झारखंड फुटबॉल संघ के विवाद का पटाक्षेप, अन्य किसी का दावा होगा अमान्य: मिनिस्टर मिथिलेश ठाकुर
ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन ने झारखंड फुटबॉल संघ को मान्यता दिया है। झारखंड फुटबॉल संघ के विवाद का पटाक्षेप हो गया है। ऐसे में अगर कोई दावा करता है, तो उसे अमान्य माना जायेगा। यह बातें झारखंड फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सह राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मिथिलेश ठाकुर ने रांची प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए कही।
रांची। ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन ने झारखंड फुटबॉल संघ को मान्यता दिया है। झारखंड फुटबॉल संघ के विवाद का पटाक्षेप हो गया है। ऐसे में अगर कोई दावा करता है, तो उसे अमान्य माना जायेगा। यह बातें झारखंड फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सह राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मिथिलेश ठाकुर ने रांची प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए कही। मौके पर महासचिव गुलाम रब्बानी, उपाध्यक्ष मुकुल चौधरी, कोषाध्यक्ष इम्तियाज खान सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
बिहार: गोपालगंज में शराब की चेकिंग के दौरान कार से बारमद की गयी 233 किलो चांदी
मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में खेल की अपार संभावना है। स्टेट गवर्नमेंट खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। खिलाड़ियों के बेहतर भविष्य को लेकर काफी प्रयासरत है।ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन ने झारखंड फुटबॉल संघ को मान्यता मिलने के बाद अब फुटबॉल की सभी गतिविधियों पर संघ बेहतर तरीके से ध्यान रखेगा। अगर कोई अन्य संघ किसी प्रकार का दावा करता है, तो वो मान्य होगा। स्टेट में अब फुटबॉल संघ को लेकर चल रहे सभी तरह के विवादों पर पटाक्षेप हो गया है।
मिनिस्टर श्री ठाकुर ने कहा कि राज्य में फुटबॉल, हॉकी और एथलेटिक्स की कई संभावनाएं हैं। इसे निखारने में राज्य सरकार धरातल पर काम कर रही है। अगर आंकड़े की बात की जाए, तो पिछले दो-साल साल के दौरान राज्य के अन्दर फुटबॉल में कई प्रतिभाएं उभरकर सामने आयी है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर भी कुछ खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब झारखंड फुटबॉल संघ राज्य में और भी नयी प्रतिभाओं को तलाशने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने को लेकर उच्च स्तरीय साधन और संसाधन मुहैया कराने में मदद करेगा। खिलाड़ियों के साथ-साथ झारखंड को फुटबॉल में नयी पहचान दिलायी जायेगी।
कई जिलों में फुटबॉल लीग
मिनिस्ट श्री ठाकुर ने कहा कि पेयजल के मामलों में विगत 10 वर्षों में जो पिछली सरकार नहीं कर सके, उसे हम दो-तीन वर्षों में अच्छी रिकॉर्ड कायम की है। फुटबॉल में भी कई उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने कहा कि अब जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां, चाईबासा, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जैसे कई जिलों में हर साल फुटबॉल लीग हो रही है। कई छोटे-छोटे जिलों में लीग नहीं होते थे, वहां भी अब सुचारू रूप से चलाये जायेंगे।