर्जन भर लोग घायल हुए थे। इस मामले में कई अलग-अलग एफआइआर दर्ज की गयी है। जिनकी अलग से जांच चल रही है।